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Maharashtra Crisis Live: उद्धव ठाकरे ने अचानक सीएम आवास छोड़ा और सामान लेकर मातोश्री पहुंचे
Maharashtra Political Crisis: शिवसेना नेता और पार्टी के वरिष्ठ सांसद संजय राउत ने संकेत दिया है कि उद्धव सरकार महाराष्ट्र विधानसभा को भंग करने की सिफारिश पर बड़ा फैसला ले सकती है।
Maharashtra Political Crisis: अचानक नये घटनाक्रम में उद्धव ठाकरे सीएम आवास छोड़ कर सामान लेकर मातोश्री पहुंच गए हैं। जहां हजारों शिवसैनिक उनके प्रति एकजुटता दिखाने के लिए जुटे हुए हैं। देर शाम सीएम के सरकारी आवास से उनका सामान लदना शुरू हुआ और कुछ देर बाद उद्धव ठाकरे अपना सामान लेकर मातोश्री पहुंच गए। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना विधायकों की बड़ी बगावत के बाद महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने की सिफारिश के संकेत मिल रहे हैं। शिवसेना विधायकों के बागी तेवर को देखते हुए बुधवार को दिनभर उद्धव सरकार द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने की सिफारिश पर अटकलें तेज रही। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव किया। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया। इस दौरान उनके निशाने पर लगातार बागी विधायक रहे।
दूसरी तरफ, शिवसेना के बागी विधायक और वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे अपने साथ 46 विधायक होने का दावा कर रहे हैं। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने विधानसभा भंग करने की बात कह दी है। शिंदे को 34 विधायकों के समर्थन वाली चिट्ठी भी सामने आई है। ज्ञात हो कि, बुधवार (22 जून) सुबह सूचना आई थी कि मुख्यमंत्री ठाकरे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि, दोपहर में उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई।
उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच हुई वार्ता
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार के बीच आधे घंटे तक बैठक चली। कहा जा रहा है कि इस बैठक में आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई। इस मीटिंग में सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं।
शरद पवार ने कल बुलाई NCP MLA की बैठक
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने भविष्य की रणनीति के मद्देनजर अपनी पार्टी के विधायकों की कल बैठक बुलाई है। संभव है कि बैठक में महाराष्ट्र में व्याप्त सियासी संकट और महाविकास अघाड़ी के भविष्य को लेकर मंथन होगा।
'शिवसेना कभी हिन्दुत्व से अलग नहीं रही'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज राज्य की जनता को फेसबुक पर लाइव संबोधित किया। अपने संबोधन में सीएम ठाकरे ने कहा, कि 'देश में कोरोना काल के दौरान जब बीमारी का प्रकोप बढ़ा तो किसी को नहीं पता था कि इस वायरस से कैसे लड़ा जाए। बावजूद हम कोविड से लड़े। हमने कोरोना से निपटने वाले टॉप 5 मुख्यमंत्रियों में थे। उन्होंने कहा, 'अभी कई सवाल चल रहे हैं। इनमें से एक है शिवसेना कौन चला रहा है? शिवसेना कभी हिंदुत्व से नहीं अलग नहीं हुई।
शिवसैनिक मेरे साथ गद्दारी न करें
उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के बागी विधायकों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने एकनाथ शिंदे को निशाने पर लेते हुए कहा, 'जो भी बोलना है सामने आकर बोलें। उन्होंने शिंदे से कहा, सामने आकर बोले तो इस्तीफे के लिए तैयार हूं। उद्धव ठाकरे ने कहा, शिवसैनिक मेरे साथ गद्दारी न करें।'
काफी समय तक कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ था
इससे पहले उद्धव ठाकरे ने कहा, 'आज सुबह ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने मुझे फोन किया था। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने भी फोन पर बात की। वो बोले, 'हम आपके (महाराष्ट्र की जनता) साथ हैं। हम काफी समय तक कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ थे। मगर, शरद पवार ने एक बैठक में बोला कि मुझे तुमसे बात करनी है। उन्होंने ये भी कहा, कि तुम्हारे कंधों पर जिम्मेदारी देनी है। उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनने की बात कही थी।'
शिवसैनिक CM बने तो मुझे खुशी होगी
अपने फेसबुक लाइव में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, कि 'अगर कोई शिव सैनिक राज्य का सीएम बनता है, तो मुझे खुशी होगी। अगर, किसी को कोई समस्या है तो वह मुझसे सीधे बात करे, लेकिन मेरे साथ गद्दारी न करे।'
शिवसेना ने जारी किया व्हिप, उद्धव बोले- देखते हैं
शिवसेना शीर्ष नेतृत्व ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। पार्टी ने कहा है कि आज शाम 5 बजे वर्षा (उद्धव ठाकरे का घर) पर मिलना है। लिखा गया है कि अगर आप बैठक में नहीं आए तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं। वहीं, कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, कि 'देखते हैं आगे क्या होता है।'
शाम 5 बजे शिवसेना की बैठक, व्हिप जारी
शिवसेना शीर्ष नेतृत्व ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। पार्टी ने कहा है कि आज शाम 5 बजे वर्षा (उद्धव ठाकरे का घर) पर मिलना है। लिखा गया है कि अगर आप बैठक में नहीं आए तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में कैबिनेट बैठक खत्म हो चुकी है। इस मीटिंग में उद्धव ठाकरे सरकार के 8 मंत्री शामिल नहीं हुए। इस बैठक में जो मंत्री नहीं हुए पहुंचे उनके नाम हैं -
- एकनाथ शिंदे
- गुलाबराव पाटिल
- शंभूराज देसाई (राज्यमंत्री)
- बच्चू कडू
- राजेंद्र यद्रावकर
