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2 साल पहले पिछलग्गू माने जाने वाला भारत स्वाभिमानी बनकर उभरा : नड्डा

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Published on: 19 Aug 2016 4:08 PM GMT
2 साल पहले पिछलग्गू माने जाने वाला भारत स्वाभिमानी बनकर उभरा : नड्डा
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लखनऊ: तिरंगा यात्रा सम्मेलन में शामिल होने लखनऊ पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रस पर हमला करते हुए कहा कि दो साल पहले आजाद भारत को लेकर प्रश्न खड़े होने लगे थे। पर अब दुनिया मानने लगी है कि भारत अपनी बात डंके की चोट पर कहता है।

नड्डा ने निरालानगर स्थित माधव सभागार में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दो साल पहले भारत भ्रष्टाचारयुक्त माने जाने लगा था। हर दिन स्कैंडल और स्कैम सुने जाते थे। भारत पिछलग्गू और घुटने टेकता हुआ माना जाता था। दुनिया पिछड़े हुए देश की छवि बनी थी। पर अब दो साल के अंदर हमारे विरोधी भी कहते हैं कि भारत स्वाभिमानीयुक्त भारत बनकर खुड़ा हुआ है।

यूपी में कुछ भी गड़बड़ता है तो पूरा देश का आंकड़ा लड़खड़ा जाता है

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपी एक बड़ा प्रदेश है। जब मैं इंद्रधनुष योजना को लाने की बात कर रहा था तो मैंने कहा कि यूपी और बिहार का ध्यान दो यह सुधर गया तो पूरा देश सुधर जाएगा। यहां कुछ भी गड़बड़ाता है तो पूरे देश का आंकड़ा लड़खड़ा जाता है। जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम में यूपी के 19 जिले शामिल किए। यह 19 जिले सुधर गएं तो पूरा देश सुधर जाएगा।

वन रैंक वन पेंशन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि फौजी भी कहते थे कि उनकी बात सिर्फ इसी सरकार में सुनी जाएगी और हमने करके दिखाया।

यह भूभाग नहीं भारत माता है

केंद्रीय मंत्री ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि इन वीर सपूतों ने देश की आजादी के लिए लड़ते हुए जान दी। यह कोई भूभाग नहीं भारत माता है और इसके परम वैभव तक ले जाने की हमारी जिम्मेदारी है।

भारत रिश्ता सुधार कर सहयोगी के तौर पर खड़ा होना चाहता है

नड्डा ने कहा कि आज परिस्थिति यह है कि नेताओं को इस बात का भरोसा हुआ कि भारत उनके साथ रिश्ता सुधार कर एक सहयोगी के तौर पर खड़ा होना चाहता है। भूटान को इस तरीके का एहसास हुआ। 1975 में इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश को आजादी दिलाई पर 45 साल तक जमीन का डिस्पयूट। श्रीलंका हमारा पड़ोसी था, सीधी बात नहीं कर पा रहे थे। आज श्रीलंका को स्पष्ट हुआ कि तमिल श्रीलंकन है। उसकी चिंता सरकार की जिम्मेदारी है। पीएम जब श्रीलंका गए तो उन्होंने जाफना जाकर उनके कैंप में उनके दुख दर्द को सुनने का काम किया। अन्तर्राष्ट्रीय स्थिति में वह समय दूर नहीं जब इंग्लैंड का पीएम भारत मूल का होगा।

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