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Ajab-Gajab: मरा हुआ व्यक्ति हो गया ज़िंदा, डॉक्टरों ने घोषित कर दिया था मृत

Ajab-Gajab: कहते हैं मृत्यु के बाद कोई वापस नहीं आ सकता लेकिन पटियाला में एक ऐसी घटना हुई है जिसके बाद सभी चमत्कार में विश्वास करने लगे हैं। आइये जानते हैं क्या है पूरी कहानी।

Shweta Srivastava
Published on: 17 Jan 2024 12:49 PM IST
Ajab-Gajab
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Ajab-Gajab (Image Credit-Social Media)

Ajab-Gajab: इसे चमत्कार कहें या डॉक्टरों की लापरवाही कि एक व्यक्ति जिसे मृत घोषित कर दिया गया था वो अचानक जीवित हो गया। ये व्यक्ति 80 साल का है और उनका नाम दर्शन सिंह है। जो अपना इलाज कराने पटियाला के प्राइवेट अस्पताल गए थे। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आइये जानते हैं कि फिर ऐसा क्या हुआ जिससे वो जीवित हो गए।

मरा हुआ व्यक्ति हो गया ज़िंदा

कहते हैं 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' जिसका अर्थ है जिसके साथ या जिसकी रक्षा स्वयं भगवान् कर रहे हों उसे कोई नहीं मार सकता। और ऐसा ही कुछ हुआ पटियाला के एक बुज़ुर्ग के साथ। दरअसल दर्शन सिंह जिनकी उम्र 80 साल है अपना इलाज करने पटियाला के प्राइवेट अस्पताल पहुंचे थे। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लेकिन रस्ते में एंबुलेंस एक गड्ढे में गयी तो झटका लगा जिससे उनके साँस वापस आ गयी और वो जीवित हो गए।

दर्शन सिंह को मृत घोषित कर दिया गया था जिसके बाद उनकी डेड बॉडी को एंबुलेंस से ले जाया जा रहा था। वहीँ रास्ते में गड्ढे में जाने के बाद उनके प्राण वापस आ गए। इसे कुदरत का चमत्कार कहा जाये या डॉक्टरों की लापरवाही लेकिन सच तो ये है कि पटियाला के दर्शन सिंह मौत को छूकर वापस आ चुके हैं। करनाल जिले के निसिंग क्षेत्र में रहने वाले दर्शन सिंह काफी समय से हृदय संबंधित बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी उम्र 80 साल थी। अपने इलाज के चलते वो अपने बेटे के साथ पटियाला के प्राइवेट अस्पताल पहुंचे। उनके बेटे गुरुदेव को डॉक्टर ने बताया कि उनके पिता की धड़कन रुक गयी है और उनकी मृत्यु हो गयी है।

दर्शन सिंह की मृत्यु की खबर जल्द ही उनके पूरे गांव में फ़ैल गयी। उनका छोटा बेटा भी उनकी बॉडी लेने वहां पहुंच गया। उनके बेटे ने बताया कि दर्शन सिंह की डेड बॉडी को एम्बुलेंस में रखा गया और जैसे ही वो कैथल के पास से गुजरी गाडी के टायर सड़क के ऊबड़-खाबड़ गड्ढे में घुस गयी। जिससे एम्बुलेंस को झटका लगा उसके बाद ही उनके हाँथ में हलचल हुई जिसे उनके बेटे ने देख लिया इसके बाद जब चेक किया तो उनकी धड़कन चल रहीं थीं।

वहीँ जब दर्शन सिंह के गांव में ये बात पता चली तो सभी ने इसे चमत्कार का नाम दिया। आमतौर पर इस तरह वापस जीवित होना रेयर है वहीँ दर्शन सिंह ने मौत को मात दी है। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। अक्सर दिल की धड़कन रुकना और झटका लगने पर वापस आजाना संभव है इसलिए इसे डॉक्टर की लापरवाही नहीं बल्कि झटका लगने से ह्रदय गति का लौट आना कहा जायेगा। अभी हिलहाल शुरुआत में दर्शन सिंह को वेंटिलेटर पर रखा गया। वहीँ उनकी स्थिति सामान्य है।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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