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NIA Raid: ड्रोन से हमला, आईईडी ब्लास्ट से तबाही मचाने की तैयारी, एनआईए ने किया आईएसआईएस की खौफनाक साजिश का खुलासा
NIA Raid: एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। एनआईए ने आतंकी संगठन आईएसआईएस की खौफनाक साजिश का सनसनीखेज खुलासा किया है। एनआईए ने इस साजिश के खिलाफ देश के 44 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। इस दौरान 15 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। साकिब नचान को इस टेररिस्ट मॉड्यूल का सरगना बताया जा रहा है।
NIA Raid: राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए बड़ी सफलता मिली है। एनआईए ने शनिवार को आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को नेस्तनाबूद करते हुए आईएसआईएस की खौफनाक साजिश का खुलासा किया है। इस आतंकी संगठन का टेरर मॉड्यूल भारत की धरती पर तबाही मचाने की साजिश रच रहा था। आईएसआईएस का इरादा हवा से लेकर जमीन तक हमले करके लोगों के बीच दहशत पैदा करना था। लेकिन ये अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते उससे पहले एनआईए की टीम ने इन्हें धर दबोचा। एनआईए की देशभर में करीब 44 जगहों पर हुई छापेमारी के बाद 15 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।
कई जगहों पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया जाना था-
एनआईए टीम ने छापेमारी के दौरान इनके पास से भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी, खतरनाक और तेज धारदार हथियार, संवेदनशील दस्तावेज, स्मार्ट फोन और डिजिटल डिवाइस बरामद किए हैं। इनके जरिए मुंबई सहित देश में कई जगहों पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया जाना था। इस टेरर मॉड्यूल का मास्टरमाइंड साकिब नाचन बताया जा रहा है। बम बनाने में माहिर नाचन 2002 और 2003 में हुए मुंबई बम धमाकों में शामिल था। इसे दोषी करार देते हुए कोर्ट ने 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।
महाराष्ट्र और कर्नाटक में 44 जगहों पर छापे, 15 गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को महाराष्ट्र और कर्नाटक में कई जगहों पर छापेमारी की है। जांच एजेंसी की अलग-अलग टीमों ने महाराष्ट्र के पडघा-बोरीवली, ठाणे, मीरा रोड, पुणे और कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु में 44 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। एनआईए ने इस दौरान आतंकी वारदात करने और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में 15 आरोपियों को अरेस्ट किया है।
विदेशी आकाओं के निर्देश पर करते थे काम
एनआईए की जांच के अनुसार, आरोपी अपने विदेशी आकाओं के निर्देशों पर यहां काम करते थे। आईएसआईएस के हिंसक और विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आईईडी के निर्माण सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे। यह भी खुलासा हुआ है कि आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के सभी सदस्य पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे, जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक फैलाने और आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने की साजिश रची थी। आरोपियों ने भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का लक्ष्य रखा था।
ड्रोन के जरिए आतंकी वारदात की थी योजना
इतना ही नहीं इस आतंकी संगठन के लोग आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए मुंबई सहित देश के कई जगहों पर जाकर बकायदा रेकी कर रहे थे। इन लोगों को विदेश से भी पैसा मिल रहा था। इनकी साजिश ड्रोन अटैक की भी थी, ताकि भीड़भाड़ वाले इलाकों में आसानी से बम धमाका किया जा सके। इनको ड्रोन हैंडल करने की ट्र्रेनिंग भी दी जा रही थी। यह भी खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आरोपियों ने ठाणे के पडघा गांव को केंद्र बना रखा था। उनके विचारों से प्रभावित मुस्लिम युवाओं को वहां लाकर जिहाद की ट्रेनिंग दी जा रही थी। आतंकियों के इस आईएसआईएस मॉड्यूल का सरगना साकिब नाचन है। वो इस प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने वाले आतंकियों को ‘बायथ‘ (आईएसआईएस के खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ) दिलाता था। एनआईए की टीम पिछले कई महीनों से भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाले आतंकी संगठनों के पीछे पड़ी हुई है। इस दौरान बड़े पैमाने पर छापेमारी की जा रही है, जिसमें आईएसआईएस की आतंकी साजिश को अंजाम देने में जुटे कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। आईएसआईएस के टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है।
पुणे मॉड्यूल देश में फैलाना चाहता था दहशत
एनआईए ने इसी आईएसआईएस के पुणे मॉड्यूल का खुलासा करते हुए सात आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पिछले महीने सातों आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। पुणे स्थित आईएसआईएस मॉड्यूल केस में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। गिरफ्त में आए आतंकवादी फंड एकत्रित करने से लेकर आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने तक का काम करते थे। एनआईए की चार्जशीट में कहा गया था कि आरोपियों ने आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए थे। कई वांछित आतंकवादियों को शरण दी। इतना ही नहीं आईईडी बनाने के लिए जरूरी सामान एकत्र कर रखा था। इन्होंने लोगों में आतंक की दहशत पैदा करने और धमकी देने के इरादे से आईएसआईएस की आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रची थी। ये सभी भारत की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा हैं। सात आरोपियों में से दो आरोपी मध्य प्रदेश और पांच महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।
बाइक चोरी की जांच में हुआ आतंक के बड़े मॉड्यूल का खुलासा
18 जुलाई को पुणे में एक बाइक चुराने के आरोप में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद साकी को पुलिस थाने ले जा रही थी कि इसी दौरान एक आरोपी पुलिस वैन से कूदकर फरार हो गया। दूसरे से पता चला कि दोनों एक आतंकी गैंग के हिस्सा हैं। इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस इस पूरे मॉड्यूल तक पहुंच गई और इस केस की विस्तृत जांच के लिए इसे एनआईए को सौंप दिया गया था। तबसे एनआईए लगातार लीड लेकर आतंकियों को पर्दाफाश करने में जुटी है। आईएसआईएस एक वैश्विक आतंकवादी संगठन (जीटीजी) है, जिसे इस्लामिक स्टेट (आईएस), इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवंत (आईएसआईएल), दाएश, इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी), आईएसआईएस विलायत खोरासन, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक के नाम से भी जाना जाता है। यह संगठन देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय आईएसआईएस मॉड्यूल और सेल स्थापित करके भारत में अपना आतंकी नेटवर्क फैला रहा है। इसका प्रभाव देश के दक्षिणी राज्यों में ज्यादा देखा जा रहा है। अब एनआईए इन अरेस्ट किए गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। एनआईए को इनसे और भी जानकारी मिलने की उम्मीद है।