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Manipur Election 2022: टिकट के लिए प्रत्याशियों की सांसें अटकीं
Manipur Election 2022 : मणिपुर चुनाव में सभी की निगाहें अब भारतीय जनता पार्टी (Bjp) पर टिकी हैं
Manipur Election 2022 : मणिपुर विधानसभा की 60 सीटों (मणिपुर election 2022) पर 27 फरवरी और 3 मार्च को चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं। सभी की निगाहें अब भारतीय जनता पार्टी (Bjp) पर टिकी हैं, क्योंकि कई लोगों का अनुमान है कि भाजपा की सूची (BJP list) में जिनके नाम नदारद होंगे उनका इधर उधर भागने का एक नया सिलसिला शुरू होगा।
पार्टी की प्लानिंग सभी क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने की
भाजपा ने अभी तक अपने किसी उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है, लेकिन पार्टी की प्लानिंग सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने की है। अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के टिकट पर कई उम्मीदवार होड़ में हैं। सभी इच्छुक उम्मीदवार दावा कर रहे हैं कि उन्हें ही भाजपा का टिकट मिलेगा और उन्होंने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने चुनावी अभियान में पूरी ताकत लगा दी है।
सूची जारी होने के बाद अंतर्कलह और भगदड़ मचना तय
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि सूची जारी होने के बाद अंतर्कलह और भगदड़ मचना तय है।समझा जाता है कि पार्टी ने 60 विधानसभा क्षेत्रों में अधिकतर नामों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, कई लोगों को डर है कि टिकट से वंचित लोग हिंसा में शामिल हो सकते हैं। एहतियात के तौर पर, इंफाल पश्चिम के नित्यईपत चुथेक।(Nityaipat Chuthek of Imphal West) में राज्य भाजपा कार्यालय और उसके आसपास पहले से ही भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
भाजपा एक अनुशासित पार्टी है
वैसे, पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद हिंसा की आशंका से इनकार करते हुए राज्य भाजपा अध्यक्ष ए शारदा देवी ने कहा है कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है और ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा। उन्होंने कहा कि पहले किए गए गहन और व्यापक सर्वेक्षण के बाद उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया है।
शारदा, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और लोक निर्माण मंत्री बिस्वजीत के साथ केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली गए थे ये कल ही वापस लौटे हैं। शारदा ने कहा कि हालांकि उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे दिया गया है, लेकिन इसकी घोषणा होने में कुछ समय लगेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा निश्चित रूप से की जाएगी।
पार्टी का विधायक होना पार्टी के टिकट की गारंटी नहीं
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य बिस्वजीत ने कहा कि पार्टी के टिकट उम्मीदवारी की योग्यता के आधार पर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी का विधायक होना पार्टी के टिकट की गारंटी नहीं है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में टिकट आवंटन को लेकर कुछ समस्याग्रस्त विधानसभा क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की गई, खासकर जहां पार्टी में नए लोगों को प्रवेश दिया गया है।
कांग्रेस की सूची
कांग्रेस ने 40 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची की घोषणा पहले ही कर दी है। कांग्रेस का टिकट न मिलने से नाराज हियांग्लाम के पूर्व विधायक और मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष डॉ एलंगबाम द्विजामणि के कार्यकर्ताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। द्विजमणि और उनके समर्थकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराने के लिए कांग्रेस के झंडे और बैनर भी जलाए।
कांग्रेस ने 2017 के चुनाव में 28 सीटें जीती थीं। इस बार वह कुछ वाम दलों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने की योजना बना रही है। शेष 20 सीटों के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा वाम दलों के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने के बाद की जाएगी।
एनपीपी ने मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए अपने 20 उम्मीदवारों की पहली सूची की भी घोषणा कर दी है। चार विधायकों वाली एनपीपी, भाजपा के साथ गठबंधन में रही है लेकिन इस चुनाव में वह अकेले लड़ रही है और उसने सभी सीटों पर अपने सहयोगी के खिलाफ उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कब होगा मणिपुर चुनाव
मणिपुर विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 27 फरवरी और दूसरे चरण का मतदान 3 मार्च को होना है। पहले चरण के लिए 1 फरवरी और 4 फरवरी को अधिसूचना जारी की जाएगी। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 8 फरवरी और चरण-2 के लिए 11 फरवरी है।