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मित्र पुलिस का शर्मनाक चेहरा: मुख्यमंत्री से की शिकायत, बदले में पुलिस ने दी सज़ा
सुल्तानपुर: मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत करना युवक को काफी महंगा पड़ा। पुलिस ने थाने बुलाकर पहले उसकी जमकर धुनाई किया फिर अपनी गर्दन बचाने के लिए शांति भंग में उसका चालान कर दिया।
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दरअसल, पीड़ित युवक दोस्तपुर थाना क्षेत्र के छावनी इलाके का निवासी है, यहां पुशतैनी जमीन पर पड़ोसी कब्जा कर रहे थे, इसकी शिकायत उसनें मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर किया था।
दोस्तपुर थाना क्षेत्र के छावनी का मामला
दोस्तपुर थाना क्षेत्र के छावनी निवासी खल्लन अली उर्फ आरिफ की पुशतैनी जमीन है। जिस पर पड़ोस के फिरोज पुत्र उस्मान ने कब्जा करना शुरू कर दिया था। इस संदर्भ में एक वाद भी एसडीएम कादीपुर की कोर्ट पर चल रहा है, बावजूद इसके जमीन पर कब्जा हो रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी थी।
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पीड़ित ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री के जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। इस पर दरोगा विकास गौतम ने रिपोर्ट लगाया कि पुलिस दृष्ट रख रही है और काम रुकवा दिया गया है। इसके बाद दरोगा ने कहना था कि तुम मुख्यमंत्री के यहां एप्लीकेशन मत देना अगर कोई विवाद होता है तो हमारे पास फोन कर देना हम तुम्हारा काम कर देंगे और जाकर काम रुकवा देंगे।
पीड़ित के कपड़े उतरवाकर दरोगा ने पीटा
इस आशय के साथ पीड़ित ने दरोगा को सूचना दिया, आश्वासन दिया गया कि हम जा रहे हैं। ठीक आधे घंटे के बाद दरोगा का फोन कर थाने पर एप्लीकेशन लेकर बुलवाया। यहां दरोगा का गुस्सा सातवें आसमान पर था, साथी दरोगा के साथ मिलकर पीड़ित के कपड़े उतरवाकर उसे जमकर पीटा।
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जिसका प्रमाण शरीर पर आए चोट के निशान हैं। अंत में 151 में चालान कर दरोगा ने राहत की सांस ली। आरोप है कि इस पूरे मामले की ऊपर शिकायत करने पर पीड़ित को फर्जी मुकदमे में फसाने का भी धौंस दिया गया। फिलहाल एसपी अनुराग वत्स का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है, अगर पीड़ित आता है तो उसे न्याय दिया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।