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Published on: 24 April 2016 5:37 PM GMT
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पटना: बीते दिनों बिहार सरकार ने शराबबंदी की घोषणा की थी। अब उसके कुछ सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के रोहतास जिले में देखने को आया है। यहां एक पुनर्विवाह की खबर आई है। इसे सीएम नीतीश कुमार की शराबबंदी की पहल का बेहतर असर बताया जा रहा है। सालों पहले अलग हुए एक दंपति ने फिर से एक होने के लिए विधि-विधान से पुनर्विवाह किया है।

क्या है मामला ?

-विजंती देवी (50 साल) ने बताया कि 16 साल पहले उनकी शादी गोविंद सिंह (58 साल)से हुई थी।

-गोविंद की शराब की लत और घरेलू हिंसा की वजह से उन्होंने साल 2003 में अलग रहने का फैसला कर लिया था।

-शराबबंदी के बाद बदल चुके अपने पति गोविंद के साथ विजंती ने फिर से साथ रहने का फैसला किया।

-इसके लिए उनकी बेटी ने राजी किया।

शराब की लत से होता था घरेलू कलह

-विजंती बताया कि शादी के कुछ दिनों बाद से ही उनके पति नशे की हालत में उनसे मारपीट करने लगे थे।

-साल भर बाद बेटी के पैदा होने के बाद विजंती को लगा कि उनकी आदत में शायद सुधार हो जाए।

-इस उम्मीद में उसने कुछ और दिनों तक साथ निभाने की कोशिश की। '

-गोविंद की आदत में सुधार नहीं होने पर उन्होंने अलग-अलग रहने का फैसला किया।

-अलग होने के बाद उन दोनों ने आपस में कभी बातचीत तक नहीं की।

शराबबंदी से गोविंद में आया बदलाव

-प्रदेश में शराबबंदी लागू होने के बाद गोविंद की हालत बदल गई।

-उनकी शराब की लत छूट गई और उनकी आदतों में काफी बदलाव आ गया।

-इसके चलते विजंती देवी ने उन्हें साथ रहने का दूसरा मौका देने का फैसला किया।

-बेटी ने दोनों से अलग-अलग बात कर साथ रहने के लिए राजी करने की कोशिश की।

-विजंती ने इसके लिए नीतीश कुमार को भी शुक्रिया कहा है.

बेटी ने बांटे माता-बाप की शादी के कार्ड

गोविंद और विजंती की बेटी गुड्डी ने बताया कि दोनों के राजी हो जाने के बाद फिर से उनकी शादी के कार्ड छपवाकर नजदीकी लोगों को बुलाया गया। मां-बाप अपने बच्चों की शादी के कार्ड बनवाते और बांटते हैं। इसके उलट यहां बेटी ने अपने माता-पिता की दोबारा शादी के कार्ड बंटवाए। उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक शराबबंदी के बाद प्रदेश में अपराध की घटनाएं भी कम हुई हैं।

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