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ग्लैमर भरा है पायलट का कैरियर
यातायात के क्षेत्र में निजी कम्पनियों के प्रवेश से जहां क्रंाति आयी, वहीं रोजगार के तमाम अवसर उपलब्ध हुए। मुक्त व्यापार नीति के चलते घरेलू उड़ानों में सहारा इण्डिया एयरलाइंस, जेट एयरलाइंस, मोदी लुफ्त, दमानिया, अर्चना एयरवेज, एनईपीसी एयरलाइंस, ईस्ट-वेस्ट सरीखी कम्पनियांे ने वायु यातायात के क्षेत्र में पदार्पण किया। निजी क्षेत्र के वायु यातायात में प्रवेश करने का ही परिणाम हुआ कि सरकार को इंडियन एयरलाइंस व एयर इंडिया को पब्लिक लिमिटेड कम्पनी घोषित करना पड़ा। वायु यातायात के क्षेत्र में रोजगार के द्वार खुले। इसमें विमान चालक के आकर्षक अवसरों पर हम चर्चा करेंगे।
विमान चालक बनने के लिए भारत सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग से लाइसेंस मिलता है। इस लाइसेंस को पाने के लिए उड्डयन क्लबों में नामांकन करवाना होता है। भारत में इस समय 29 उड्डयन क्लब संस्थान हैं। इन क्लबों में नामांकन करवाने के बाद पायलट मैन्युएल एवं मौखिक परीक्षा में उत्तीर्ण होना पड़ता है। क्लबों में नामांकन करवाने एवं इस परीक्षा में बैठने की योग्यता इण्टरमीडिएट या समकक्ष (विज्ञान) है। आयु 16 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही इस परीक्षा में बैठने के लिए सेंट्रल मेडिकल इस्टेब्लिशमेंट, नयी दिल्ली एवं इंस्टीट्यूट आॅफ एविएशन मेडिसिन, मंगलौर (कर्नाटक) से स्वास्थ्य अनुकूलता प्रमाण पत्र प्राप्त करना होता है।
इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान अंतरिक्ष प्रणाली, यान अभियांत्रिकी, तकनीकी संस्थापन आदि विषयों से बहुवैकल्पिक और या लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थी को आठ माह से 40 घंटे मंद उड़ान 20 घंटे द्रुत उड़ान, बीस घंटे एकल उड़ान एवं 5 घंटे अन्तरदेशीय उड़ान भरनी पड़ती है। इसके बाद निजी विमान चालक का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए परीक्षा भी होती है। इस परीक्षा में यान विज्ञान, कानून एवं अंतरिक्ष से सम्बन्घित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष होती है। इस परीक्षा में बैठने के लिए स्वास्थ्य अनुकूलता प्रमाण पत्र पुनः प्राप्त करना पड़ता है। यह प्रमाण पत्र उपरोक्त दोनों संस्थान का ही मान्य होता है। निजी विमान चलाने का लाइसेंस (पी.पी.एल.) प्राप्त करने के बाद अभ्यर्थी को व्यावसायिक विमान चालक लाइसेंस (सी.पी.एल.) के लिए आवेदन करना पड़ता है। इसके लिए 150 घंटे एकल उड़ान, 25 घंटे अन्तरदेशीय उड़ान, 10 घंटे उपकारणिक उड़ान एवं 5 घंटे दिशा उड़ान सहित 250 घंटे की उड़ान पूरी करनी पड़ती ह। इसके साथ ही अभ्यर्थी को लिखित मौखिक परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी पड़ती है। विमान चालक पायलट के लिए एक यह लाइसेंस अनिवार्य है। इसी के बाद सीनियर व्यावसायिक विमान चालक लाइसेंस निजी हेलीकाप्टर चलाने का लाइसेंस, ग्लाइडर चलाने का लाइसेंस प्राप्त किये जा सकते हैं। ये सभी लाइसेंस नागरिक एवं उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिये जाते हैं।
