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Manipur Election 2022: मणिपुर में कांग्रेस ने BJP में लगाई सेंध, पूर्व मंत्री और विधायक ने थामा कांग्रेस का दामन
मणिपुर विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका देते हुए पार्टी के दिग्गज नेता ने विधायक पी. शरतचंद (P. Sharatchand) ने थामा कांग्रेस पार्टी का दामन।
Manipur Election 2022: चुनाव की आहट लगते ही नेता अपने सुरक्षित ठिकाने के लिए पाला बदलने की तैयारी शुरू कर देते हैं। चुनाव का मौसम आते ही नेताओं का पलायन एक दल से दूसरे दल में शुरू हो जाता है। देश के पूर्वोतर में बसा मणिपुर की राजनीति भी इसकी अपवाद नहीं है। अमूमन सुर्खियों से दूर रहने वाले इस राज्य में इन दिनों सियासी सरगर्मी तेज है। वजह है विधानसभा चुनाव। पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में एक राज्य मणिपुर भी है। ऐसे में चुनाव से ठीक पहले विपक्षी कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी को बड़ा झटका दिया है।
बीजेपी में सेंध
कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को तोड़कर अपने पाले में लाने वाली भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) को मणिपुर में कांग्रेस ने जोर का झटका दिया है। भाजपा विधायक पी. शरतचंद (P. Sharatchand) ने टिकट न मिलने से नाराज होकर पार्टी को अलविदा कह दिया।
इसके अलावा पूर्व मंत्री और सीनियर बीजेपी लीडर एन बिरेन और एन जॉयकुमार (N Joykumar) ने भी पार्टी पर उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। ये दोनों नेता भी टिकट के दावेदारों में शामिल थे।
लेकिन पार्टी द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची में इनका नाम गायब था। इन नाराज नेताओं को कांग्रेस अपनी ओर खींचने में सफल रही। कांग्रेस (Congress) के मणिपुर प्रभारी भक्तचरण दास की मौजूदगी में इन नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थामा।
पी. शरतचंद के टिकट कटने की वजह
पी. शरतचंद मणिपुर में बीजेपी के पुराने नेताओं में गिने जाते हैं। 2017 में वो मोइरंग विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार एम पृथ्वीराज को करीबी अंतर से हराया था। वो केवल 400 वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे। एम पृथ्वीराज अब पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
बीजेपी ने उन्हें पुरस्कृत करते हुए मोइरंग विधानसभा सीट से टिकट दे दिया। दरअसल भाजपा को आंतरिक सर्वे में मौजूदा विधायक शरतचंद के खिलाफ निगेटिव फीडबैक मिली थी। इस सीट पर उनकी कमोजर स्थिति को देखते हुए पिछले बार करीबी अंतर से हारे पृथ्वीराज को पार्टी में लाकर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है।
सहयोगी जदयू ने भी लगाई सेंध
बिहार औऱ केंद्र में मिलकर सरकार चला रही जनता दल यूनाइटेड ने भी मणिपुर में बीजेपी में सेंध लगाई है। भाजपा के दो नेताओं ने पार्टी छोड़ जदयू की सदस्यता ग्रहण की। इनमे बीजेपी नेता टी वृंदा और थंगजाम अरूण कुमार शामिल हैं।
बता दें कि मणिपुर की 60 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होगा। प्रथम चरण 27 फरवरी और दूसरा चरण 3 मार्च को होगा। मतो की गणना अन्य चार राज्यों के साथ 10 मार्च को होगी।
वहीं बात करें राज्य के सियासी परिदृश्य की तो सत्ताविरोधी लहर का सामना कर रही बीजेपी के सामने अपनी सत्ता कायम रखऩे की चुनौती है। बीजेपी एनपीपी और एनपीफ के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में है। वहीं विपक्षी कांग्रेस भी 5 अन्य छोटे सियासी दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में है।
2017 का परिणाम
बात करें 2017 के परिणाम की तो इस चुनाव में कांग्रेस को सर्वाधिक 28 सीटें और बीजेपी को 21 सीटें मिली थीं। लेकिन बीजेपी ने सिय़ासी कुशलता दिखाते हुए अन्य छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों के समर्थऩ से सरकार बना कांग्रेस के आगे से सत्ता की थाली छिन ली थी।