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Interview- जनेश्वर मिश्र
दिनांक: _x007f_5._x007f_2.200_x007f__x007f_6
सवाल- अमर सिंह पर राजब_x008e_बर द्वारा लगाए गए आरोपों से आप कहां तक सहमत हैैंं?
जवाब-राजब_x008e_बर अमर सिंह पर जो आरोप लगा रहे हैैंं। उसका समाजवादी पार्टी की मूल विचारधारा या सरकार से कोई सम्बन्ध नही हैै। ब_x008e_बर की अदावत अमिताभ बच्चन से हैै। फिल्मी दुनिया के समय से हैै। उसको लगता हैै कि अमर सिंह की अमिताभ को मिल रहे संरक्षण और तरफदारी से उसे पर्याप्त महत्व नही मिल पा रहा हैै। इसलिए वह अमर सिंह पर निशाना साध रहा हैै। वैसे यह राजनीति के किसी अच्छे लक्ष्य के लिए नही। बल्कि मुम्बई के मायावी फिल्मी दुनिया के समूहों की गुटबन्दी का प्रतिस्पर्धात्मक झगड़़ा है।
सवाल- पर अमर सिंह पर आमतौर पर पार्टी और विचारधारा को हाइजैक करने का आरोप लगता रहा हैै। राजब_x008e_बर भी यही कह रहे हैैंं?
जवाब- समाजवाद त्याग, तपस्या और जनकल्याण की क्र्रान्तिकारी विचारधारा हैै। यह फिल्मी एक्टिंंग का लटका-झटका नही। यह विचारधारा न तो फिल्मी दुनिया मे विलीन हो सकती हैै और न ही किसी पूंजीपति की तिजोरी मे कैैद। इस विचारधारा को हाइजैक करने का आरोप भ्रमवश हैै। १९५२ से आजतक कांग्रेस पार्टी सहित कई दलोंं और तत्वो ने साजिशन ऐसी कोशिशें की पर सबको मुंह की खानी पड़़ी।
सवाल- अर्थशास्त्र का एक सिद्घान्त है कि खोटेे सिक्को का प्रचलन अधिक हो जाए तो असली सिक्केे बाजार से गायब होने लगते हैैं? कही यह बात अमर सिंह को अधिक महत्व और अधिकार मिलने से आपकी पार्टी में भी तो नही लागू हैै? समाजवादी पार्टी के प्रति निष्ठावान कई दिग्गज नेता क्या अमर सिंह की राजनीति के चलते हाशिये पर नही चले गए?
जवाब- (सवाल पर हंसकर प्रतीक भाषा में चुटकी लेते हुुए) आप तो जानते हैैंं कि अगर आपके पास खोटी अठन्नी या चवन्नी हैै तो आप बाजार मे उसे जेब से निकालकर चलाने की कोशिश जरूर करते हैैंं। अगर वह चल जाती हैै इसमें क्या कसूर। वैसे यह गलत सोच हैै कि अमर सिंह केे कारण ही कोई नेता नेपथ्य मे चला गया या महत्वहीन हो गया। उसके व्यक्तिगत और अन्य कारण भी हो सकते हैैंं। जैसे घुटने की बीमारी केे कारण मैं ही इधर फील्ड में ज्यादा सक्रिय योगदान नही दे पाया।
सवाल- लेकिन आपकी पार्टी में तो समाजवादी आन्दोलन से जुड़़ेे कई दिग्गज और अनुभवी नेता हैंं? तो फिर समाजवादी आन्दोलन से दूरदराज का भी सम्बन्ध न रखने वाले अमर सिंह को पार्टी मे इतना महत्व और अधिकार क्यों दिया जा रहा है?
जवाब- यह समझने केे लिए आज की राजनीति की जमीनी हकीकत को समझो। कांग्रेस, भाजपा तथा अन्य पार्र्टियों की तरह समाजवादी पार्टी को भी उनके मुकाबले के लिए पार्टी के प्रचार-प्रसार और चुनाव केेलिए साधनों की आवश्यकता पड़़ती हैै। अमर सिंह साधनों को मुहैया कराने की कुुशल क्षमता रखते हैैंं। उनकी इस उपयोगिता को पार्टी महत्व देती हैै। जहां तक नेतृत्व का सवाल हैै तो पार्टी के नेता मुलायम सिंह हैैंं। उनके समतुल्य कोई नही। अमर सिंह का उपयोग तो साधन जुटाने के लिए उसी तरह से हैै जैसे महात्मा गांधी ने बिड़़ला और जयप्रकाश नारायण ने गोयनका का उपयोग किया था। आखिर इसमें गलत क्या हैै।
सवाल- लेकिन रामगोपाल जी मानते हैैंं कि अमर सिंह ने सपा का जनाधार बढ़़ाया हैै?
