×

Meerut News: जैविक कृषि 'कृषक संगम में शामिल होने मेरठ पहुंचे मोहन भागवत, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

Meerut News:आईजी नचिकेता झा ने जंबूद्वीप में हर गतिविधि की जानकारी ली अगले दो दिन जंबूद्वीप को सैलानियों के लिए बंद करने के निर्देश दिए।

Sushil Kumar
Published on: 19 March 2023 2:55 AM IST
Meerut News: जैविक कृषि कृषक संगम में शामिल होने मेरठ पहुंचे मोहन भागवत, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
X
mohan bhagwat (Photo-Social Media)

Meerut News:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहनराव भागवत शनिवार देर शाम उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद के हस्तिनापुर पहुंचे। वह कल यहां प्राचीन दिगंबर जैन बड़े मंदिर के मोती धनुष अयोध्यापुरी मंडप में किसानों को संबोधित करेंगे। रात में उनके ठहरने का इंतजाम जंबूद्वीप में किया गया है। इससे पहले आज राजीव सभरवाल, आईजी नचिकेता झा, एसपी देहात अनिरुद्ध सिंह, सीओ आशीष शर्मा, थाना प्रभारी बच्चू सिंह के साथ जंबूद्वीप स्थल पर होने वाले डॉ. मोहनराव भागवत के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

उन्होंने जंबूद्वीप के अंदर पैदल मार्च कर सभी सुरक्षा-व्यवस्था की जांच की और उसके बाद पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई दिशा निर्देश दिए। आईजी नचिकेता झा ने जंबूद्वीप में हर गतिविधि की जानकारी ली अगले दो दिन जंबूद्वीप को सैलानियों के लिए बंद करने के निर्देश दिए।

भारतीय किसान संघ के तत्वावधान में हस्तिनापुर के जंबूद्वीप में गो आधारित जैविक कृषि महासम्मेलन चल रहा है। कृषक महासम्मेलन में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, दिल्ली, सिक्किम, बिहार, लातूर, तमिलनाडु, उड़ीसा, मिजोरम, झारखंड, असम, तेलंगाना, मिजोरम, पश्चिम बंगाल आदि से 147 किसानों की टोलियां ट्रेनों से पहुंची हैं। संघ के अनुसार करीब 800 जैविक किसानों को बसों से हस्तिनापुर पहुंचाया गया। सिटी स्टेशन पर लगे शिविर में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बद्री नारायण चौधरी पहुंचे और व्यवस्थाएं देखीं।

खेतों की उर्वरक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी

शनिवार को सम्मेलन का दूसरा दिन था। सम्मेलन में आए विशेषज्ञों ने किसानों को गो आधारित अर्थात देशी गाय आधारित कृषि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया गया कि गो आधारित खेती से किसानों के खेतों की उर्वरक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी।

गो-आधारित खेती से बढ़ेगी आय

कृषि विशेषज्ञ द्वारा बताया गया कि प्राकृतिक एवं गो आधारित खेती से जहां किसानों की आय बढ़ेगी वहीं, सड़कों पर घूम रही आवारा गोवंश को संरक्षण मिलेगा। इसके लिए सरकार ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। किसानों को गो आधारित खेती की ओर उन्मुख करने के लिए कई बड़े जनजागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं

कृषि विशेषज्ञ बोले

कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि आवारा घुमंतू देसी गाय के गोबर और मूत्र में पालतू देसी गाय से भी ज्यादा खेती में काम आने वाले कीटाणु पाए जाते हैं।

Sushil Kumar

Sushil Kumar

Next Story