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Meghalaya: मेघालय में बढ़ा बीजेपी का कुनबा, TMC छोड़ने वाले संम्प्लीयाक सहित 4 MLA हुए पार्टी में शामिल
Meghalaya News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) की मौजूदगी में मेघालय में चार विधायक 14 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।
Meghalaya News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) की मौजूदगी में मेघालय में चार विधायक बुधवार (14 दिसंबर) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए। मेघालय के जिन 4 विधायकों ने आज बीजेपी का दामन थामा वो हैं, फेरलिन संगमा, सैमुअल संगमा, बेनेडिक मारक और एचएम संम्प्लीयाक। नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में ये सभी भाजपा में शामिल हुए। बता दें कि, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक हिमालय शांगप्लियांग ने हाल में पार्टी से इस्तीफा दिया था। उनका बीजेपी में शामिल होना ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका है।
मेघालय में चार विधायकों के बीजेपी का दामन थामने से पार्टी का कुनबा एक बार फिर बढ़ गया है। दल बदलने वाले इन विधायकों में एनपीपी से बेंडिक्ट माराक और फेरलीन संगमा हैं। जबकि, 1 विधायक निर्दलीय समुइल संगमा हैं। इनमें TMC से हिमालय संम्प्लीयाक भी शामिल हैं। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने इन सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। तृणमूल विधायक हिमालय संम्प्लीयाक का बीजेपी में जाना इसलिए मायने रखता है क्योंकि ममता बनर्जी ने हाल ही में मेघालय में अपनी सक्रियता बढ़ाई थी। आज भी वो मेघालय में ही हैं। उनके वापस लौटने से पहले विधायक छिटककर बीजेपी में चला गया।
अगले साल होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें, 2023 में मेघालय विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले टीएमसी के एचएम संम्प्लीयाक सहित अन्य का बीजेपी में जाना विपक्षी पार्टियों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। संम्प्लीयाक, फेरलिन सांगमैन और बेनेडिक मारक ने पिछले महीने स्पीकर मेटबाह लिंगदोह को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। वे अब एनपीपी के नेतृत्व वाले मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस में सहयोगी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जो वर्तमान में पूर्वोत्तर राज्य में शासन कर रहा है। मेघालय में अगले साल की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं।
ममता का बीजेपी पर निशाना
इस बीच, मंगलवार को शिलांग में टीएमसी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करने वाली ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि, 'बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मेघालय सहित अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की उपेक्षा की है। उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए मेघालय के लोगों की सहायता करना चाहती है कि राज्य में लोगों का शासन है।'