TRENDING TAGS :
प्रसपा ने बीजेपी विधायक के भाई कैप्टन इंद्रपाल सिंह को बनाया अकबरपुर से कैंडिडेट
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने मंगलवार को प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। कानपुर देहात की अकबरपुर लोकसभा सीट से प्रसपा मुखिया ने बड़ा दांव चला है। शिवपाल सिंह यादव ने पूर्व बीजेपी विधायक स्वर्गीय मथुरा पाल के बेटे कैप्टन इंद्रपाल पाल सिंह को अकबरपुर लोकसभा सीट से कैंडिडेट घोषित किया है। कैप्टन इंद्रपाल के छोटे भाई अजीत पाल सिकंदरा विधानसभा से बीजेपी विधायक है।
कानपुर : प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने मंगलवार को प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। कानपुर देहात की अकबरपुर लोकसभा सीट से प्रसपा मुखिया ने बड़ा दांव चला है। शिवपाल सिंह यादव ने पूर्व बीजेपी विधायक स्वर्गीय मथुरा पाल के बेटे कैप्टन इंद्रपाल पाल सिंह को अकबरपुर लोकसभा सीट से कैंडिडेट घोषित किया है। कैप्टन इंद्रपाल के छोटे भाई अजीत पाल सिकंदरा विधानसभा से बीजेपी विधायक है।
कानपुर देहात के सिकंदरा में रहने वाले पूर्व बीजेपी विधायक स्वर्गीय मथुरा पाल के तीन बेटे है महिपाल ,इंद्रपाल और अजीत पाल। मथुरा पाल 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी से विधायक बने थे। लेकिन विधायक बनने के बाद मथुरा पाल का बीमारी के कारण 22 जुलाई 2017 को निधन हो गया था। मथुरा पाल के निधन के बाद सिकंदरा विधानसभा में हुए उपचुनाव में मथुरा पाल के सबसे छोटे बेटे अजीत विधायक बने थे।
ये भी देखें :लोकसभा चुनाव : जानिए पुडुचेरी लोकसभा सीट के बारे में, सिर्फ यहां…
प्रसपा कैंडिडेट कैप्टन इंद्रपाल का परिवार सिकंदरा में रहता है। परिवार में पत्नी वृतिका पाल जो एक इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल है। बेटी जान्हवी 11 वी की छात्रा है। कैप्टन इंद्रपाल सपा राज्यसभा सांसद और पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवकुमार बेरिया के करीबी है। शिवकुमार बेरिया पहले ही सपा छोड़कर प्रसपा में ज्वाइन कर चुके है। शिवकुमार बेरिया और सुखराम सिंह यादव ने प्रसपा मुखिया से कह कर अकबरपुर लोकसभा सीट की टिकट दिलाई है।
कैप्टन इंद्रपाल ने बताया कि मै सन 2007 में सिविल पायलट था। उस दौरान मुझे बाहर भेजा जा रहा था। लेकिन मेरे पिता ने मुझे बाहर जाने से रोक दिया और मैंने सिविल पायलट की नौकरी छोड़कर पिता मथुरा पाल के साथ राजनीति में उनका हाथ बटाने लगा। मैं उनके सभी राजनैतिक कार्य को देखता था। उन्होंने बताया कि 2015 में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था जिसमे मुझे बीजेपी का समर्थन प्राप्त था।
उन्होंने बताया कि मेरा छोटा भाई अजीत पाल सिकंदरा विधानसभा से बीजेपी विधायक है। लोकसभा चुनाव में अजीत पाल मेरा समर्थन नही करेगा और वो बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार करेगा। लेकिन मेरे बड़े भाई महिपाल और मेरा पूरा परिवार मेरे साथ है। इसके साथ ही अकबरपुर सीट में डेढ़ लाख वोटर हमारे समाज का है। पाल समाज हमारे साथ है समाज के साथ बैठक करके एक तरफ़ा सपोर्ट करने को तैयार है। इसके साथ ही हमारे यहाँ ओबीसी ,जनरल और एससी वोटर भी है।
ये भी देखें : लोकसभा चुनाव : जानिए ढेंकानाल लोकसभा सीट के बारे में, सिर्फ यहां…
उन्होंने बताया कि कांग्रेस कैंडिडेट राजाराम को हमारे पाल समाज का वोट नही मिलेगा। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट देवेन्द्र सिंह भोले मोदी लहर में जीत गए थे। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हालत पतली है। हमारी लड़ाई सीधे सपा-बसपा गठबंधन से है बसपा ने निशा सचान को मैदान में उतारा है।
उन्होंने बताया कि पिता मथुरा पाल के निधन के बाद मै पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहा था। मैंने बहुत ही ईमानदारी के साथ बीजेपी के लिए काम किया लेकिन मुझे वहा पर उचित सम्मान नही मिल रहा था। इसी बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवकुमार बेरिया के माध्यम से शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात हुई। उन्होंने मुझे इस योग्य समझा कि अकबरपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।