कल तक जो आरोप थे होन लगे हैं सांचधीरे-धीरे बढ़ रही रिश्तों की ये आंचरिश्तों की ये आंच, तपाती रंगकर्म कोधोखा देकर छलती जाती आज धर्म कोखुलते-खुलते खुल गया हिंसा का गठजोड़अंडरवल्र्ड में पैठ की फिल्म जगत की होड़।