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मतगणना से पहले जानिए कैसे होगा EVM और पर्चियों का मिलान

लोकसभा चुनाव के बाद आज साफ हो जाएगा कि देश में किस पार्टी की सरकार बनेगी। लेकिन इस चुनाव में सबसे खास बात यह है कि पहली बार ईवीएम और वीवीपैट से वोटो की गिनती हो रही है। इसके लिए काफी तैयारियां की गई हैं।

Dharmendra kumar
Published on: 23 May 2019 6:55 AM IST
मतगणना से पहले जानिए कैसे होगा EVM और पर्चियों का मिलान
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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद आज साफ हो जाएगा कि देश में किस पार्टी की सरकार बनेगी। लेकिन इस चुनाव में सबसे खास बात यह है कि पहली बार ईवीएम और वीवीपैट से वोटो की गिनती हो रही है। इसके लिए काफी तैयारियां की गई हैं। चुनाव कार्यालय के मुताबिक आधिकारिक तौर पर चुनाव के नतीजे आने में रात 10 से 11 बजे तक का समय लग सकता है। हालांकि रुझान इससे काफी पहले मिल जाएंगे।

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चुनाव आयोग के अधिकारी के मुताबिक सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो रही है। सबसे पहले बैलेट पेपर की काउंटिंग होगी। जब इसके तीन राउंड पूरे हो जाएंगे तो उसी समय ईवीएम की काउंटिंग शुरू होगी। आम तौर पर बैलेट पेपर की काउंटिंग खत्म होने पर ही ईवीएम की काउंटिंग शुरू होती है, लेकिन वीवीपैट पर्चियों की काउंटिंग की वजह से इस बार इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है।

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ये दोनों काउंटिंग आम तौर पर एक से दो बजे तक पूरी होंगी। इसके बाद वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की गिनती होगी। हर विधानसभा क्षेत्र में 5 वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की गिनती होनी है। इन वीवीपैट का चयन गुरुवार को ही पर्चियां निकालकर किया जाएगा। एक वीवीपैट मशीन में अमूमन 1400 पर्चियां होंगी। एक वीवीपैट मशीन की पर्चियों को गिनने में करीब एक घंटे का समय लगेगा। हर विधानसभा सीट पर वीवीपैट मशीनों के पांच राउंड होंगे। ऐसे में पांच घंटों का अतिरिक्त समय इन्हें काउंट करने में लगेगा।

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हर विधानसभा के लिए दस-दस काउंटिंग हॉल बनाए गए हैं। इनमें अलग-अलग पांच काउंटिंग के राउंड चलेंगे। जो वीवीपैट खराब हुई हैं, उनमें भी दो वीवीपैट नहीं होगी। बल्कि पूरे सिस्टम में पहले वाली वीवीपैट की पर्चियां पहले से रिकॉर्ड में होंगी। हर विधानसभा में से 5 वीवीपैट की काउंटिंग होनी है। यानी हर लोकसभा सीट पर 50 वीवीपैट की काउंटिंग होनी है। पूरी दिल्ली में कुल 350 वीवीपैट की काउंटिंग होगी। यानी पूरी काउंटिंग प्रक्रिया में 6 घंटे से अधिक का समय लग सकता है।



Dharmendra kumar

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