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सांसद का रिपोर्ट कार्ड: सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का दावा
धनंजय सिंह
लखनऊ: एक दशक पूर्व चौपाल लगाकर जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण कर कौशल किशोर लोगों के दिल में जगह बना ली थी। उसके बाद मलिहाबाद विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद वे आगे बढ़ते चले गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में वे बीजेपी की नाव पर सवार होकर संसद की दहलीज पर कदम रखा। दिल्ली पहुंचकर भी कौशल ने जनता से संपर्क बनाए रखा। यही कारण है कि भाजपा हाईकमान ने उनके कार्यों को देखते हुए मैदान में उतारा है।
लखनऊ और उन्नाव से सटी हुए मोहनलालगंज लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है। इस सीट के अन्तर्गत राजधानी लखनऊ का कुछ शहरी और ग्रामीण इलाका और सीतापुर जिले के सिधौली का कुछ हिस्सा आता है। इस सीट के तहत ज्यादातर क्षेत्र ग्रामीण होने के बावजूद यहां का लिंगानुपात देश के कई बड़े शहरों से भी बेहतर है। यहां प्रति 1,000 पुरुषों पर 906 महिलाएं हैं। एक दौर में मोहनलालगंज कांग्रेस का मजबूत किला रहा है, लेकिन वक्त के साथ सपा ने इस सीट पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बीजेपी यहां से कमल खिलाने में कामयाब हो गई थी। सांसद का दावा है कि अपने पूरे कार्यकाल के दौरान वे जनता से जुड़े रहे और लगातार विकास कार्यों में जुटे रहे। उनका दावा है कि वे हमेशा 24 घंटे जनता की सेवा के लिए उपलब्ध रहे और इस दौरान क्षेत्र के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने में कामयाब रहे।
1962 में वजूद में आई सीट
मोहनलालगंज लोकसभा सीट 1962 में वजूद में आई थी। इसके बाद से 14 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से पांच बार कांग्रेस, 4 बार सपा और तीन बार बीजेपी जीत चुकी है। इसके अलावा एक बार लोकदल और एक बार जनता दल का सांसद भी चुना गया है।
मोहनलालगंज सीट पर पहला लोकसभा चुनाव 1962 में हुआ और कांग्रेस की गंगा देवी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद वह लगातार तीन बार सांसद रही, लेकिन आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय लोकदल के राम लाल कुरील ने कांग्रेस के विजयरथ को रोक दिया।
हालांकि 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कैलाशपति ने राम लाल कुरील को मात देकर उनसे यह सीट छीन ली। 1984 में कांग्रेस नेता जगन्नाथ प्रसाद सासंद चुने गए। 1989 के लोकसभा चुनाव में जनता दल ने सरजू प्रसाद सरोज को मैदान में उतारकर कांग्रेस की लगातार जीत के सिलसिले को रोक दिया। इसके बाद से कांग्रेस दोबारा इस सीट पर वापसी नहीं कर सकी है।1991 के चुनाव में छोटेलाल ने जीतकर बीजेपी का खाता खोला और 1996 में दोबारा जीते, लेकिन इसके बाद 1998 से लेकर 2009 तक सपा ने इस सीट पर लगातार चार बार जीत हासिल की। सपा के विजय रथ को 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कौशल किशोर को उतारकर ब्रेक लगा दिया।
तीन सीटों पर बीजेपी काबिज
मोहनलालगंज लोकसभा सीट पर 2011 के जनगणना के मुताबिक कुल जनसंख्या 26,95,769 है। इसमें 75.19 फीसदी ग्रामीण औैर 24.81 शहरी आबादी है। इस लोकसभा सीट से जुड़ी पांचों विधानसभा सीटों पर कुल 19,05,279 मतदाता और 1,973 मतदान केंद्र हैं। अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 34.14 फीसदी है जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी 0.01 फीसदी है। मोहनलालगंज लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें सिधौली, मलीहाबाद, बख्शी का तालाब, सरजनीनगर और मोहनलालगंज विधानसभा सीटें शामिल हैं। इनमें तीन सीटों पर बीजेपी का कब्जा है और मोहनलालगंज में सपा और सिधौली सीट पर बसपा का विधायक है।
सांसद निधि खर्च करने में आगे
कौशल किशोर सांसद निधि खर्च करने में खासे सक्रिय रहे। उन्होंने बीते पांच साल में सांसद निधि से 25 करोड़ 26 लाख 73 हजार रुपये की राशि खर्च की थी, जिसमें 26 लाख 73 हजार रूपए ब्याज के रूप में मिले थे। संसद में उपस्थिति के मामले में वह 92 फीसदी तक उपलब्धि हासिल करने में कामयाब रहे। अपने संसदीय कार्यों के दायित्यों के निवर्हन में कौशल ने संसद में सैकड़ों सवाल पूछे और कई महत्वपूर्ण चर्चाओं में भाग लिया। वह एक भी प्राइवेट बिल नहीं लाए।
सांसद निधि से कहां कितना खर्च किया
सांसद निधि से 25 करोड़ 26 लाख 73 हजार रुपये की राशि से कौशल किशोर ने साढ़े तीन हजार हैंडपंप, साढ़े तीन हजार सोलर लाइट गांवों व कस्बों में लगवाई है। सिधौली, आशियाना, सरोजनीनगर, मोहनलालगंज, गोसाईंगंज के वार्डों व गांवों की नालियों और सडक़ों को बनाने में भी सांसद निधि का पैसा खर्च किया गया। मोहनलालगंज लोकसभा के सभी गांवों में डामर की सडक़ बनवा दी गयी है। गत एक मार्च को 73 सडक़ों का शिलान्यास किया गया है और सडक़ों का निर्माण कार्य अभी चल रहा है।
हैंडपंप व बिजली का भी काम
सीएसआर फंड से लगभग 350 हैंडपंप और 350 सोलर लाइट लगवाई गई है। सरोजनीनगर के पिपरसंड और एनटीपीसी के मदद से सरोजनीनगर के कई वार्डों में हैंडपंप और सुंदरीकरण का काम किया गया है। किसान पथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह की देन है। वह मोहनलालगंज लोकसभा से निकल रही है। इस किसान पथ के निर्माण और जमीन अधिग्रहण में कोई दिक्कत न हो, उसके लिए कौशल किशोर लोगों से समन्वय बनाने का काम किया। मलिहाबाद में एक मेडिकल कॉलेज को पास कराया गया है। वहीं पर कौशल ने 100 बेड का हॉस्पिटल अलग से कराया है। सरोजनीनगर के सरसंवा गांव में 50 बेड के हॉस्पिटल का लोकार्पण कर दिया गया है। बीकेटी के गुदलामऊ में एक बड़ा पावर हाउस का निर्माण कराया जा रहा है। मोहनलालगंज लोकसभा में अब कोई गांव ऐसा नहीं बचा है जहां बिजली न पहुंची हो। पूरे लोकसभा क्षेत्र के सभी गांवों को उर्जीकृत कर दिया गया है।