राजनीति से हिंसा का है गहरा सम्बन्धफिर त्रिपुरा में जो हुआ उस पर क्यों हो दंगउस पर क्यों हो दंग नहीं कुछ नहीं हुआ हैलोकतंत्र को तो हिंसा से मिली दुआ हैऐसे प्यारे तंत्र की है सबको दरकारतभी तो मत देकर इन्हें बनवाते सरकार।