इन लाइसेंसी के बाद किसी एयरवेज/लाइसेंस में नौकरी मिल जाती है। ये एयरलाइंस/एयरवेज फिर उस व्यक्ति को के न्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान, हैदराबाद में एक साल का प्रशिक्षण दिलवाती है। इसमें लगभग दस लाख रूपये व्यय होता है। अधिकांशतः यह जिस निजी या सरकारी एयर लाइंस में व्यक्ति कार्य करता है वही वहन करती है। प्रशिक्षण के दौरान प्रति घंटे उड़ान पर 601 रूपये से 772 रूपये खर्च बैठता है। इसमें से छात्र को 150 में 161 रूपये तक देना पड़ता है और शेष राशि का भुगतान नागरिक उड्डयन विभाग, नई दिल्ली, भारत सरकार करती है।
हमारे यहां घरेलू उड़ानों में डैश, फाकर, डारनियर, टर्वो प्राप, बोइंग 737-200 बोइंग-450 एयर बस आदि एयरक्राफ्ट पर्याप्त होते हैं। सभी एयरक्राफ्ट मंे एक पायलट-1 एवं एक पायलट-2 होता है। पायलट-2 को पायलट-1 बनने में लगभग तीन वर्ष का समय लगता है। वैसे अधिकांशतः 28 से 30 वर्ष की उम्र तक पायलट-1 बन जाता है। पायलट को एक दिन में दो-तीन फ्लाइंग से ज्यादा उड़ान नहीं करनी पड़ती है। इसे करमुक्त एक लाख और इससे ऊपर की राशि वेतन के रूप में मिलती है।
भारत में इस वक्त 29 उड्डयन क्लब/संस्थान हैं। इसमें 6 सरकारी, 22 निजी एवं एक स्वायत्त संस्थान है। मुख्य उड्डयन क्लब संस्थान निम्न हैं-इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एके डमी, रायबरेली, बिहार उड़ान संस्थान, पटना, उत्तरी भारत उड्डयन क्लब, जालंधर, हिसार उड्डयन क्लब, करनाल, उड्डयन क्लब, अमृतसर उड्डयन क्लब, दिल्ली उड्डयन क्लब, सफदरजंग, असम उड्डयन क्लब, गुवाहाटी गुजरात उड्डयन क्लब, बड़ौदा, बंबई उड्डयन, शांताक्रुज, मध्य प्रदेश उड्डयन क्लब, भोपाल उड्डयन क्लब, इंदौर, नागपुर उड्डयन क्लब, नागपुर, उड़ीसा सरकार उड़ान प्रशिक्षण संस्थान, भुवनेश्वर, लुधियाना उड्डयन क्लब, लुधियाना, पटियाला उड्डयन क्ल्ब, पटियाला, राजस्थान राज्य उड़ान विद्यालय, जयपुर, सरकारी उड्डयन क्लब, लखनऊ उड़ान प्रशिक्षण संस्थान, कलकत्ता।
पायलट को ट्रेनिंग देने के लिए कुछ विदेशी अकादमियां भी हैं। इन विदेशी अकादमियों का लक्ष्य व्यावसायिक विमान चालक का उत्कृष्ट नमूना पेश करना है। अकादमी व्यापक पाठ्यक्रम सतत मूल्यांकन एवं शुद्ध व्यावसायिक वातावरण प्रदान करती है। इनमें छः महीने का प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है। अकादमी संक्षिप्त स्नातकोत्तर कोर्स, एयरलाइन संक्रमण प्रोग्राम की भी व्यवस्था करती है। नामांकन हेतु आवेदन को हाईस्कूल डिप्लोमा एवं स्वास्थ्य अनुकूलता प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है। इसके सम्बन्ध में विशेष जानकारी अकादमी से प्राप्त की जा सकती है। प्रमुख विदेशी अकादमी निम्न है-
विमान चालक बनने के लिए भारत सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग से लाइसेंस मिलता है। इस लाइसेंस को पाने के लिए उड्डयन क्लबों में नामांकन करवाना होता है। भारत में इस समय 29 उड्डयन क्लब संस्थान हैं। इन क्लबों में नामांकन करवाने के बाद पायलट मैन्युएल एवं मौखिक परीक्षा में उत्तीर्ण होना पड़ता है। क्लबों में नामांकन करवाने एवं इस परीक्षा में बैठने की योग्यता इण्टरमीडिएट या समकक्ष (विज्ञान) है। आयु 16 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही इस परीक्षा में बैठने के लिए सेंट्रल मेडिकल इस्टेब्लिशमेंट, नयी दिल्ली एवं इंस्टीट्यूट आॅफ एविएशन मेडिसिन, मंगलौर (कर्नाटक) से स्वास्थ्य अनुकूलता प्रमाण पत्र प्राप्त करना होता है।
इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान अंतरिक्ष प्रणाली, यान अभियांत्रिकी, तकनीकी संस्थापन आदि विषयों से बहुवैकल्पिक और या लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थी को आठ माह से 40 घंटे मंद उड़ान 20 घंटे द्रुत उड़ान, बीस घंटे एकल उड़ान एवं 5 घंटे अन्तरदेशीय उड़ान भरनी पड़ती है। इसके बाद निजी विमान चालक का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए परीक्षा भी होती है। इस परीक्षा में यान विज्ञान, कानून एवं अंतरिक्ष से सम्बन्घित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष होती है। इस परीक्षा में बैठने के लिए स्वास्थ्य अनुकूलता प्रमाण पत्र पुनः प्राप्त करना पड़ता है। यह प्रमाण पत्र उपरोक्त दोनों संस्थान का ही मान्य होता है। निजी विमान चलाने का लाइसेंस (पी.पी.एल.) प्राप्त करने के बाद अभ्यर्थी को व्यावसायिक विमान चालक लाइसेंस (सी.पी.एल.) के लिए आवेदन करना पड़ता है। इसके लिए 150 घंटे एकल उड़ान, 25 घंटे अन्तरदेशीय उड़ान, 10 घंटे उपकारणिक उड़ान एवं 5 घंटे दिशा उड़ान सहित 250 घंटे की उड़ान पूरी करनी पड़ती ह। इसके साथ ही अभ्यर्थी को लिखित मौखिक परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी पड़ती है। विमान चालक पायलट के लिए एक यह लाइसेंस अनिवार्य है। इसी के बाद सीनियर व्यावसायिक विमान चालक लाइसेंस निजी हेलीकाप्टर चलाने का लाइसेंस, ग्लाइडर चलाने का लाइसेंस प्राप्त किये जा सकते हैं। ये सभी लाइसेंस नागरिक एवं उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिये जाते हैं।
इन लाइसेंसी के बाद किसी एयरवेज/लाइसेंस में नौकरी मिल जाती है। ये एयरलाइंस/एयरवेज फिर उस व्यक्ति को के न्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान, हैदराबाद में एक साल का प्रशिक्षण दिलवाती है। इसमें लगभग दस लाख रूपये व्यय होता है। अधिकांशतः यह जिस निजी या सरकारी एयर लाइंस में व्यक्ति कार्य करता है वही वहन करती है। प्रशिक्षण के दौरान प्रति घंटे उड़ान पर 601 रूपये से 772 रूपये खर्च बैठता है। इसमें से छात्र को 150 में 161 रूपये तक देना पड़ता है और शेष राशि का भुगतान नागरिक उड्डयन विभाग, नई दिल्ली, भारत सरकार करती है।
हमारे यहां घरेलू उड़ानों में डैश, फाकर, डारनियर, टर्वो प्राप, बोइंग 737-200 बोइंग-450 एयर बस आदि एयरक्राफ्ट पर्याप्त होते हैं। सभी एयरक्राफ्ट मंे एक पायलट-1 एवं एक पायलट-2 होता है। पायलट-2 को पायलट-1 बनने में लगभग तीन वर्ष का समय लगता है। वैसे अधिकांशतः 28 से 30 वर्ष की उम्र तक पायलट-1 बन जाता है। पायलट को एक दिन में दो-तीन फ्लाइंग से ज्यादा उड़ान नहीं करनी पड़ती है। इसे करमुक्त एक लाख और इससे ऊपर की राशि वेतन के रूप में मिलती है।
