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Maharashtra Crisis : CM उद्धव ठाकरे नहीं देंगे इस्तीफा, कैबिनेट बैठक के बाद किया साफ़

Maharashtra Political Crisis: SC ने शिवसेना की 11 जुलाई तक विधानसभा में शक्ति परीक्षण पर रोक लगाने की मांग ठुकरा दी है, जिसके बाद फ्लोर टेस्ट के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं।

Anshuman Tiwari
Report Anshuman TiwariWritten By aman
Published on: 28 Jun 2022 12:30 PM GMT (Updated on: 28 Jun 2022 2:38 PM GMT)
Maharashtra political crisis
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एकनाथ शिंदे और सीएम उद्धव ठाकरे (Social media)

Maharashtra Political News : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से राहत मिलने के बाद शिवसेना (Shivsena) के बागी शिंदे गुट (Eknath Shinde) की सक्रियता काफी बढ़ गई है। शीर्ष अदालत ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवाल की ओर से जारी नोटिस पर बागी विधायकों को जवाब दाखिल करने के लिए अब 12 जुलाई की शाम तक का समय दे दिया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना की 11 जुलाई तक विधानसभा में शक्ति परीक्षण पर रोक लगाने की मांग भी ठुकरा दी है।

सुप्रीम कोर्ट के इस कदम के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं। जल्द ही महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। फ्लोर टेस्ट होने की स्थिति में बागी विधायक महाविकास अघाड़ी गठबंधन का गणित बिगाड़ सकते हैं। शिवसेना अभी तक विधानसभा उपाध्यक्ष के जरिए बागी विधायकों को घेरने की कोशिश में जुटी हुई थी मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिंदे गुट भारी पड़ता दिख रहा है। बागी नेता शिंदे ने भी जल्दी ही गुवाहाटी से मुंबई पहुंचने के संकेत दिए हैं।

उद्धव ठाकरे नहीं देंगे इस्तीफा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार दोपहर कैबिनेट के साथ बैठक की। बैठक में सीएम ठाकरे ने साफ कर दिया है कि वे इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं। बैठक में महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में शामिल दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस के नेता भी मौजूद थे, जिन्होंने उद्धव ठाकरे के इस फैसले का स्वागत किया। इससे पहले एनसीपी के चीफ शरद पवार ने भी उद्धव ठाकरे को यही नसीहत दी थी।

प्रहार पार्टी भी देगी उद्धव सरकार को झटका

वहीं दूसरी तरफ, महाविकास आघाडी सरकार की चुनौतियां कम होने का नाम नहीं ले रही। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि 'प्रहार पार्टी' के Bacchu Kadu राज्यपाल कोश्यारी को चिट्ठी लिखने जा रहे हैं। जिसमें वो सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर सकते हैं। माना जा रहा है कि उनके पास 9 विधायकों का समर्थन है।

उद्धव ठाकरे की बागियों से भावुक अपील

महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों के लिए भावुक संदेश जारी किया है। अपने संदेश में उन्होंने कहा, कि 'परिवार के मुखिया होने के नाते मुझे आप सभी लोगों की चिंता है। आप लोगों को बीते कुछ दिनों से कैद करके गुवाहाटी में रखा गया है। आप सभी के बारे में हर रोज नई जानकारियां मेरे पास आती हैं। उन्होंने कहा आप में से कई मेरे संपर्क में हैं। आप दिल से अभी भी शिवसेना के साथ हैं।'

...अभी बहुत देर नहीं हुई है

उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों से आगे कहा कि, 'परिवार के मुखिया होने के नाते मैं यही कह सकता हूं कि अभी बहुत देर नहीं हुई है। आप लोग आकर मेरे सामने बैठें। हम शंकाओं को दूर करें। हम लोग एक साथ बैठ कर जरूर कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेंगे। ठाकरे आगे कहते हैं कि, शिवसेना ने जो आदर सम्मान आपको दिया है वह कहीं और नहीं मिलेगा।'

पहली बार एकनाथ शिंदे होटल के गेट पर आए

गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे मंगलवार दोपहर 'रेडिसन ब्लू' होटल के मेन गेट पर आए। यहां उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात की। शिंदे ने कहा, कि 'हम शिवसेना में ही हैं। शिंदे बोले, वे लोग बाला साहेब की विचारधारा और हिंदुत्व को आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा, कि दीपक केसरकर उन लोगों के प्रवक्ता हैं। उन लोगों का अगला कदम क्या होगा, जल्द उसकी जानकारी मीडिया को दी जाएगी। शिंदे ने ये भी कहा कि हम जल्द ही मुंबई जाएंगे।'

राज्यपाल को पत्र लिख सकते हैं निर्दलीय विधायक

महाराष्ट्र में अब उद्धव सरकार को गिराने की तैयारियां तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ निर्दलीय विधायक (Independent MLA) और प्रहार पार्टी जो अभी शिंदे गुट के साथ हैं, वो जल्द ही राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) को पत्र लिख सकते हैं। पत्र में ये बताया जाएगा कि उन्होंने महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।

देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना

वहीं दूसरी तरफ, महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। यह भी कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे भी बागी विधायकों के साथ बैठक के बाद दिल्ली रवाना हो सकते हैं।

कैबिनेट बैठक में वर्चुअली उपस्थित होंगे उद्धव

समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उप मुख्यमंत्री आज कैबिनेट बैठक में फिजिकली उपस्थित नहीं होंगे बल्कि वर्चुअली मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि डिप्टी सीएम अजीत पवार कोरोना संक्रमित हैं इसलिए वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हो सकते हैं।

मुंबई आ सकते हैं शिंदे या उनका कोई प्रतिनिधि

सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे या इनके गुट के किसी सदस्य के मुंबई आने की संभावना जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि अगले राजनीतिक कदम के लिए शिंदे गुट से कोई मुंबई का रुख कर सकता है।

CM उद्धव ने बुलाई कैबिनेट बैठक

वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज दोपहर 2:30 बजे कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई है। महाविकास अघाड़ी की इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं। अब देखना होगा कि आज की इस कैबिनेट बैठक में क्या पॉलिटिकल मूव होता है।

अल्पमत वाली उद्धव सरकार प्रतिदिन कर रही 200-300 GR

महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता प्रवीण दरेकर (Praveen Darekar) ने कहा, कि 'महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता के बीच महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में है। वो प्रतिदिन 200-300 Government Resolutions जारी कर रहे हैं। दरेकर ने कहा, ये जनता का पैसा है। मैंने इस संबंध में राज्य के राज्यपाल से अनुरोध किया है तथा उन्होंने सरकार से इसकी जांच करने को कहा है।'

सुप्रीम कोर्ट के रुख से बैकफुट पर शिवसेना

सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद शिंदे गुट में खुशी की लहर दौड़ गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बागी विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही 12 जुलाई तक रुकी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा उपाध्यक्ष को नोटिस जारी करके यह भी पूछा है कि उनके खिलाफ अविश्वास जताए जाने के बावजूद क्या उन्हें अयोग्यता की कार्यवाही करनी चाहिए? सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में विधानसभा उपाध्यक्ष को नोटिस भी जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद उद्धव सरकार और विधानसभा उपाध्यक्ष बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं।

भाजपा की रणनीति बनाने में जुटी

दूसरी ओर उद्धव सरकार को गिराने की रणनीति पर भी तेजी से काम शुरू कर दिया गया है। भाजपा नेताओं की सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर लंबी बैठक चली है और इस बैठक में महाराष्ट्र के ताजा सियासी हालात पर गंभीर मंथन किया गया। भाजपा सूत्रों का कहना है कि उद्धव सरकार के खिलाफ कभी भी अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। भाजपा नेताओं का बागी विधायकों के साथ लगातार संपर्क बना हुआ है और माना जा रहा है कि दोनों खेमे मिलकर इस रणनीति पर काम कर रहे हैं।

राज्यपाल से संपर्क साधने की तैयारी

उधर गुवाहाटी के होटल रेडिसन ब्लू में भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बागी विधायकों की बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में उद्धव सरकार के खिलाफ राज्यपाल से संपर्क करने पर भी चर्चा की गई है। सूत्रों का कहना है कि बागी गुट की ओर से जल्द ही राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से संपर्क साधा जा सकता है।

बागी गुट राज्यपाल को उद्धव सरकार के अल्पमत में होने की जानकारी देगा। इसके साथ ही राज्यपाल से विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने की मांग की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना की शक्ति परीक्षण पर रोक लगाने की मांग पहले ही ठुकरा दी है। बागी गुट लगातार फ्लोर टेस्ट कराने की रणनीति पर चर्चा करने में जुटा हुआ है।

शिंदे का जल्द मुंबई पहुंचने का संकेत

बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने जल्द ही मुंबई पहुंचने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि उद्धव सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले सभी विधायक जल्द ही मुंबई पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि मुंबई पहुंचने के बाद हम अपनी रणनीति को आखिरी रूप देंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हमारे विधायक के घरों पर जो तोड़फोड़ की जा रही है, वह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है।

शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा है कि महाराष्ट्र के सियासी संकट को खत्म करने के लिए उद्धव ठाकरे को खुद आगे बढ़कर एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र की कमान सौंपनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना को भाजपा के साथ गठबंधन करके राज्य में बहुमत की सरकार का गठन करना चाहिए। हिंदुत्व का रास्ता छोड़कर शिवसेना पहले ही बहुत कमजोर हो चुकी है मगर भाजपा के साथ गठबंधन करके शिवसेना एक बार फिर सियासी मजबूती हासिल कर सकती है।

Ragini Sinha

Ragini Sinha

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