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गांधी परिवार का साथ छोड़ अब राहुल के खिलाफ अमेठी से ताल ठोकेगा ये नेता

उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाती रही है। लेकिन आज इस पार्टी से मेरा ही मोह भंग नहीं हुआ बल्कि पूरे देश के मुसलमानों का हो चुका है। हर जगह उसकी हिस्सेदारी के हिसाब से उसका प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है।

Aditya Mishra
Published on: 26 March 2019 3:13 PM IST
गांधी परिवार का साथ छोड़ अब राहुल के खिलाफ अमेठी से ताल ठोकेगा ये नेता
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फ़ाइल फोटो

अमेठी: 6 मई को अमेठी में लोकसभा का आम चुनाव होना है। उससे पहले कांग्रेस पार्टी के लिए यहां से बुरी खबर आ रही है। 7 दशकों से जो परिवार कांग्रेस पार्टी और उनके कुनबे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा, वो परिवार अब बगावत पर उतर कर उनके खिलाफ चुनावी ताल ठोक रहा है। बात हो रही है कांग्रेस नेता हाजी हारून की। जिन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने और अमेठी का प्रतिनिधत्व करने की बात कही है।

उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाती रही है। लेकिन आज इस पार्टी से मेरा ही मोह भंग नहीं हुआ बल्कि पूरे देश के मुसलमानों का हो चुका है। हर जगह उसकी हिस्सेदारी के हिसाब से उसका प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है। जहां जितनी आबादी उसके हिसाब से टिकट नहीं मिल रहा है। जब हमारे समुदाय का आदमी पार्लियामेंट में नहीं पहुंचेगा तो उसके लिए कौन लड़ाई लड़ेगा?

उसके लिए राहुल जी, शर्मा जी और पंडित जी तो नहीं लड़ेगे न? उसके लिए वर्ग विशेष का आदमी ही चाहिए न। ये लोग कहते हैं मुसलमान के पास मजबूरी है जाएगा कहां? वोट देगा मजबूरी में कांग्रेस को। ये अब चलने वाला नहीं है। अब जमीन पर जो हाल्ट करेगा जो अल्पसंख्यको को लुभाएगा, जो मुसलमानों की बात करेगा हम लोग उस पर ध्यान देंगे।

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उन्होंने कहा मैं चुनाव मैदान में हूं इसमें दोनो को इफेक्ट पड़ेगा और जो हमारा जनाधार है अमेठी क्षेत्र में हमारी कम्यूनिटी का जिस मुस्लिम बिरादरी का पांच लाख से ऊपर समथिंग वोट है। मैं गूजर समुदाय से हूं चार लाख समथिंग है इनके लिए पर्याप्त हूं मैं लड़ने के लिए। अबकी झंडा मेरा ही फैरेगा, अबकी पाल्यामेंट अमेठी का सांसद पहुंचेगा।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि चुनाव है और चुनाव में बहुत लोग मैदान में आते-जाते हैं। जहां तक हारून रशीद जी की बात है उनके पिता सुल्तान जी बहुत पुराने कांग्रेसी हैं। सोनिया जी के बहुत करीबी रहे हैं। हालांकि हारून रशीद जी हमारी पार्टी में कोई पदाधिकारी नहीं रहे।

लोकतंत्र है सबकी अपनी अपनी इच्छाएं होती हैं। रही बात टक्कर देने की न देने की मैं इतना ही कहना चाहता हूं के लोकतंत्र में चाहे वो किसी जाति धर्म वर्ग का हो चाहे वो पिछड़े वर्ग से हो चाहे स्वर्ण हो चाहे मुस्लिम समुदाय से हो चाहे दलित समुदाय से हो। आज इतनी जागरुकता है लोगों में के किसी के जेब में वोट नहीं रहता है।

आज के ज़माने में सारे मतदाता जागरूक हैं और अपने विवेक से वोट करते हैं। अमेठी की जनता अच्छी तरीके से जानती है उसकी पहचान उसका मान सम्मान किस परिवार के द्वारा निहित है। गांधी परिवार जो हमेशा सुख दुःख में साथ खड़ा रहा है। सब लोग जानते हैं यहां की महिलाए सारी जाति धर्म के लोग। लोकतंत्र है किसी को चुनाव से तो नहीं रोका जा सकता सबकी अपनी अपनी स्वतंत्रताए हैं इच्छाएं हैं। हम किसी व्यक्ति विशेष पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं कि किसके लड़ने से क्या प्रभाव पड़ेगा नहीं पड़ेगा। ये तो आने वाला वक़्त बताएगा।

आज लड़ाई उस विचार धारा से है जो देश को बहुत पीछे ले जाने का काम कर रही है। जो इस देश की एकता अखण्डता को ख़त्म करने का काम कर रही है। राहुल जी लड़ाई उसकी लड़ रहे हैं। राहुल जी लड़ाई उसकी लड़ रहे जिसकी इन्दिरा जी नेहरू जी ने शुरुआत की थी ग़रीबों को ऊपर उठाने बढ़ाने की।

उधर अमेठी के मुस्लिम वोटर्स ने भी पहली बार राहुल गांधी के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की है। इलाके के मोहम्मद वाजिद का कहना है कि राहुल गांधी ने उनकी कद्र नहीं किया तो इस वजह से वो बाहर हो गए। ये तो हमारे घर के हैं हम लोग उनको वोट देंगे। और पूरी ताकत से लड़ाएगे। ये तो सही है अगर मुसलमानो की कद्र करते तो मुसलमान उनके साथ होता।

दोस्त मोहम्मद कहते हैं कि मुस्लिम कांग्रेस के पचास-साल पीछे चला लेकिन उसका कोई काम नहीं किया। बिल्कुल बेवकूफ बनाए वोट लेकर चले जाते हैं। यहां किसी के साथ कोई काम नहीं हुआ। यही वजह से हाजी हारून लड़ेगे और हम लोग इनके साथ हैं। इनके पीटा सोनिया गांधी के साथ समर्थन में रहे राहुल के समर्थन में रहे। लेकिन जब कहा जाता है किसी का काम कर दो तो एक दस्खत नहीं करते।

एक अन्य पब्लिक के शख्स ने कहा कि हाजी हारून के परिवार ने राहुल गांधी के परिवार का पचास साल तक साथ दिया। और राहुल गांधी ने यहां के मुसलमानो को एकदम ग़लत नजर से देखा। यहां कोई काम आजतक राहुल गांधी ने नहीं किया। लगातार यहां का मुसलमान वोट देते चला आया और मुस्लिम को नज़र अंदाज किया। यहां का एमएलसी बनाया तो दीपक सिंह को बनाया सांसद बनाया तो डा. संजय सिंह को भेजा। पांच लाख वोटरों में आज तक राहुल गांधी के परिवार ने किसी को कुछ नहीं दिया।

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Aditya Mishra

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