भारत में इस वक्त 29 उड्डयन क्लब/संस्थान हैं। इसमें 6 सरकारी, 22 निजी एवं एक स्वायत्त संस्थान है। मुख्य उड्डयन क्लब संस्थान निम्न हैं-इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एके डमी, रायबरेली, बिहार उड़ान संस्थान, पटना, उत्तरी भारत उड्डयन क्लब, जालंधर, हिसार उड्डयन क्लब, करनाल, उड्डयन क्लब, अमृतसर उड्डयन क्लब, दिल्ली उड्डयन क्लब, सफदरजंग, असम उड्डयन क्लब, गुवाहाटी गुजरात उड्डयन क्लब, बड़ौदा, बंबई उड्डयन, शांताक्रुज, मध्य प्रदेश उड्डयन क्लब, भोपाल उड्डयन क्लब, इंदौर, नागपुर उड्डयन क्लब, नागपुर, उड़ीसा सरकार उड़ान प्रशिक्षण संस्थान, भुवनेश्वर, लुधियाना उड्डयन क्लब, लुधियाना, पटियाला उड्डयन क्ल्ब, पटियाला, राजस्थान राज्य उड़ान विद्यालय, जयपुर, सरकारी उड्डयन क्लब, लखनऊ उड़ान प्रशिक्षण संस्थान, कलकत्ता।
पायलट को ट्रेनिंग देने के लिए कुछ विदेशी अकादमियां भी हैं। इन विदेशी अकादमियों का लक्ष्य व्यावसायिक विमान चालक का उत्कृष्ट नमूना पेश करना है। अकादमी व्यापक पाठ्यक्रम सतत मूल्यांकन एवं शुद्ध व्यावसायिक वातावरण प्रदान करती है। इनमें छः महीने का प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है। अकादमी संक्षिप्त स्नातकोत्तर कोर्स, एयरलाइन संक्रमण प्रोग्राम की भी व्यवस्था करती है। नामांकन हेतु आवेदन को हाईस्कूल डिप्लोमा एवं स्वास्थ्य अनुकूलता प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है। इसके सम्बन्ध में विशेष जानकारी अकादमी से प्राप्त की जा सकती है। प्रमुख विदेशी अकादमी निम्न है-
- अमरीकी फ्लाइट अकादमी इकं, आर्डमोर इंडस्ट्रियल एअरपार्क, 13 आर्डमोर, आकलाहोमा-73401 (यू.एस.ए.)
- अकमे स्कूल आॅफ एयरोनाॅटिक्स, मीचन एयरपोर्ट फोर्टवर्भ, टेक्सस (यू.एस.ए.)
- एवियेशन ट्रेनिंग इकं, 21593 स्काई वेस्ट ड्राइव, हेकड कैलिफोर्निया-94541 (यू.एस.ए.)
- एविएशन मेंटेनेंस लास एंजिल्स कम्यूनिटी कालेज, डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट फाॅर इंटरनेशनल प्रोग्राम्स, 770 विलसायर बिल्डिंग, लास एंजिल्स सीए-90017 (यू.एस.ए.)
- डीक हिल इंटरनेशनल फ्लाइट स्कूल इकं, स्प्रिंग फील्ड, मसूरी 65808 (यू.एस.ए.)
- फ्लाइट ट्रेनिंग देवासिस चैधरी 001017577-8391-6531-ग्लेनविऊ डाॅक्टर 614, इन रिचलैंड हिल्स, टीएक्स 76180 (यू.एस.ए.)
- हेलीस्ट्रीम इकं, 19300 इकजोन्स रोड, जान वेन। औरेंज कंट्री, एअरपोर्ट, शांता अना, कैलिफोर्निया 92707 (यू.एस.ए.)
- कौकाकी स्कूल आॅफ एरोनाॅटिक्स इकं, और आर आर बाॅक्स नंबर 168, कांकासी इलीनोइस 60901 (यू.एस.ए.)
- के सीएच स्कूल आॅफ एरोनाॅटिक्स 12901 वेस्ट 151 स्वीट ओलाथे कान्सस 66062 (यू.एस.ए)
- मिस्टवुड एविएशन इकं, फोर्ट स्काट म्यूनिसिपल एअरपोर्ट आरटी 4, पोस्ट बाक्स 24, फोर्टस्कोटकान्सस 66701, (यू.एस.ए.)
- मिजन एविएशन कंपनी, पोस्ट बाॅक्स नं0-846, म्यूनिसिपल एअरपोर्ट जापलिन, मिसौरी 64002 (यू.एस.ए)
- नवायर इंटरनेशनल फ्लाइंग कालेज 487 एवी आर.ओ. स्ट्रीट बैकडाउन एअरपोर्ट एन.एस.डब्लू 2200 (आस्ट्रेलिया)
- पैसिफिक एके डमी आॅफ एरोनाॅटिक्स इकं, रोड, हिलविऊ एअरपोर्ट 2005, स्वीफ्ट लेन, सुब 2, सन जोम्स, सी.ए.-95148 (यू.एस.ए.)
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