×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

अजब-गजब: 12 वर्ष बाद खिलेगा यह अनोखा फ़ूल, नीली हो जाएंगी मुन्नार की पहाड़ियां

Manoj Dwivedi
Published on: 2 Jun 2018 1:11 PM IST
अजब-गजब: 12 वर्ष बाद खिलेगा यह अनोखा फ़ूल, नीली हो जाएंगी मुन्नार की पहाड़ियां
X

तिरुवनंतपुरम: जुलाई से केरल के मुन्नार की पहाड़ियां नीले फूलों से लद जाएंगी। यह फूल कोई ऐसा-वैसा फूल नहीं बल्कि 12 वर्षों में एक बार खिलने वाला अनोखा फूल है. जिसे नीलकुरिंजी कहते हैं. पिछली बार यह 2006 में खिला था अब 12 साल बाद जुलाई में खिलने वाला है. जिससे अगले तीन महीने तक पूरी मुन्नार घाटी नीलकुरिंजी के फूलों से ढंक जायेगी। जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटकों का रेला उमड़ेगा। एक रिपोर्ट..

इन पहाड़ियों पर भव्य और दुर्लभ नीलगिरी थार भी पाया जाता है।

आठ लाख पर्यटक जुटेंगे

केरल के मुन्नार में जल्द ही नीलकुरिन्जी का मौसम आने वाला है। केरल पर्यटन को जुलाई से अक्टूबर 2018 के दौरान करीब आठ लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इन महीनों के दौरान इडुक्की जिले के मुन्नार में 12 वर्षो बाद नीलकुरिन्जी के फूल खिलेंगे। स्थानीय भाषा में नीला का तात्पर्य रंग से है और कुरिन्जी फूल का स्थानीय नाम है। केरल पर्यटन की ओर से जारी बयान के अनुसार, नीलकुरिन्जी (स्ट्रोबिलांथेस कुंथियाना) प्राय: पश्चिमी तटों पर पाया जाता है और 12 वर्ष में एक बार खिलता है।

ऐसा होगा नजारा

यह एक दशक लंबा चक्र ही इस फूल को दुर्लभ बनाता है। पिछली बार यह फूल वर्ष 2006 में खिला था। भारत में इस फूल की 46 किस्में पाई जाती हैं और मुन्नार में यह सर्वाधिक संख्या में उपलब्ध है। जुलाई की शुरुआत में नीलकुरिन्जी के खिलने के बाद अगले तीन माह तक पहाड़ियां नीली दिखेंगी। नीलकुरिन्जी खिलने की ऋतु के विषय में केरल पर्यटन विभाग के निदेशक पी. बाला किरण ने कहा, "मुन्नार जाने के लिए नीलकुरिन्जी के खिलने से बेहतर कोई समय नहीं है।

खूब जुटेंगे पर्यटक

इन पहाड़ियों पर भव्य और दुर्लभ नीलगिरी थार भी पाया जाता है। नीलकुरिन्जी के खिलने के समय टूर प्लानर और एडवेंचर क्लब इन पहाड़ियों पर ट्रैकिंग का आयोजन करेंगे। आस-पास के आकर्षणों में दक्षिण एशिया का सबसे लंबा अनामुदी पीक शामिल है, जहां ट्रैकिंग की व्यवस्था देश में सर्वश्रेष्ठ है। एराविकुलम नेशनल पार्क में नीलगिरी थार को संरक्षण प्रदान किया गया है। एराविकुलम नेशनल पार्क नीलकुरिन्जी का प्रमुख क्षेत्र है, जहां प्रतिदिन अधिकतम 2750 पर्यटकों को आने की अनुमति है। फूल खिलने के समय प्रशासन 40 प्रतिशत अतिरिक्त आगंतुकों के लिए अनुमति देगा।

यात्रा प्रेमियों को लुभाएगा

वर्ष 2017 में 628,427 पर्यटक मुन्नार आए थे, जो कि वर्ष 2016 के 467,881 पर्यटकों की तुलना में 34.31 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष मुन्नार में पर्यटकों की संख्या में 79 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। इस पौधे का अनूठा जीवनचक्र पहाड़ों को यात्रा प्रेमियों का चहेता गंतव्य बनाता है।" यह जगह समुद्र तल से 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और मुद्रापुझा, नल्लाथन्नी और कुंडला से घिरा है। यह भारत के छुट्टी बिताने वाले सर्वश्रेष्ठ यात्रा गंतव्यों में से एक है।



\
Manoj Dwivedi

Manoj Dwivedi

MJMC, BJMC, B.A in Journalism. Worked with Dainik Jagran, Hindustan. Money Bhaskar (Newsportal), Shukrawar Magazine, Metro Ujala. More Than 12 Years Experience in Journalism.

Next Story