TRENDING TAGS :
कलहः कल संसदीय बोर्ड की बैठक संभव, परिवार के सदस्यों से बात कर सकते हैं मुलायम
लखनऊः सपा में चाचा शिवपाल सिंह और भतीजे अखिलेश यादव के बीच संग्राम भले ही फिलहाल शांत दिख रहा हो, लेकिन इस मसले को हमेशा के लिए खत्म करने की तैयारी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को लखनऊ में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक हो सकती है। इस बैठक में मुलायम कई कड़े फैसले ले सकते हैं। बताया ये भी जा रहा है कि परिवार के सदस्यों को साथ बिठाकर भी मुलायम बात कर सकते हैं।
क्या कदम उठाएंगे मुलायम?
सूत्रों के मुताबिक शिवपाल और सीएम अखिलेश के बीच जारी तनातनी को खत्म करने के लिए मुलायम सिंह सख्त रुख अपना सकते हैं। बुधवार को उन्होंने अपने भाई शिवपाल से बात की। जिसके बाद वह मंत्री बने रहने पर राजी दिखने लगे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह लखनऊ पहुंचकर सपा सुप्रीमो का एजेंडा बेटे अखिलेश से बात करने का भी है। इसके बाद संसदीय बोर्ड की बैठक होने पर उसमें वह कड़े फैसले लिए जाने का ऐलान कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें...VIDEO: अखिलेश का अमर पर निशाना, कहा- बाहरी रहेंगे बाहर तभी आराम से चलेगी पार्टी
क्या है मामला?
ये मामला 21 जून से शुरू हुआ था। उस दिन डॉन मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (क्यूईडी) का सपा में शिवपाल सिंह ने विलय कराया था। अखिलेश इसके खिलाफ थे। जिसके बाद सपा संसदीय बोर्ड ने विलय को रद्द कर दिया था। बीती 14 अगस्त को शिवपाल ने दलालों और जमीन कब्जा करने वालों पर कार्रवाई न होने पर मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। जिसके बाद 15 अगस्त को मुलायम ने अखिलेश को सार्वजनिक तौर पर फटकार लगाई थी।
यह भी पढ़ें...CM के बयान पर बोले अमर- मुलायम मुझे करते हैं प्यार, बच्चे नहीं अखिलेश
सोमवार से बढ़ी थी रार
बीते सोमवार (12 सितंबर) को अखिलेश ने गायत्री प्रसाद प्रजापति और राजकिशोर को मंत्रीपद से बर्खास्त कर दिया था। मुलायम ने इस पर कहा था कि उन्हें मीडिया से इसकी जानकारी मिली। फिर मंगलवार को अखिलेश ने शिवपाल के चहेते और सूबे के चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंघल को हटा दिया था। इसके बाद मुलायम ने अखिलेश से प्रदेश अध्यक्ष का पद लेकर शिवपाल को दे दिया था। मुलायम के इस कदम के बाद अखिलेश ने शिवपाल से अहम विभाग छीन लिए थे। सीएम ने बुधवार को इससे इनकार किया था कि परिवार में टकराव है। उन्होंने इसे सरकार में लड़ाई बताया था।
यह भी पढ़ें...मुलायम से मुलाकात के बाद शिवपाल का इस्तीफे से इनकार, बोले- मंत्री रहूंगा