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Manipur Chief Minister: एन बीरेन सिंह – फुटबालर, पत्रकार और मुख्यमंत्री
Manipur Chief Minister: एन बीरेन सिंह ने 5 साल तक बतौर एक काबिल मुख्यमंत्री राज्ये में शासन किया था। उनकी काबिलियत और लोकप्रियता के चलते पार्टी ने फिर से उनको दोबारा मुख्यमंत्री पद सौंपा है।
Manipur Chief Minister: मणिपुर (Manipur) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) फिर से सत्ता में आई है और इसका श्रेय एन बीरेन सिंह (N Biren Singh) को दिया जा रहा है जिन्होंने 5 साल तक बतौर एक काबिल मुख्यमंत्री राज्ये में शासन किया था। उनकी काबिलियत और लोकप्रियता के चलते पार्टी ने फिर से उनको दोबारा मुख्यमंत्री पद सौंपा है। 1961 में राजधानी इम्फाल में जन्मे एन बीरेन सिंह (N Biren Singh) का सफ़र काफी उतार चढ़ाव वाला रहा है।
शुरूआती जीवन में उनका पॉलिटिक्स से कोई लेनादेना नहीं रहा था। खेल में ज्यादा रूचि होने के चलते मणिपुर यूनिवर्सिटी (Manipur University) से बीए करने के बाद बीरेन सिंह ने फुटबॉल को अपने करियर के तौर पर चुना। वे लोकल क्लबों के लिए खेलते थे। उनके खेल से प्रभावित हो कर सीमा सुरक्षा बल अधिकारीयों ने उनको बीएसएफ जॉइन करा दी और उसकी फुटबल टीम की बागडोर उनको सौंप दी। उन्होंने डूरंड कप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया और कई स्पर्धाओं में अपनी टीम को जीत दिलाई।
1992 में बीरेन सिंह (N Biren Singh) की रुचि पत्रकारिता की तरफ बढ़ी और उन्होंने बीएसएफ छोड़ कर मणिपुर में एक अखबार 'नाहरोल्गी थोउदांग' शुरू किया। बताया जाता है कि इसके लिए उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली एक जमीन भी बेचनी पड़ी थी। पत्रकारिता करते हुए उन्होंने राजनीति को करीब से देखा और आखिरकार पॉलिटिक्स में उतरने का फैसला किया।
राजनीतिक यात्रा
- वर्ष 2002 में वह डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपुल्स पार्टी में शामिल हुए। 2002 में हिंगांग निर्वाचन क्षेत्र से मणिपुर विधान सभा के लिए उन्हें एक उम्मीदवार के रूप में चुना गया।
- 2003 में वह कांग्रेस में शामिल हुए। 2004 में वह सतर्कता राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त हुए और बाद में सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, युवा मामले और खेल मंत्री बने।
- 2007 और 2012 के मणिपुर विधानसभा चुनावों में अपनी विधानसभा सीट बरकरार रखी।
- 2012 में ओकराम इबोबी सिंह (मणिपुर के तत्कालीन मुख्यमंत्री) ने उन्हें मंत्रिमंडल पद से बर्खास्त कर दिया था।
- 17 अक्टूबर 2016 को उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हुए। बाद में बीजेपी मणिपुर प्रदेश की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रवक्ता और सह-संयोजक बने।
- 13 मार्च 2017 को उन्हें मणिपुर में भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया था।
- 15 मार्च 2017 को उन्होंने मणिपुर के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
विवाद
26 फरवरी 2021 को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM N Biren Singh) ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की जिसके बाद उनके खिलाफ विवाद खड़ा हो गया। दरअसल उस तस्वीर में उनके स्वागत के लिए स्कूल के सारे बच्चे घुटने के बल सिर झुकाए बैठे उनका स्वागत करते हुए नजर आ रहे थे। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने लिखा, मैं मणिपुरी लोगों की संस्कृति और परंपराएं देखकर गौरवान्वित हूं। क्या गजब का अनुशासन है। लोगों ने इस तस्वीर पर कमेन्ट करते हुए लिखा कि अगर आपको ऐसे रिवाज निभाते लोगों को देखना है तो आप आदरपूर्वक थाइलैंड चले जाएं और वहां के राजा बन जाएं। हर चीज की एक सीमा होती है। आप रेड कार्पेट पर चल रहे हैं और बच्चे आप से दूर गंदी जगह में घुटने के बल सिर झुकाए बैठे हैं।
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