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जब सीएस दीपक सिंघल ने सीएम को उनके सलाहकार से बात करते समय रोका
लखनऊ: सीएम अखिलेश यादव के न चाहते हुए भी प्रदेश के मुख्य सचिव बने वरिष्ठ आईएएस दीपक सिंघल आए दिन अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं। कभी सीएम तो कभी सीएम के कामकाज को लेकर दिए गए बयान के कारण चर्चा में बने रहने वाले दीपक सिंघल ने बुधवार सीएम अखिलेश यादव और उनके सलाहकार आलोक रंजन को एक मिनट के लिए सकते में डाल दिया। जब आपस में बात कर रहे अखिलेश यादव और आलोक रंजन को दीपक सिंघल ने टोकते हुए कहा कि अरे सलाहकार साहब पहले हमारी बात सुन लीजिए।
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यह महत्वपूर्ण है चर्चा बाद में भी जारी रह सकती है। बाद में उन्होंने यह भी कह दिया कि सीएम साहब मुझसे अक्सर कह देते हैं कि आप ज्यादा बोल जाते हैं। सीएम अखिलेश यादव गोमतीनगर के संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे ऑडिटोरियम में मेधावी छात्राओं को कन्या विद्याधन का चेक वितरण कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे।
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उनके ऐसा कहते ही एक पल के लिए ड़ायस पर सन्नाटा पसर गया, लेकिन सीएम और सलाहकार आलोक रंजन ने मेच्योरिटी दिखाई और ठहाके लगाकार माहौल को हल्का कर दिया। दीपक सिंघल के टोकने के बाद सीएम अखिलेश यादव और उनके सलाहकार आलोक रंजन को अपनी बात-चीत बीच में ही बंद करनी पड़ी।
सीएम और उनके सलाहकार आलोक रंजन को सीएस द्वारा टोकने के बाद भले ही डायस की ख़ामोशी और हाल के ठहाकों को सीएम ने अपनी मुस्कराहट से मैंनेज कर लिया हो, लेकिन अगली कतार के बैठे सत्ता और ब्यूरोक्रेसी के लोगों को कानाफूसी का मौक़ा दे दिया। अब बात निकली है तो कहां तक जाएगी यह तो वक़्त ही बताएगा, लेकिन सीएम को अपने सलाहकार से बात-चीत के दौरान सीएस द्वारा रोकना ज्यादातर लोगों को रास नहीं आया। कुछ लोगों ने तो वहीं कह डाला कि सीएस साहब कोई मौक़ा छोड़ने को तैयार ही नहीं हैं।
इसके पहले भी कई बार सीएस दीपक सिंघल ऐसे बयान दे चुके हैं जो सीएम के लिए मुसीबत का सबब बन गए। हाल ही श्रावस्ती में दीपक सिंघल ने सीएम के बारे में बोलते हुए कहा था कि वे दिल से और दिमाग से बच्चे हैं। जबकि योजना भवन के एक कार्यक्रम में यह भी कह दिया कि बीते साढ़े चार सालों में यूपी में कोई काम नहीं हुआ। पंचम तल के सूत्रों की मानें तो इस बयान के बाद सीएम खासे नाराज़ हुए थे।