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कुतिया माता मंदिर: इस टेंपल का इतिहास आपको कर देगा परेशान

दरअसल, उत्तर प्रदेश के जिला झांसी के मऊरानीपुर तहसील में कुतिया महारानी नाम का एक मंदिर है जहां पर कुतिया माता की पूजा होती है। इस मंदिर मे सुबह शाम पूजापाठ भी होता है और मंदिर की देखरेख के लिए इस मंदिर मे पुजारी भी है।

Shivakant Shukla
Published on: 24 Jan 2020 12:15 PM GMT
कुतिया माता मंदिर: इस टेंपल का इतिहास आपको कर देगा परेशान
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लखनऊ: भारत देश मे कई ऐसे अजीबोगरीब मान्यताओं वाले मंदिर हैं, जिनसे लोगों की आस्था जुड़ी होती है। इन्हीं मंदिरों में से एक ऐसे मंदिर के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिसकी मान्यता पर आपको यकीन नहीं होगा।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के जिला झांसी के मऊरानीपुर तहसील में कुतिया महारानी नाम का एक मंदिर है जहां पर कुतिया माता की पूजा होती है। इस मंदिर मे सुबह शाम पूजापाठ भी होता है और मंदिर की देखरेख के लिए इस मंदिर मे पुजारी भी है।

क्या है मंदिर का इतिहास

मंदिर के पुजारी किशोरी लाल यादव ने बताया कि एक बार दोनो गांवों मे एक ही दिन एक ही समय मे भोज का आयोजन हुआ। भोजन के लिए कुतिया देवी सबसे पहले रेवन गांव पहुंची लेकिन वहां भोजन तैयार नही हुआ था। इसलिए वहां से कुतिया देवी ककवारा गांव के लिए चल पडी, लेकिन वहां भी अभी तक भोजन बना नहीं था।

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जब दोनो ही गांवों मे भोजन बनने में अभी समय था तो कुतिया देवी ने सोचा दोनो गांवों के बीच एक स्थान पर रुक कर वह तुरही बजने का इंतजार करेंगी। जिस गांव मे पहले तुरही बजेगी वहीं पहले भोजन के लिए वह पहुंच जाएंगी। पर यह क्या! अचानक एकाएक दोनों ही गांवों की तुरही एक साथ बज उठी। कुतिया रानी थकी और भूखी थी इस ऊहापोह में मौके पर ही कुतिया की मौत हो गयी। जिस जगह उसकी मृत्यु हुई वहीं पर समाधि स्थल बना दिया गया। दूसरे दिन जहां पर उसे दफनाया गया था, वहां पर पत्थर दिखायी दिया लोगों ने इसे चमत्कार समझ कर वहां पर मंदिर का निर्माण करा दिया।

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कुछ लोग इसे अंधविश्वास भी मानते हैं-

गांव के एक व्यक्ति के अनुसार दो गांव में इस मंदिर को लेकर काफी आस्था है। वहीं मऊरानीपुर के कुछ लोग इसे अंधविश्वास ही मानते हैं। इस मंदिर को भूख से मौत नहीं होने और घर में समृद्धि लाने की मुराद पूरी होने से जोड़ दिया गया है, इसीलिए 'कुतिया महारानी' की कहानी पर न सिर्फ लोगों ने विश्वास किया बल्कि उसकी पूजा भी शुरू कर दी गई। ये अंधविश्वास है, कुतिया महारानी मंदिर मे दूर दूर से लोग पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं। लोगों के मन इसके प्रति आस्था और श्रद्धा भी है आसपास के लोगों का कहना है इस मंदिर से लोगों की मुरादें भी पूरी होती हैं।

Shivakant Shukla

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