×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

चुनावी जुमला या फिर हकीकत में होगी करुणानिधी की मौत की जांच

पलानीसामी ने कहा, 94 साल के करुणा अपने इलाज के लिए विदेश जा सकते थे, लेकिन स्टालिन ने उन्हें नहीं जाने दिया। ऐसे में एआईएडीएमके करुणा की मौत के हालात की जांच करवा सकती है।

Rishi
Published on: 9 April 2019 11:12 AM IST
चुनावी जुमला या फिर हकीकत में होगी करुणानिधी की मौत की जांच
X

चेन्नई : डीएमके सुप्रीमो एमके स्टालिन ने पूर्व सीएम जयललिता की मौत की जांच करवाने का बयान दिया इसके बाद एआईएडीएम के नेता व राज्य के सीएम के पलानीसामी ने जवाबी हमले में कहा, स्टालिन ने अपने पिता करुणानिधी को मृत्यु से पहले दो वर्ष तक घर में नजरबंद करके रखा था।

ये भी देखें :ब्रिटिश सांसदों ने बिना समझौते वाले ब्रेक्जिट को रोकने के लिए कानून बनाये

चुनाव सभा के दौरान पलानीसामी ने कहा, 94 साल के करुणा अपने इलाज के लिए विदेश जा सकते थे, लेकिन स्टालिन ने उन्हें नहीं जाने दिया। ऐसे में एआईएडीएमके करुणा की मौत के हालात की जांच करवा सकती है।

क्या कहा था स्टालिन ने

डीएमके सुप्रीमो स्टालिन ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था, जयललिता के असली समर्थकों को पता होना चाहिए कि उसकी मृत्यु किन हालात में हुई, यह खुलासा जांच में ही हो सकता है। अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।

ये भी देखें :करतारपुर कॉरिडोर : 16 अप्रैल को दोनों देशों के इंजीनियर बैठेंगे साथ

पलानीसामी का पलटवार

पलानीसामी ने कहा, स्टालिन के अपने स्वार्थ हैं जिसके चलते उन्होंने अपने पिता को इलाज के लिए भी जाने नहीं दिया। उसे डर था कि पिता अगर बच गए तो उसे डीएमके का नियंत्रण नहीं लेने देंगे।



\
Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story