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Maharashtra Politics: गिरफ्तारी के बाद राणे व शिवसेना आमने-सामने, मंत्री की धमकी पर राउत का जवाब- हम भी खोल देंगे कुंडली
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने शिवसेना और उद्धव ठाकरे के राज खोलने की धमकी दी है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की सियासत में राणे और शिवसेना (Shiv Sena) के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। राणे की ओर से शिवसेना और उद्धव ठाकरे के राज खोलने की धमकी दिए जाने के बाद शिवसेना ने भी केंद्रीय मंत्री को करारा जवाब दिया है। शिवसेना के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने राणे को जवाब देते हुए कहा कि उन्हें शिवसेना को धमकियां देने से बाज आना चाहिए क्योंकि शिवसेना के पास भी उनकी कुंडली है। वह भी संदूक खोल कर उनके तमाम पुराने राज उजागर कर सकती है।
राउत ने यह भी कहा कि अगर भाजपा की ओर से हमारे खिलाफ राणे का इस्तेमाल किया गया तो हम भी जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हमारे राजनीतिक मतभेद हैं मगर भाजपा को राणे के कंधे पर बंदूक रखकर गोली नहीं चलानी चाहिए।
पुराने राज खोलने की राणे की धमकी
आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में गिरफ्तारी के बाद राणे ने शिवसेना के खिलाफ तीखे आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। जमानत मिलने के बाद रत्नागिरी से जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करते हुए राणे ने ठाकरे परिवार को धमकी देते हुए कहा कि 39 साल से मेरे दिल में कई राज दबे हुए हैं। अब मैं इन्हें एक के बाद एक खोलूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं अपने खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई से डरने वाला नहीं हूं। अब मैं सभी राज धीरे-धीरे खोलूंगा। अपने भाई की पत्नी पर एसिड से किसने हमला किया था, यह भी पता करना चाहिए। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे उनके घर की हर बात पता है क्योंकि मैं 39 साल उनके साथ रहा हूं। अब मैं सबके सामने पुराने चिट्ठे खोलूंगा।
शिवसेना ने दिया करारा जवाब
राणे के इस बयान के बाद शिवसेना की ओर से भी करारा जवाब दिया गया है। पार्टी के सांसद संजय राउत ने नासिक में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राणे को यह बात याद रखनी चाहिए कि हमारे पास भी उनकी कुंडली है। टहम भी संदूक खोलकर उनके कई राज उजागर कर सकते हैं। इसलिए उन्हें शिवसेना को धमकी नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से चुने गए अन्य नए मंत्रियों भारती पवार, कपिल पाटिल और भागवत कराड भी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं मगर इन नेताओं की ओर से कोई विवादित बयान नहीं दिया गया।
राउत ने कहा कि राणे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। वे सिर्फ शिवसेना, उद्धव ठाकरे और महाविकास अघाड़ी सरकार पर निशाना साधने में जुटे हुए हैं। राणे और उनकी पार्टी भाजपा को इस संबंध में आत्ममंथन करना चाहिए क्योंकि उनकी ओर से उठाया गया कदम उचित नहीं है।आत्ममंथन करने पर उन्हें जल्द ही अपनी गलती का एहसास होगा।
राणे की मानसिक स्थिति खराब
बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान राउत ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि राणे की मानसिक स्थिति पूरी तरह खराब हो चुकी है और अब उन्हें योग का सहारा लेना चाहिए। उन्होंने ठाकरे सरकार की ओर से राणे के खिलाफ की गई कार्रवाई को कानूनन सही और उचित बताया। उन्होंने कहा कि कानून के समक्ष सभी बराबर हैं। मंत्री होने का मतलब यह नहीं है कि आप उल्टे सीधे बयान देना शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि 36 नए केंद्रीय मंत्रियों की ओर से जन आशीर्वाद यात्रा निकाली गई मगर सिर्फ एक व्यक्ति उल जरूर बातें करने में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच राजनीतिक मतभेद जरूर हैं मगर कभी रिश्ते खराब नहीं हुए। भाजपा में शामिल हुए नए चेहरों ने दोनों पार्टियों के रिश्तों में तनाव पैदा कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल जैसे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कभी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जैसी भाषा का इस्तेमाल राणे की ओर से किया जा रहा है।
आरोप-प्रत्यारोप से बढ़ेगा टकराव
गिरफ्तारी के बाद राणे के रवैये को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में उनके और शिवसेना के बीच टकराव और बढ़ेगा। राणे ने साफ तौर पर कहा है कि वे शिवसेना की ओर से की जाने वाली किसी भी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं।
दूसरी ओर शिवसेना भी राणे को तीखा जवाब देने में जुटी हुई है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी राणे के खिलाफ तल्ख टिप्पणियां की गई हैं। इससे साफ है कि राणे और शिवसेना के बीच बढ़ते टकराव से आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की सियासत और गरमाएगी।