हर्षता मेहता ने कहा संरक्षण दें आजबतला दूं मैं और भी घोटाले के राजघोटालों के राज आज यदि खुल जायेंगेनेता ब्यूरोक्रेट न इससे बच पायेंगेराष्ट्रहितों से कर रहे सब मिलकर खिलवाड़दुष्ट, घाघ हैं बढ़ रहे सत्ता की पा आड़।