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नमो टीवी मामले में आयोग ने केन्द्र सरकार से मांगी जानकारी

चुनाव से पहले किसी राजनीतिक दल को टीवी चैनल शुरु करने की अनुमति देने के मामले में चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से विस्तृत जानकारी मांगी है। साथ ही कांग्रेस ने इस मामले में मोदी सरकार पर लोकतांत्रिक परंपराओं को नष्ट करने का आरोप लगाया है। 

Aditya Mishra
Published on: 4 April 2019 3:19 AM GMT
नमो टीवी मामले में आयोग ने केन्द्र सरकार से मांगी जानकारी
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नई दिल्ली: चुनाव से पहले किसी राजनीतिक दल को टीवी चैनल शुरु करने की अनुमति देने के मामले में चुनाव आयोग ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से विस्तृत जानकारी मांगी है। साथ ही कांग्रेस ने इस मामले में मोदी सरकार पर लोकतांत्रिक परंपराओं को नष्ट करने का आरोप लगाया है।

सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर वाले ‘नमो टीवी’ को लांच करने के मामले में कांग्रेस और आप की शिकायत पर मंत्रालय से शुक्रवार शाम तक मामले के तथ्यों से अवगत कराने को कहा है।

सूत्रों ने बताया कि आयोग दस्तावेजों और फाइलों पर गौर करने के बाद इस बात का फैसला करेगा कि इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है या नहीं। वैसे मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इस चैनल के वास्ते अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग की अनुमति की मांग करने वाली ऐसी कोई फाइल उनके सामने नहीं आयी।

आप और कांग्रेस ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पहले चरण के 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव से ठीक पहले ‘नमो चैनल’ शुरु करने की इजाजत देने की शिकायत करते हुये इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।

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कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाते हुये कहा कि चुनाव आयोग को इस पर अंकुश लगाना चाहिए। ‘नमो टीवी’ के संदर्भ में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘प्रजातंत्र की कितनी परिपाटियों को अपने पांव और अहंकार के नीचे तोड़ेंगे और मरोड़ेंगे मोदी जी आप? संविधान और कानून का इतनी निर्लज्जता से कितनी बार और उल्लंघन करेंगे मोदी जी आप? इस देश में संस्थानों और संस्थाओं समेत चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं के, मंत्रालयों के अधिकारों का कितना और हनन करेंगे?’’

इस बीच भाजपा ने इस चैनल के मालिकाना हक से खुद को दूर रखा है। हालांकि पार्टी ने ट्विटर पर मोदी के चुनाव अभियान का हवाला देकर लोगों से इस चैनल को देखने की अपील जरूर की है।

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर लोगों से नमो टीवी देखने की अपील की है। भाजपा की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गयी।

आयोग से की गयी शिकायत में आप और कांग्रेस ने आयोग से पूछा था कि क्या इस चैनल को शुरु करने की इजाजत ली गयी? चैनल के ‘लोगो’ में मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है और इस पर मोदी के भाषणों का प्रसारण किया जा रहा है।

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समझा जाता है कि इस चैनल का प्रसारण डीटीएच और विभिन्न केबल टीवी प्लेटफॉर्म पर हो रहा है। इस पर मोदी और अन्य भाजपा नेताओं के साक्षात्कार प्रसारित होते हैं। आप ने शिकायत में कहा था कि अगर राजनीतिक दलों को टीवी चैनल शुरु करने की इजाजत दी जाती है तो क्या इससे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं होगा।

शिकायत में यह भी पूछा गया है कि चुनाव आचार संहिता के दौरान किसी राजनीतिक दल को उसका अपना टीवी चैनल शुरु करने की इजाजत देना क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? अगर आयोग ने इसकी इजाजत नहीं दी है तो इस पर क्या कार्रवाई की गयी।

समझा जाता है कि आयोग ने मंत्रालय को इस मामले से जुड़े तथ्यों से अवगत कराने को कहा है। इसके अलावा आयोग ने दूरदर्शन से भी 31 मार्च को मोदी के ‘‘मैं भी चौकीदार’’ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने के मामले में जवाब मांगा है। आयोग ने कांग्रेस की एक अन्य शिकायत पर यह कार्रवाई की है।

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Aditya Mishra

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