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Maharashtra Political Crisis Live: शिवसेना ने बागी 12 विधायकों पर कार्रवाई मांगी तो एकनाथ शिंदे ने किया पलटवार
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा, इस बात की चर्चा देश की सियासत में तेजी से घूम रही है, लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई भी चर्चा सामने नहीं आई है।
Maharashtra Political Crisis Live : महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) द्वारा शिवसेना (shivsena) से बगावत का बाद अब उद्धव ठाकरे सरकार (Uddhav Thackeray government) गिरने के कगार पर आ गयी है। वर्तमान परिदृश्य के चलते इस बात की भनक सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को भी लग चुकी है। इस मामले में नया मोड़ उस समय आया जब शिवसेना ने डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी लिखकर बागी 12 विधायकों पर कार्रवाई की मांग की, ये विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
एकनाथ शिंदे ने इसके जवाब में कहा कि हम आपके तरीके और कानून जानते हैं। संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार व्हिप विधानसभा कार्य के लिए है यह बैठकों पर लागू नहीं होता है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं। आप हमें डरा नहीं सकते। हम बालासाहेब ठाकरे के असली शिव सैनिक हैं। हम कानून जानते हैं। उन्होंने उद्धव के अल्पममत में होने का दावा करते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की।
दरअसल, बीते दिन संजय राउत द्वारा विधानसभा भंग करने की बात कहने के बाद उद्धव ठाकरे अपने परिवार और सामना के साथ मुख्यमंत्री आवास छोड़कर पैतृक निवास 'मातोश्री' वापस आ गए हैं। ऐसे में अब महाराष्ट्र के नए सीएम को लेकर चर्चा तेज हो गई है और यह पूरी तरह से बागी नेता एकनाथ शिंदे के अगले कदम पर निर्भर करता है। वहीं भाजपा से साठगांठ होने पर एकनाथ शिंदे को अगला डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा तेज है।
बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा
एनसीपी नेताओं की बैठक के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। शरद पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, 'बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा। उद्धव ठाकरे के पास बहुमत है। सरकार बचाने की हर संभव कोशिश करेंगे। पवार ने संजय राउत के बयान पर कहा कि, राउत ने यही कहा है कि जो कहना है (बागी विधायकों को) मुंबई में आकर बात रखनी चाहिए। यही बात उद्धव ठाकरे ने भी बताई।'
क्या कहा था राउत ने?
आपको बता दें कि, शरद पवार के प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों की महाविकास अघाड़ी से अलग होने की मांग पर विचार करने के लिए तैयार है। संजय राउत ने यह बयान उद्धव ठाकरे के साथ बैठक के बाद दिया था।
सियासी संकट के बीच फडणवीस दिल्ली रवाना
महाराष्ट्र में जारी सियासी बवाल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना हर हैं। देवेंद्र फडणवीस राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे और आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
...फिर धोखा दिया- अठावले
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (Republican Party of India) के प्रमुख रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने कहा, कि '2019 के चुनाव में बीजेपी, RPI और शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था। लेकिन, 2019 में बीजेपी को शिवसेना ने धोखा दिया। उन्होंने कहा, असली शिवसेना अब एकनाथ शिंदे की है। क्योंकि ज्यादातर विधायक उनके साथ हैं। आठवले आगे कहते हैं कि, शिवसेना ने बीजेपी को धोखा दिया और एकनाथ शिंदे ने उन्हें धोखा दिया। उद्धव ठाकरे और संजय राउत ही आज के हालात के लिए जिम्मेदार हैं। जल्द फडणवीस को मुख्यमंत्री को बनना चाहिए। फडणवीस और शिंदे दोनों को गठबंधन करना चाहिए।'
विजयवर्गीय- शिवसेना के हीरो आज जीरो हो गए
