Rajya Sabha Election 2022: महाराष्ट्र में BJP के खिलाफ MVA को समर्थन देगी ओवैसी की पार्टी AIMIM

Maharashtra Rajya Sabha Elections : आज महाराष्ट्र में राज्य सभा की 6 सीटों पर वोटिंग होगी। इस बीच AIMIM यहां BJP के खिलाफ MVA दल के उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है।

Rajya Sabha Election 2022: महाराष्ट्र में BJP के खिलाफ MVA को समर्थन देगी ओवैसी की पार्टी AIMIM
Asaduddin Owaisi (Image Credit : Social Media)
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Rajya Sabha Election 2022 : राज्यसभा की 16 सीटों पर आज देश के 4 राज्यों में मतदान होगी। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) से जुड़ी महा विकास आघाडी (MVA) पार्टी को समर्थन देने का फैसला किया है। बता दें आज महाराष्ट्र के दो राज्यसभा सीटों समेत राजस्थान की 4, हरियाणा की 2 तथा कर्नाटक की 4 सीटों पर वोटिंग होनी है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के खिलाफ जाकर महाराष्ट्र में शिवसेना (Shivsena) के समर्थन में एआईएमआईएम का वोट करना चुनाव नतीजों पर बड़ा असर डाल सकता है।

इम्तियाज जलील ने दिया बयान

राज्यसभा चुनाव में एआईएमआईएम के समर्थन को लेकर जानकारी देते हुए औरंगाबाद से AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने ट्वीट करते हुए बताया कि आज महाराष्ट्र में राज्यसभा के 4 सीटों पर होने वाले मतदान में एआईएमआईएम के विधायक महा विकास आघाडी के प्रत्याशी को समर्थन देंगे। इम्तियाज ने कहा कि इस चुनाव में हमारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए वोट करेगी शिवसेना से हमारी विचारधारा अलग बनी रहेगी लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी को आज एआईएमआईएम के विधायक वोट करेंगे।

महाराष्ट्र में बीजेपी की राह कठिन

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के पास खुद के 106 विधायकों के अलावा सात निर्दलीय विधायकों का समर्थन मौजूद है हालांकि इसके बावजूद भी महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की राह कठिन नजर आ रही है। दरअसल महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों पर आज मतदान होना है एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए किसी भी उम्मीदवार को करीब 42 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी अपनी 83 विधायकों के मदद से 2 सीटों पर तो आसानी से जीत दर्ज कर लेगी मगर तीसरी सीट पर जीत हासिल करने के लिए 13 और विधायकों की जरूरत पड़ेगी। अब देखना यह होगा कि छोटे दल के नेता किसे अपना समर्थन देते हैं।