- दादा भुसे
- संदीपन भुमरे
- अब्दुल सत्तार
बैठक में नहीं आए आदित्य ठाकरे
महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट बैठक में आदित्य ठाकरे शामिल नहीं हुए। बताया जा रहा है कि गुवाहाटी के 'Radisson Blu Hotel' में अभी 89 लोग ठहरे हुए हैं। इसमें 37 बागी विधायक बताये जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कुछ विधायकों के परिवार भी साथ ही हैं। वहीं, बागी विधायकों ने कुछ और कमरों की डिमांड की है। कहा जा रहा है कि कुछ और लोग गुवाहाटी आ सकते हैं।
एकनाथ शिंदे ने कहा- मेरे साथ 46 MLA
वहीं, शिवसेना के बागी विधायक और महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने एक खबरिया चैनल से बात करते हुए दावा किया कि उनके साथ शिवसेना सहित निर्दलीय मिलाकर कुल 46 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। जब उनसे सवाल पूछा गया कि, क्या वो (शिंदे) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संपर्क में हैं? इस सवाल उन्होंने कहा, 'वह सिर्फ उन 46 विधायकों के संपर्क में हैं। ये सभी उनके साथ हैं।
सीएम उद्धव को कोरोना, वर्चुअल हो रही मीटिंग
महाराष्ट्र में तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच जहां आज सुबह जहां राज्यपाल कोश्यारी (Governor Koshyari corona positive) कोरोना पॉजिटिव पाए गए, अब वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी कोरोना हो गया है। जिसके बाद, अब वर्चुअल कैबिनेट मीटिंग हो रही है। इससे पहले महाविकास अघाड़ी के प्रमुख सहयोगी कांग्रेस ने अपने विधायकों के साथ बैठक की थी।
शिंदे को मनाने में शिवसेना नाकाम
दरअसल बागी नेता एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। शिंदे की अगुवाई में शिवसेना के बागी विधायक सूरत से गुवाहाटी पहुंच चुके हैं। शिंदे और उनके साथी विधायक महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को अपने करीबी मिलिंद नार्वेकर और ठाणे के विधायक रविंद्र फाटक को भेजकर शिंदे को मनाने की कोशिश की थी। नार्वेकर के साथ बातचीत के दौरान शिंदे ने अपना रुख पूरी तरह साफ कर दिया।
बाद में नार्वेकर ने शिंदे की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत भी कराई। इस बातचीत के दौरान भी शिंदे ने उद्धव से महाराष्ट्र में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। उन्होंने साफ किया कि अगर भाजपा से गठबंधन किया गया तो शिवसेना नहीं टूटेगी मगर एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन मंजूर नहीं है। शिंदे के इस रुख से साफ हो गया है कि शिवसेना का नेतृत्व बागी विधायकों को मनाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है।
पवार ने बुलाई तत्काल बैठक
शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद मंगलवार से ही मुंबई में सियासी गतिविधियां काफी तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री के आवास पर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है मगर समस्या सुलझाने के लिए कोई रास्ता निकलता नहीं दिख रहा है। शिवसेना के कुछ और विधायकों के बागी तेवर अपनाने की आशंका से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है।
मंगलवार को दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर बैठक के बाद एनसीपी के मुखिया शरद पवार भी मुंबई पहुंच गए हैं। पवार के मुंबई पहुंचने के बाद एनसीपी के खेमे में भी सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। मुंबई पहुंचने के तत्काल बाद पवार ने उद्धव सरकार को बचाने की कवायद तेज कर दी है। पवार ने सरकार को बचाने के लिए तत्काल बैठक बुलाई है।
बड़ा फैसला लेने की तैयारी
मौजूदा सियासी हालात को देखते हुए शिवसेना नेतृत्व की चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले सांसद संजय राउत ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश के संकेत दिए हैं। माना जा रहा है कि उद्धव कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इस बाबत एनसीपी मुखिया शरद पवार से भी चर्चा की जा रही है।
संजय राउत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि महाराष्ट्र में ज्यादा से ज्यादा क्या होगा। हमारी सत्ता ही तो जाएगी। हालांकि उन्होंने इसके साथ ही बागी नेता शिंदे के साथ लगातार बातचीत होने का दावा भी किया।
संजय राउत के घर के बाहर लगे पोस्टर
उन्होंने कहा कि शिंदे से आज मेरी एक घंटे तक बातचीत हुई है बागी विधायकों से भी हम संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कोई भी विधायक शिवसेना नहीं छोड़ेगा। राउत के बयानों में ज्यादा दम नहीं माना जा रहा है क्योंकि शिवसेना का शीर्ष नेतृत्व अभी तक शिंदे को मनाने में नाकाम साबित हुआ है।
इस बीच मुंबई में संजय राउत के घर के बाहर पोस्टर भी लगा दिए गए हैं। इन पोस्टरों पर एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए लिखा गया है कि तेरा घमंड तो चार दिन का है पगले,हमारी बादशाही तो खानदानी है। माना जा रहा है कि ये पोस्टर उद्धव ठाकरे के समर्थकों की ओर से लगाए गए हैं।
कमलनाथ ने भाजपा को घेरा
उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मुंबई पहुंच गए हैं। मुंबई पहुंचने के बाद उन्होंने कांग्रेस विधायकों के साथ संपर्क साधा है। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि भाजपा पैसे के दम पर सत्ता परिवर्तन का खेल खेल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कोई भी विधायक बिकाऊ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मध्यप्रदेश में भी यही खेल खेला था और अब महाराष्ट्र में भी वही कहानी दोहराने की कोशिश की जा रही है।