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Bachelors Protest: महाराष्ट्र के सोलापुर में अनोखा आंदोलन, शादी न होने से परेशान युवाओं ने दूल्हा बनकर निकाला मार्च
Maharashtra: राज्य के सोलापुर जिले के युवाओं ने अनोखा आंदोलन किया। उन्होंने दूल्हे की तरह सज-धज कर घोड़ी पर चढ़कर डीएम ऑफिस तक मार्च निकाला।
Bachelors Protest: लिंगानुपात का क्या महत्व होता है, ये हरियाणा के बाद अब महाराष्ट्र के युवाओं को भी समझ में आने लगा है। राज्य के सोलापुर जिले के युवा अपने सपनों का घर नहीं बसा पा रहे हैं। क्योंकि इसके लिए दुल्हन ही नहीं है। परेशान युवाओं ने अनोखा आंदोलन किया। उन्होंने दूल्हे की तरह सज-धज कर घोड़ी पर चढ़कर बैंड-बाजे के साथ डीएम ऑफिस तक मार्च निकाला। मामला बुधवार को है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
शादी के लिए दूल्हन ढूंढना मुश्किल हो रहा है: परेशान युवा
परेशान युवाओं का कहना है कि राज्य में दिनोंदिन लड़कियों की संख्या कम होती जा रही है। इसलिए शादी के लिए दूल्हन ढूंढना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में सरकार इसमें उनकी मदद करे। दूल्हे के भेष में कलेक्ट्रेट पहुंचे युवाओं ने सोलापुर जिलाधिकारी को इस बाबत एक लेटर भी दिया। युवाओं ने लेटर महिला-पुरूष के विषम अनुपात का मुद्दा उठाया और सरकार से प्री-कंसेप्शन एंड प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक्स एक्ट (PCPNDT एक्ट) को कड़ाई से लागू करवाने की मांग की।
वायरल हो रहा वीडियो
सोशल मीडिया पर अविवाहित दूल्हों का ये वीडियो खूब वायरल हो रहा है। लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं और कमेंट भी कर रहे। संजीव नामक एक यूजर लिखता है, युवा दूल्हों का कोई तो घर बसा दो, परेशान कुंआरे बैंड-बाजे के साथ डीएम ऑफिस पहुंचे और शादी कराने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने बताई अपनी पीड़ा
शादी न होने से परेशान युवकों ने डीएम ऑफिस के सामने बैठकर अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि शादी न होने से हमारे मां-बाप परेशान हैं। शादी न होने के कारण समाज में हमें अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता है। बताया जा रहा है कि इस मार्च में करीब 50 अविवाहित लड़के शामिल थे।
इस मार्च का आयोजन करने वाली संस्था ज्योति क्रांति परिषद के संस्थापक रमेश बारस्कर ने कहा कि कई लोग इसका मजाक उड़ा रहे हैं। मगर हकीकत ये है कि कई योग्य लड़के भी आज कुंवारे हैं क्योंकि महाराष्ट्र में महिला और पुरूष का अनुपात गड़बड़ा गया है। राज्य का लिंगानुपात प्रति 1000 लड़कों पर 899 लड़कियों का है। इसके पीछे कन्या भ्रूण हत्या जिम्मेदार है। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।