TRENDING TAGS :
Maharashtra MLC Elections: एनडीए के सभी नौ उम्मीदवार जीते, कांग्रेस के एक प्रत्याशी ने मारी बाजी
Maharashtra MLC Elections: भारतीय जनता पार्टी के चार, एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के दो और अजित पवार नीत राकांपा के दो उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है
Maharashtra MLC Elections: महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया है। एनडीए को नौ सीटों पर जीत मिली है। उधर, कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। विधान परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पांच, एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के दो और अजित पवार नीत राकांपा के दो उम्मीदवारों की जीत हुई है। इस चुनाव में विधानसभा में पर्याप्त संख्या बल न होने पर भी विपक्षी गठबंधन, महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने विधान परिषद चुनाव में तीन प्रत्याशी उतारकर मुकाबले को नया मोड़ दे दिया। जबकि, सत्ताधारी गठबंधन, महायुति ने नौ प्रत्याशी उतारे थे।
बता दें, करीब दो बजे तक 203 विधायकों ने मतदान किया। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा इन चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल है। वर्तमान में इसमें संख्या बल 274 है। भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने चुनाव मैदान में पांच उम्मीदवार उतारे थे जबकि महायुति के उसके गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने दो-दो उम्मीदवार खड़े किए थे।
किसके कितने उम्मीदवार मैदान में
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने एक-एक उम्मीदवार उतारा था जबकि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सहयोगी एनसीपी (शरद चंद्र पवार) पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के उम्मीदवार का समर्थन किया। विधानसभा में पर्याप्त संख्या बल न होने पर भी विपक्षी गठबंधन, महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने विधान परिषद चुनाव में तीन प्रत्याशी उतारकर मुकाबले को नया मोड़ दे दिया था। जबकि, सत्ताधारी गठबंधन, महायुति ने नौ प्रत्याशी उतारे थे। उधर, एनसीपी (शरद चंद्र पवार) ने दावा किया था कि अजित पवार के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी खेमे के कुछ विधायक लोकसभा चुनावों में एमवीए के बेहतर प्रदर्शन के बाद संभावित वापसी के लिए उनकी पार्टी के संपर्क में हैं।
चुनाव से पहले तीन विधायकों ने अहम बैठक में नहीं लिया हिस्सा
महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव से पहले कांग्रेस खेमे में अजीबोगरीब स्थिति देखी गई। दरअसल, क्रॉस वोटिंग की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने एक बैठक बुलाई थी। सियासी गलियारों में उस समय हलचल मच गई, जब उसके 37 में से तीन विधायक बैठक में नहीं पहुंचे।