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जानें रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड का वित्तीय वर्ष 2018-19 में कैसा प्रदर्शन किया

वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में RelianceJio के ग्राहकों ने 956 करोड़ GB वायरलेस डेटा का उपयोग किया। जियो के ग्राहकों ने कुल 72,414 करोड़ मिनट बात की।

Shivakant Shukla
Published on: 18 April 2019 9:44 PM IST
जानें रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड का वित्तीय वर्ष 2018-19 में कैसा प्रदर्शन किया
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लखनऊ: वित्तीय वर्ष 2018-19 के क्वार्टर 4 में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने परिचालन प्रदर्शन किस स्तर से किया है। हम यहां आपको बताने जा रहे हैं।

मुख्यबिंदु

वार्षिक कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ पिछले साल के मुकाबले 13.1% बढ़कर 39,588 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा।

वार्षिक कंसोलिडेटिड रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 44.6% बढ़कर 6,22,809 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर जा पहुंचा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का वार्षिक कंसोलिडेटिड PBDIT पिछले साल के मुकाबले 26.8% बढ़कर 92,656 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा।

2018-19 में पेट्रोकेमिकल्स, रिटेल और डिजिटल सेवाओं से रिकॉर्ड योगदान प्राप्त हुआ, RelianceJio के कुल ग्राहक 30 करोड़ का आंकड़ा पार कर गए, साथ ही 15,000 करोड़ रुपये EBITDA के रिकॉर्ड स्तर को पार किया।

2018-19 की चौथी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ 10,362 करोड़ रुपये रहा जोकि पिछले साल से 9.8% अधिक है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का 2018-19 की आख़िरी तिमाही का कंसोलिडेटिड नकद लाभ पिछले साल के मुकाबले 6.1% बढ़कर 16,349 करोड़ रुपये रहा।

2018-19 का सालाना ग्रॉस रिफ़ाइनिंग मार्जिन $9.2/bbl रहा। यह सिंगापुर कॉम्प्लेक्स मार्जिन के बेंचमार्क से $4.3/bbl ज्यादा है।

2018-19 की चौथी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का ग्रॉस रिफ़ाइनिंग मार्जिन $8.2/bbl रहा जोकि सिंगापुर कॉम्प्लेक्स मार्जिन बेंचमार्क से $5.0/bbl ज़्यादा है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का 2018-19 का वार्षिक रिफ़ाइनिंग सेगमेंट EBIT 19,868 करोड़ रुपये रहा।

वित्त वर्ष 2018-19 में वार्षिक पेटकेम सेगमेंट EBIT पिछले साल के मुकाबले 51.9% बढ़कर 32,173 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा।

वित्त वर्ष 2018-19 का सालाना पेटकेम मार्जिन 18.7% रहा; पिछले वर्ष यह 16.9% था।

वित्त वर्ष 2018-19 में 37.7 मिलियन टन पेटकेम प्रोडक्शन हुआ जो अभी तक का सबसे अधिक पेटकेम प्रोडक्शन है, पिछले वर्ष की तुलना में यह 16% अधिक है।

रिटेल व्यापार राजस्व में पिछले साल की तुलना में 89% का उछाल आया, वित्त वर्ष 2018-19 में यह 1,30,566 करोड़ रुपये रहा। रिटेल के 6600 से अधिक शहरों में 10,415 स्टोर हैं जिनका एरिया 22mn sqft से अधिक है।

वार्षिक रिटेल बिजनेस EBIT में पिछले साल के मुकाबले 169% का ज़बर्दस्त उछाल देखने को मिला। वित्त वर्ष 2018-19 में यह 5,546 करोड़ रुपये रहा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के रिटेल बिज़नेस का चौथी तिमाही का EBIT 1,923 करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल के मुकाबले 77.1% ज़्यादा है।

रिटेल बिज़नस में 2018-19 की चौथी तिमाही का EBIT मार्जिन 4.7% रहा, जोकि पिछले साल 3.9% था।

RelianceJio का वित्त वर्ष 2018-19 का शुद्ध लाभ 2,964 करोड़ रुपए रहा।

RelianceJio का वित्त वर्ष 2018-19 का EBITDA 15,102 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल के मुकाबले 2.25 गुना ज़्यादा है, EBITDA मार्जिन 38.9% रहा।

RelianceJio का चौथी तिमाही का EBIDTA 4,053 करोड़ रुपए रहा। पिछली तिमाही से ये 13.4% ज़्यादा है, EBITDA मार्जिन 39% रहा।

वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में RelianceJio का प्रति उपभोक्ता राजस्व (ARPU) 126.2 रुपये रहा जो संभवत: सबसे अधिक है।

वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में RelianceJio नेटवर्क पर जबर्दस्त गतिविधियां रहीं, जियो के ग्राहकों ने औसतन हर महीने 10.9 GB डेटा का इस्तेमाल किया और 823 मिनट वॉयस कॉल की।

RelianceJio लगातार ग्राहक जोड़ रहा है, वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में RelianceJio ने 2 करोड़ 66 लाख ग्राहक जोड़े।

वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में RelianceJio के ग्राहकों ने 956 करोड़ GB वायरलेस डेटा का उपयोग किया। जियो के ग्राहकों ने कुल 72,414 करोड़ मिनट बात की।

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

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