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Maharashtra :..सांगली में हो जाता 'पालघर जैसा मामला, बच्चा चोरी के आरोप में यूपी के साधुओं को बुरी तरह पीटा
Maharashtra : पुलिस ने बताया कि ये लोग भाषा के कारण एक-दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इसके बाद लोगों को शक हुआ कि ये लोग बच्चा चोर हैं। फिर लोगों ने साधुओं के साथ मारपीट शुरू कर दी।
Maharashtra News : महाराष्ट्र के सांगली में बच्चा चोरी के आरोप में यूपी के मथुरा से आए साधुओं को पीटने का मामला सामने आया है। चार साधुओं का जत्था यूपी से महाराष्ट्र पंढरपुर दर्शन के लिए आया था। बीजापुर से निकलने के दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें रोका और इनसे पूछताछ करने लगे। भाषा नहीं समझने के कारण साधु स्थानीय लोगों के सवाल का जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद उनपर बच्चा चोर गिरोह के सदस्य होने का आरोप लगा भीड़ हिंसक हो गई।
पुलिस ने बताया कि ये लोग भाषा के कारण एक – दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इसके बाद लोगों को शक हुआ कि ये लोग बच्चा चोर हैं। फिर लोगों ने साधुओं के साथ मारपीट शुरू कर दी। साधु हाथ-पैर जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे लेकिन भीड़ ने उनकी एक न सुनी। साधुओं को लोगों ने डंडों से पीटा।
पुलिस ने बचाई जान
साधुओं के साथ मारपीट होने की खबर पुलिस तक पहुंचने के बाद, वह घटनास्थल पर पहुंची और हिंसक भीड़ के कब्जे से साधुओं को आजाद करवाया। इस दौरान कुछ लोग पुलिस की गाड़ी में बैठे साधुओं को नीचे उतारने की कोशिश करने लगे। हालांकि, पुलिस ने बल प्रयोग कर उत्तेजित भीड़ को काबू में किया। अगर घटनास्थल पर पुलिस समय से नहीं पहुंचती, तो साधुओं का लिंचिंग तय था। पुलिस ने सभी साधुओं को अस्पताल में भर्ती करवाया है। फिलहाल कोई साधु बयान देने की हालत में नहीं हैं। इनकी हालत सुधरते ही इनके बयान रिकॉर्ड किए जाएंगे। हैरान कर देने वाली बात ये है कि अब तक पुलिस ने इस मामले में FIR तक दर्ज नहीं किया है।
पालघर में हुई थी साधुओं की हत्या
महाराष्ट्र में साधुओं की बच्चा चोर के आरोप में मॉब लिंचिंग की घटना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले 16 अप्रैल 2020 के पालघर में दो साधुओं और एक ड्राइवर की निर्मम हत्या कर दी गई थी। दोनों साधु वाराणसी के जूना अखाड़ा के थे और वे सूरत में महंत श्री राम गिरी के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। बच्चा चोरी की अफवाह फैलने के बाद भीड़ ने गाड़ी से खींचकर कर उनकी हत्या कर दी थी।