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मोदी के खिलाफ गठबंधन ने शालिनी यादव को बनाया उम्मीदवार
मोदी के खिलाफ गठबंधन ने शालिनी यादव को उम्मीदवार बनाया है। इसके पहले तेजी बदलते घटनाक्रम में देर शाम शालिनी यादव ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सपा ज्वाइन
वाराणसी: मोदी के खिलाफ गठबंधन ने शालिनी यादव को उम्मीदवार बनाया है। इसके पहले तेजी बदलते घटनाक्रम में देर शाम शालिनी यादव ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सपा ज्वाइन करने के कुछ घंटें में शालिनी को समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार बनाकर मोदी के खिलाफ ताल ठोक दिया है।
इसी क्रम में समाजवादी पार्टी ने संजय चौहान को चंदौली लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की ख्वाहिश रखने वाली कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व मेयर प्रत्याशी और कद्दावर नेता शालिनी यादव ने कांग्रेस का हाथ छोड़, समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। चुनावी सीजन में शालिनी यादव के सपा ज्वाइन करने के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि वो सपा-बसपा गठबंधन की ओर से प्रत्याशी हो सकती हैं।
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मेयर प्रत्याशी रह चुकी हैं शालिनी यादव
शालिनी यादव पूर्व राज्यसभा सदस्य और कैबिनेट मंत्री स्व. श्यामलाल यादव की बहू हैं। श्यामलाल यादव की गिनती वाराणसी के कद्दावर नेताओं में होती है। साल 1970, 1976 व 1982 में तीन बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं और 1967 में चौधरी चरण सिंह की सरकार में यूपी में कैबिनेट मंत्री बने थे। उन्हें राजीव गांधी का करीबी माना जाता था।
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निकाय चुनाव में कांग्रेस ने श्यामलाल यादव की बहू शालिनी यादव को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया था। हालांकि चुनाव में उन्हें शिकस्त खानी पड़ी थी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के अंदर गुटबाजी के चलते वो पार्टी कार्यक्रमों में कम नजर आती थीं। इस बीच सोमवार को उन्होंने अचानक कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए सपा ज्वाइन कर लिया।
मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की खबर
लोकसभा चुनाव के दौरान शालिनी यादव के सपा ज्वाइन करने के बाद माना जा रहा है कि वो सपा-बसपा गठबंधन की ओर से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। गठबंधन के अलावा कांग्रेस ने भी अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
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