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SHOCKING: इस मंदिर में सख्त मना है प्रेमी जोड़ों का आना, नोटिस बोर्ड पर लिखा ‘ये’...
गोरखपुर। आजतक आपने बहुत सारी अजीबोगरीब खबरें सुनी या देखी होंगी लेकिन आज जो खबर हम आपको सुनाने जा रहे हैं वो न सिर्फ अजीब है, बल्कि हैरान कर देने वाली भी है।
जी हां। दरअसल, आज न्यूज़ट्रैक.कॉम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहा है, जहां के पुजारी ने प्रेमी जोड़ों से तंग आकर उनसे बचने को एक ऐसी तरकीब निकाली है जिसे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे।
पार्क, रेस्टोरेंट, मंदिर आदि सार्वजनिक जगहों पर आपको भी अक्सर प्रेमी जोड़े घूमते-फिरते नजर आ ही जाते होंगे, लेकिन सार्वजनिक जगहों पर प्यार का अत्यधिक खुलापन या दिखावा किसी भी सभ्य समाज की नजरों को नहीं भाता और वह उस जगह पर जाने से परहेज करने लगते हैं।
प्रेमी जोड़ों के ऐसे ही अत्यधिक खुलेपन से तंग आकर शहर के कुसम्ही जंगल के बीच स्थित बुढ़िया माता मंदिर के महंत ने वहां प्रेमी जोड़ों को ज्यादा देर न रुकने के लिहाज से एक बोर्ड लगाया है। इस बोर्ड के जरिये वहां आने वाले प्रेमी जोड़ों से वहाँ ज्यादा देर न रुकने की अपील की गई है। वह बोर्ड हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
मुख्यालय से लगभग 13 किमी के दूरी पर कुसम्ही जंगल के बीच स्थित बुढ़िया माता के मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा-अर्चन करते हैं।
वहीँ, बेहद ही शांत और सुनसान होने की वजह से यहाँ बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े भी पहुंचते हैं और नवीन माता के मंदिर में दर्शन के पश्चात एक साथ समय बिताने के लिए नाव से पोखरे को पार कर माता के प्राचीन मंदिर की तरफ रुख करते हैं जहां नवीन मंदिर के अपेक्षा भीड़ कम रहती है।
पोखरे के उस पार जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम होती है ऐसे में प्रेमी जोड़ों को वह जगह काफी पसंद आती है। लेकिन जो श्रद्धालु वहां जाते हैं वह वहां पहुंच असहज महसूस करते है इसीलिए अब उन्होनें प्रेमी जोड़ों के खिलाफ मंदिर के महंत के पास आपत्ति दर्ज कराई है। इसके साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि, यहाँ इन जोड़ों की वजह से कई ऐसी घटनाएं भी हुई हैं जिसके बाद वह स्थान सुर्खियों में आया है।
लिहाजा बुढ़िया माता मंदिर के महंत रामदेव पुजारी ने अब वहां एक बोर्ड लगवा दिया है जिसपर लिखा है- 'प्रेमी-प्रेमिकाओं का यहां रुकना सख्त मना है। पूजा करें और चले जाएं, आज्ञा से महंत जी।'
इस संदर्भ में मंदिर के महंत ने बताया कि प्रेमी जोड़ों के कारण यहां परिवार के साथ आने वाले श्रद्धालुओं का आपत्ति होती थी जिसके बाद हमें यह बोर्ड लगाना पड़ा।