जवाब- (थोड़़ी खामोशी फिर गम्भीर मुद्रा मे) सपा का जनाधार उनकी वजह से नही, पार्टी की जन कल्याणकारी नीतियों, कार्यक्र्रमोंं और मुलायम सिंह केे कुुशल नेतृत्व तथा विपरीत परिस्थितियों में भी लगातार उनकी कड़़ी मेहनत से बढ़़ा हैै। इसमेंं पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से भरी मेहनत का भी योगदान हैै।
सवाल- क्या यह सच नही हैै कि सपा सरकार के कार्यकाल में माफियावाद और पंूजीपतियोंं को प्रोत्साहन मिला हैै?
जवाब- गलत। यह सपा और सरकार के खिलाफ विरोधियों का कुुप्रचार हैै। माफियावाद का विस्तार तो अन्तर्राष्ट्र्रीय स्तर पर हो रहा हैै। ईरान के ताजा प्रकरण में कांग्रेस के नेतृत्व वाली केेन्द्र सरकार ने अमेरिका केे माफियावाद व साम्राज्यवाद के बदले रूप के सामने आत्म समर्पण कर एक तरह से माफियाइज्म और पंूजीवादी ताकतों की सरपरस्ती स्वीकार कर ली हैै।
सवाल- क्या आप रामगोपाल जी के दृष्टिकोण से सहमत होकर अमर सिंह पर आरोप लगाने केे लिए राजब_x008e_बर के खिलाफ पार्टी की सम्भावित कार्रवाई से सहमत हैैंं?
जवाब- राजब_x008e_बर के खिलाफ निष्कासन जैसी कार्र्रवाई का मै पक्षधर नही। देर सबेर सुलह सपाटा हो जाएगा। (हंसकर) अमर सिंह को तो अब बहुुत डिफेन्ड कर चुका। अब मुझे संगम क्षेत्र में लगे समाजवादी चिन्तन शिविर में जाकर पुण्य लाभ करने दो।
सवाल- अमर सिंह पर राजब_x008e_बर द्वारा लगाए गए आरोपों से आप कहां तक सहमत हैैंं?
जवाब-राजब_x008e_बर अमर सिंह पर जो आरोप लगा रहे हैैंं। उसका समाजवादी पार्टी की मूल विचारधारा या सरकार से कोई सम्बन्ध नही हैै। ब_x008e_बर की अदावत अमिताभ बच्चन से हैै। फिल्मी दुनिया के समय से हैै। उसको लगता हैै कि अमर सिंह की अमिताभ को मिल रहे संरक्षण और तरफदारी से उसे पर्याप्त महत्व नही मिल पा रहा हैै। इसलिए वह अमर सिंह पर निशाना साध रहा हैै। वैसे यह राजनीति के किसी अच्छे लक्ष्य के लिए नही। बल्कि मुम्बई के मायावी फिल्मी दुनिया के समूहों की गुटबन्दी का प्रतिस्पर्धात्मक झगड़़ा है।
सवाल- पर अमर सिंह पर आमतौर पर पार्टी और विचारधारा को हाइजैक करने का आरोप लगता रहा हैै। राजब_x008e_बर भी यही कह रहे हैैंं?
जवाब- समाजवाद त्याग, तपस्या और जनकल्याण की क्र्रान्तिकारी विचारधारा हैै। यह फिल्मी एक्टिंंग का लटका-झटका नही। यह विचारधारा न तो फिल्मी दुनिया मे विलीन हो सकती हैै और न ही किसी पूंजीपति की तिजोरी मे कैैद। इस विचारधारा को हाइजैक करने का आरोप भ्रमवश हैै। १९५२ से आजतक कांग्रेस पार्टी सहित कई दलोंं और तत्वो ने साजिशन ऐसी कोशिशें की पर सबको मुंह की खानी पड़़ी।
सवाल- अर्थशास्त्र का एक सिद्घान्त है कि खोटेे सिक्को का प्रचलन अधिक हो जाए तो असली सिक्केे बाजार से गायब होने लगते हैैं? कही यह बात अमर सिंह को अधिक महत्व और अधिकार मिलने से आपकी पार्टी में भी तो नही लागू हैै? समाजवादी पार्टी के प्रति निष्ठावान कई दिग्गज नेता क्या अमर सिंह की राजनीति के चलते हाशिये पर नही चले गए?