वहीं, बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, महाराष्ट्र के हालात से सबको सबक लेना चाहिए कि अहंकार अच्छा नहीं होता। बीजेपी नेता ने आगे कहा, कि जिस तरह से उद्धव ठाकरे बयान देते थे, उनके प्रवक्ता प्रधानमंत्री के बारे में जिन शब्दों का इस्तेमाल करते थे, ये उसी का फल है। इंदौर में विजयवर्गीय ने कहा, कि लोकतंत्र में सबका सम्मान करना चाहिए। जो शिवसेना के हीरो जाने जाते थे, वो तो अब जीरो हो गए।'
किरीट सोमैया ने ट्वीट की तस्वीर
बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) के साथ अपनी फोटो पोस्ट की है। किरीट सोमैया ने लिखा, 'उद्धव ठाकरे जी की माफिया सरकार का अंत'। उन्होंने आगे लिखा है कि देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल से सागर बंगलो पर मुलाकात की।
नाना पटोले- हम MVA के साथ
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले (Maharashtra Congress chief Nana Patole) ने कहा कि, बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए हम शिवसेना के साथ हैं। ये खेल प्रवर्तन निदेशालय (ED) की वजह से हो रहा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है। हम महाविकास अघाड़ी गठबंधन के साथ हैं और रहेंगे। अगर शिवसेना किसी के साथ गठबंधन करना चाहती है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है।
'राउत का बयान शिवसेना की रणनीति'
महाराष्ट्र की राजनीतिक खींचतान के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने संजय राउत की महाविकास अघाड़ी गठबंधन से बाहर आने वाली बात पर कहा, कि 'यह शिवसेना की एकनाथ शिंदे को मुंबई बुलाने की रणनीति है। अगर जरूरत पड़ी तो हम विपक्ष में बैठकर जनता की सेवा करने को तैयार हैं।'
संजय राउत- महाविकास अघाड़ी गठबंधन से निकलने को तैयार
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच पल-पल घटनाक्रम बदल रहा है। इस बीच शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने आज बड़ा बयान दे दिया। राउत ने कहा कि, अगर उनके विधायक चाहेंगे तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी यानी MVA गठबंधन से अलग होने को तैयार है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने आगे कहा, कि विधायकों को गुवाहाटी से संदेश नहीं देना चाहिए। वे लोग मुंबई वापस आकर बात करें। मुख्यमंत्री ठाकरे से अपनी बात रखें। अगर, सभी विधायक चाहते हैं कि हम महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन से बाहर आ जाएं, तो इस पर भी बातचीत होगी। लेकिन, उनको आकर मुख्यमंत्री से बात करनी होगी।
24 घंटे का दिया समय
संजय राउत ने आगे कहा, कि 'एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के साथ मौजूद सभी विधायकों को अगर लग रहा है, कि उनको NCP और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है। अगर ऐसा है तो आप यहां मुंबई आकर सीएम उद्धव ठाकरे के साथ बैठकर चर्चा करें। हम सत्ता छोड़ने को तैयार हैं। इतना ही नहीं, संजय राउत बोले कि मैं एकनाथ शिंदे और उनके विधायकों को आने वाले 24 घंटे का समय देता हूं।'
'फ्लोर टेस्ट हुआ तो हमारी ही जीत होगी'
संजय राउत ने ये बातें एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। उन्होंने कहा, उनके साथ कांग्रेस के विधायक भी मौजूद हैं। राउत ने आगे कहा, कि शिवसेना के विधायकों का अपहरण हुआ है। इस दौरान संजय राउत ने दावा किया कि, फ्लोर टेस्ट हुआ तो हमारी ही जीत होगी।
'मैं सूरत में कई किलोमीटर भागा था'
शिवसेना सांसद संजय राउत के बाद विधायक कैलाश पाटिल ने भी मीडिया से बात की। कैलाश पाटिल ने कहा, कि मैं बहुत मुश्किल से वापस मुंबई आया हूं। ऐसे बहुत एमएलए (MLA) वहां हैं जो अपनी मजबूरी के कारण वापस नहीं आ पा रहे। कैलाश पाटिल ने आगे कहा, कि हमें जबरन सूरत लेकर जाया गया था। मैं वहां कई किलोमीटर तक भागा था। हम शिवसेना को धोखा नहीं देंगे। कैलाश पाटिल ने कहा, कि विधायकों को अगर कांग्रेस-एनसीपी के साथ की सरकार पसंद नहीं थी तो उद्धव ठाकरे के सामने आकर बात करनी चाहिए थी।'
राउत का दावा- 21 बागी संपर्क में
हालांकि, शिवसेना के नेता संजय राउत ने भरोसा जताया कि उद्धव ठाकरे बहुत जल्द 'वर्षा' बंगले में वापस आएंगे। उन्होंने बताया, गुवाहाटी से 21 विधायकों ने हमसे संपर्क किया है। जब वो मुंबई लौटेंगे, तो हमारे साथ आएंगे।
