लोकसभा चुनाव : जानिए पुडुचेरी लोकसभा सीट के बारे में, सिर्फ यहां…

पुडुचेरी लोकसभा सीट से मौजूदा एनआर कांग्रेस के आर राधाकृष्णन हैं। पुडुचेरी लोकसभा सीट पर 2014 में कुल 82 प्रतिशत मतदान हुआ था। राधाकृष्णन को 2 लाख 55 हज़ार 826 वोट मिले। 1962 में पांडिचेरी को संघ शासित प्रदेश का दर्जा मिला था। इसके लिए 14वां संविधान संशोधन हुआ।

Rishi
Published on: 17 March 2019 2:18 PM GMT
लोकसभा चुनाव : जानिए पुडुचेरी लोकसभा सीट के बारे में, सिर्फ यहां…
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लखनऊ : पुडुचेरी लोकसभा सीट से मौजूदा एनआर कांग्रेस के आर राधाकृष्णन हैं। पुडुचेरी लोकसभा सीट पर 2014 में कुल 82 प्रतिशत मतदान हुआ था। राधाकृष्णन को 2 लाख 55 हज़ार 826 वोट मिले। 1962 में पांडिचेरी को संघ शासित प्रदेश का दर्जा मिला था। इसके लिए 14वां संविधान संशोधन हुआ। पांडिचेरी का पुडुचेरी के रूप में नामकरण 2006 में हुआ। पुडुचेरी लोकसभा सीट पर अब तक हुए 13 लोकसभा चुनावों में 9 बार कांग्रेस की जीत हुई है।

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1967 में कांग्रेस के थिरुमुंडी एन सेतुरमन सांसद चुने गए।

1971 में कांग्रेस उम्मीदवार जीता।

1977 में अन्नाद्रमुक के अरविन्द बाला पजनौर जीते।

1980 में कांग्रेस जीती।

1998 तक कांग्रेस का इस सीट पर कब्जा रहा।

1998 में डीएमके की जीत हुई।

1999 में डीएमके ही जीती।

2004 में पीएमके नेता एम रामदास सांसद चुने गए।

अगले चुनाव में कांग्रेस के वी नारायणसामी ने जीत दर्ज की।

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2014 में 9 लाख से ज्यादा मतदाता थे।

महिला वोटरों कीसंख्या 4 लाख 69 हज़ार से ज्यादा थी।

पुरुष वोटरों की तादाद 4 लाख 32 हज़ार से ज्यादा रही।

2014 में 3 लाख 88 हज़ार 657 महिला मतदाताओं ने वोट डाले।

वोट डालने वाले पुरुष मतदाताओं की तादाद 3 लाख 51 हज़ार 360 रही।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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