जवाब- (सवाल पर हंसकर प्रतीक भाषा में चुटकी लेते हुुए) आप तो जानते हैैंं कि अगर आपके पास खोटी अठन्नी या चवन्नी हैै तो आप बाजार मे उसे जेब से निकालकर चलाने की कोशिश जरूर करते हैैंं। अगर वह चल जाती हैै इसमें क्या कसूर। वैसे यह गलत सोच हैै कि अमर सिंह केे कारण ही कोई नेता नेपथ्य मे चला गया या महत्वहीन हो गया। उसके व्यक्तिगत और अन्य कारण भी हो सकते हैैंं। जैसे घुटने की बीमारी केे कारण मैं ही इधर फील्ड में ज्यादा सक्रिय योगदान नही दे पाया।
सवाल- लेकिन आपकी पार्टी में तो समाजवादी आन्दोलन से जुड़़ेे कई दिग्गज और अनुभवी नेता हैंं? तो फिर समाजवादी आन्दोलन से दूरदराज का भी सम्बन्ध न रखने वाले अमर सिंह को पार्टी मे इतना महत्व और अधिकार क्यों दिया जा रहा है?
जवाब- यह समझने केे लिए आज की राजनीति की जमीनी हकीकत को समझो। कांग्रेस, भाजपा तथा अन्य पार्र्टियों की तरह समाजवादी पार्टी को भी उनके मुकाबले के लिए पार्टी के प्रचार-प्रसार और चुनाव केेलिए साधनों की आवश्यकता पड़़ती हैै। अमर सिंह साधनों को मुहैया कराने की कुुशल क्षमता रखते हैैंं। उनकी इस उपयोगिता को पार्टी महत्व देती हैै। जहां तक नेतृत्व का सवाल हैै तो पार्टी के नेता मुलायम सिंह हैैंं। उनके समतुल्य कोई नही। अमर सिंह का उपयोग तो साधन जुटाने के लिए उसी तरह से हैै जैसे महात्मा गांधी ने बिड़़ला और जयप्रकाश नारायण ने गोयनका का उपयोग किया था। आखिर इसमें गलत क्या हैै।
सवाल- लेकिन रामगोपाल जी मानते हैैंं कि अमर सिंह ने सपा का जनाधार बढ़़ाया हैै?
जवाब- (थोड़़ी खामोशी फिर गम्भीर मुद्रा मे) सपा का जनाधार उनकी वजह से नही, पार्टी की जन कल्याणकारी नीतियों, कार्यक्र्रमोंं और मुलायम सिंह केे कुुशल नेतृत्व तथा विपरीत परिस्थितियों में भी लगातार उनकी कड़़ी मेहनत से बढ़़ा हैै। इसमेंं पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से भरी मेहनत का भी योगदान हैै।
सवाल- क्या यह सच नही हैै कि सपा सरकार के कार्यकाल में माफियावाद और पंूजीपतियोंं को प्रोत्साहन मिला हैै?
जवाब- गलत। यह सपा और सरकार के खिलाफ विरोधियों का कुुप्रचार हैै। माफियावाद का विस्तार तो अन्तर्राष्ट्र्रीय स्तर पर हो रहा हैै। ईरान के ताजा प्रकरण में कांग्रेस के नेतृत्व वाली केेन्द्र सरकार ने अमेरिका केे माफियावाद व साम्राज्यवाद के बदले रूप के सामने आत्म समर्पण कर एक तरह से माफियाइज्म और पंूजीवादी ताकतों की सरपरस्ती स्वीकार कर ली हैै।
सवाल- क्या आप रामगोपाल जी के दृष्टिकोण से सहमत होकर अमर सिंह पर आरोप लगाने केे लिए राजब_x008e_बर के खिलाफ पार्टी की सम्भावित कार्रवाई से सहमत हैैंं?
जवाब- राजब_x008e_बर के खिलाफ निष्कासन जैसी कार्र्रवाई का मै पक्षधर नही। देर सबेर सुलह सपाटा हो जाएगा। (हंसकर) अमर सिंह को तो अब बहुुत डिफेन्ड कर चुका। अब मुझे संगम क्षेत्र में लगे समाजवादी चिन्तन शिविर में जाकर पुण्य लाभ करने दो।
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