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सांसद अब बिक रहे उनके भाव अमोल

Dr. Yogesh mishr
Published on: 23 Aug 1992 12:40 PM IST
सांसद अब बिक रहे उनके भाव अमोल,
भगवन एक बार तुम संसद के दो पट खोल,
संसद के दो पट खोल किसी तरह प्रवेश हो जायंे,
पार्टी टूटे कई बार दल बदल का लाभ उठायें,
वैसे तो बिकते हैं हम रोज ढाक के तीन,
संसद में बिककर होंगे हम सब सत्तासीन।
Dr. Yogesh mishr

Dr. Yogesh mishr

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