'एक-दो दिन में हो जाएगा फैसला'
महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल (Deputy Speaker Narhari Jirwal) ने एक खबरिया चैनल से बात करते हुए कहा कि, 'मुझे जो पत्र मिला है, उसमें 34 विधायकों के नाम हैं। कभी कम बोलते हैं, तो कभी ज्यादा बोलते हैं। जो उन्होंने कहा है उसे जांच करने की जरूरत पड़ेगी। एक-दो दिन में फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा दिए लिस्ट में कुछ हस्ताक्षर पर संशय है।'
जो भी कानून सम्मत होगा, करूंगा
जिरवाल आगे कहते हैं, 'जो भी कानून सम्मत होगा वैसे ही जांच करूंगा। वो कहते हैं कि, जांच करने के लिए विधायकों को सामने बुलाना पड़ेगा। अभी तक कोई संवाद नहीं हुआ है। देखूंगा अभी पढ़ रहा हूं कि क्या-क्या है। उसके बाद फैसला लूंगा।'
शरद पवार की पार्टी विधायकों के साथ बैठक खत्म
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के घर जारी विधायकों की बैठक खत्म हो गई है। यह मीटिंग करीब एक घंटे तक चली। इसके बाद मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने बताया कि, मुझे नहीं लगता कि फ्लोर टेस्ट की नौबत आएगी। हम बातचीत से इस मुद्दे को सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा, 'सरकार बचाने की पूरी कोशिश की जाएगी।'
गुवाहाटी में होटल के सामने धरने पर बैठे TMC कार्यकर्ता
वहीं, दूसरी तरफ असम के गुवाहाटी में उस होटल के सामने अचानक हंगामा होने लगा जिस होटल में बागी विधायक मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि होटल के सामने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए हैं। TMC का कहना है कि असम इस वक़्त बाढ़ से जूझ रहा है। इस बीच यहां राजनीतिक चालें चली जा रही हैं। तृणमूल के लोगों का कहना है कि ये राजनीति महाराष्ट्र में करनी चाहिए, यहां क्यों?
CM उद्धव ठाकरे कर रहे सचिवों के साथ बैठक
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सचिवों के साथ बैठक कर रहे हैं। सीएम वर्चुअली इस बैठक में शामिल हुए हैं। मन जा रहा है कि मौजूदा सरकार ये संदेश देने की कोशिश कर रही है कि वो अभी भी अपना काम कर रहे हैं।
सरकार के पास कुल 169 विधायक हैं
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सदस्य है वहीं सरकार बनाने के लिए बहुमत के तौर पर 145 विधायकों का समर्थन आवश्यक है। वर्तमान में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाविकास अगाडी (MVA) सरकार के पास कुल 169 विधायक हैं वहीं राज्य में विपक्षी दल भाजपा के कुल 106 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे के पार्टी से बगावत के बाद MVA का सियासी समीकरण पूरी तरह से बिगड़ गया है। वर्तमान में एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में हैं और उन्होनें दावा किया है कि शिवसेना के 40 विधायक उनके साथ हैं। ऐसे में एमवीए सरकार गिरना लगभग तय माना जा रहा हैं।
अब ऐसे में विधानसभा भंग करने या अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे बहुमत हासिल नहीं कर पाते हैं तो उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना होगा।
कौन होगा महाराष्ट्र का अगला सीएम
महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा इस बात की चर्चा देश की सियासत में तेजी से घूम रही है लेकिन अभीतक इस को लेकर कोई भी चर्चा सामने नहीं आई है। दरअसल, यह पूरी तरह से एकनाथ शिंदे पर निर्भर करता है क्योंकि यदि शिवसेना के करीब 40 विधायक उनके साथ हैं तो दल-बदल रोधी कानून के तहत दो तिहाई से अधिक विधायक होने चलते उनकी सदस्यता भी रद्द नहीं होगी। साथ ही शिंदे को पार्टी विधायक दल का नेता भी चुना जा सकता है।
वहीं अब देखना यह होगा कि एकनाथ शिंदे भाजपा के साथ गठबंधन करते हैं या विलय। दरअसल, यदि भाजपा और शिंदे के बीच बातचीत सफल रहती है तो भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को भी एक बार फिर राज्य का सीएम चुना जा सकता है वहीं एकनाथ शिंदे राज्य के अगले उप-मुख्यमंत्री निर्वाचित हो सकते हैं। फिलहाल, एकनाथ शिंदे का अगला दांव और भाजपा के साथ जाने पर उनकी शर्तें महाराष्ट्र सियासत में अगले सीएम के चुनाव पर मुहर लगा सकती हैं।