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Maharashtra Political Crisis: बागी विधायकों को आदित्य ठाकरे की चुनौती, जानें क्यों कही यह बात
Maharashtra Political Crisis: आदित्य ठाकरे ने बीते दिन ही कहा था कि गुवाहाटी में जाकर बैठे बागी विधायक वापस महाराष्ट्र आकर यहां की जनता के सामने जाकर चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे।
Maharashtra: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट (Political crisis continues in Maharashtra) के बीच एक ओर जहां एकनाथ शिंदे गुट महाविकास अगाडी सरकार (maha vikas aghadi government) गिराकर नए सरकार के गठन पर योजना बना रहा है वहीं अब दूसरी ओर जारी इस आरोप-प्रत्यारोप में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के बेटे अदित्य ठाकरे की एंट्री हुई है। आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे सहित शिवसेना (Shiv sena) के सभी बागी विधायकों को खुलेआम चुनौती देते हुए उन्हें पार्टी छोडने और वापस से खुलकर चुनावी मैदान में आने की बात कही है।
आदित्य ठाकरे ने भाजपा शासित असम में डेरा डाले हुए बागी विधायकों को खुली चुनौती देते हुए उन्हें खुद को दोषपूर्ण साबित करने के लिए वापस से चुनावी मैदान में शिवसेना के खिलाफ लड़ने के लिए कहा है।
आपको बता दें कि बीते लगभग एक महीने से अधिक समय से महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ बागी विधायकों का विरोध जारी है और इसी के मद्देनज़र महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में नज़र आ रही है।
उद्धव ठाकरे जी का नेतृत्व गलत है और हम सभी गलत हैं तो इस्तीफा दें-आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि-"अगर आप में हिम्मत है तो शिवसेना से इस्तीफा दीजिए और वापस से चुनाव मैदान में आकर लड़िये। अगर आपको लगता है कि हमने जो किया है वह गलत है, उद्धव ठाकरे जी का नेतृत्व गलत है और हम सभी गलत हैं तो इस्तीफा दें और चुनाव का सामना करें। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"
आदित्य ठाकरे ने बीते दिन ही कहा था कि गुवाहाटी में जाकर बैठे बागी विधायक वापस महाराष्ट्र आकर यहां की जनता के सामने जाकर चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे। आदित्य ठाकरे ने वर्तमान हालात को सच और झूठ के बीच की लड़ाई करार देते हुए कहा था कि हम शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा किए गए विश्वासघात को नहीं भूलेंगे।"
एकनाथ शिंदे का 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा
फिलहाल, गुवाहाटी में बैठे एकनाथ शिंदे ने लगभग 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा किया है। जिसके दम पर महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पूरी तरह से गिरने के कगार पर पहुंच चुकी है। बागी गुट शिवसेना के एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर असल समस्या नज़र आ रही है।