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सरपंच बनीं सांसद सोनिया

Dr. Yogesh mishr
Published on: 26 Sept 2008 8:15 PM IST
रायबरेली, 26 सितम्बर- देश के विकास में महिलाओं का योगदान कम नहीं है। कारपोरेट जगत, बैंकिंग और उद्योग में तो महिलायें पुरुषों से भी आगे निकल गयी हैं। अपने क्षेत्र की स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को यह संदेश देती हुई सप्रंग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन बछरांवा इलाके के निवाजखंड गांव में पंचायत लगाकर गांव वालों का दुखदर्द सुना। ननकऊ की परचून की दुकान के सामने ही सोनिया ने अपनी चौपाल लगा दी। उन्होंने बाढ़ प्रभावित पांच गांवों का दौरा कर राज्य सरकार से मिल रही मदद का भी जायजा लिया।

गांव के औचक निरीक्षण, विकास योजनाओं की जानकारी तथा लोगों का दुख बांटते हुये शहर के रिफार्म क्लब में आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी में भी सोनिया गांधी शरीक हुईं। उन्होंने न केवल इफ्तार किया बल्कि लोगों को ईद की मुबारकबाद भी दी। उन्होंने मुल्क और मिल्लत की दुआ मांगी। लोगों से अमन-चैन और आपसी भाईचारा बनाने की अपील भी की। राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह के कार्यक्रम में सोनिया ने समाज और देश के विकास में महिलाओं के योगदान को न केवल रेखांकित किया बल्कि जिन क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरुषों से बाजी मारी है, उसका जिक्र भी किया। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के द्वारा तैयार किये गये उत्पादों को श्रीमती गांधी ने देखा और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी। चुरवा बार्डर से श्रीमती गांधी का काफिला दोस्तपुर, पिंडारी कला होते हुये भवानीगढ़ चौराहा पहुंचा। जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जबरदस्त इस्तकबाल किया। वे कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता स्वर्गीय सुशील अग्रहरि के निवास पर भी गयीं। उनकी पत्नी व बेटों को न केवल ढांढस बंधाया बल्कि भरोसा जताया कि पार्टी उनके परिजनों के साथ है, वे खुद को अकेला न समझें।

लोगों ने पहली मर्तबा अपनी संासदों को पंचायत सरपंच के रूप में देखा। निवाजखेड़ा गांव में ननकऊ की दुकान के सामने पड़े तख्त पर सोनिया जा बैठीं। जहां उन्होंने गांव वालों से नरेगा के बारे में पूछताछ की। जानना चाहा कि उन्हें सौ दिन का काम मिलता है कि नहीं। हालांकि गांव वालों ने नरेगा योजना के उचित क्रियान्वयन से श्रीमती गांधी को अवगत कराया पर उन्होंने अपनी सांसद व सपं्रग अध्यक्ष श्रीमती गांधी से कहा कि सौ दिन का रोजगार पर्याप्त नहीं है। इसे बढ़ाया जाना चाहिए। दोस्तपुर, सहगो, सिंगारा तथा भवानी गांव सहित पांच गांव में उन्होंने जाकर लोगों का हाल-चाल पूछा तथा यह भी जानने की कोशिश की कि राज्य सरकार की ओर से इन बाढ़ पीडि़तों को क्या मदद व सुविधायें मुहैया करायी जा रही हैं। श्रीमती गांधी के दौरे में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उमांशकर मिश्रा, उनके प्रतिनिधि के.एल.शर्मा सहित तमाम कांग्रेसी मौजूद थे। श्रीमती गांधी कल जिला सतर्कता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद वापस दिल्ली लौट जायेंगी।


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Dr. Yogesh mishr

Dr. Yogesh mishr

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