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गाय का खून पी रहे यहां के लोग, सामने आई हैरान करने वाली सच्चाई

बोदी समाज के लोग अपनी कमर के चारों ओर कपास की पट्टी पहनते हैं। यह समाज पूरी तरह से पशुपालन पर आधारित है। इस समाज में जब कोई बच्चा पैदा होता है तो इस समाज के पिता अपने बच्चे को एक गाय या एक बैल उपहार में देते हैं। बोदी समाज के लोगों की अपनी अलग भाषा और परंपरा है।

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Published on: 16 Dec 2020 7:11 PM IST
गाय का खून पी रहे यहां के लोग, सामने आई हैरान करने वाली सच्चाई
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गाय का खून पी रहे यहां के लोग, सामने आई हैरान करने वाली सच्चाई photos (social media)

अफ्रीका : इथोपिया कई आदिवासी जनजातियों का देश है। आपको बता दें कि यहां पर कई आदिवासी समाज देखने को मिलते हैं। इस आदिवासी समाज में कई जनजातियां निवास करती हैं। इस समाज में एक बोदी जनजाति रहती है। इस जनजाति के लोगों में पुरुष बिना कपड़ो के रहते हैं। बोदी जनजाति पशुपालन और मवेशियों पर आधारित है। इस समुदाय के लोग गाय का रक्त पीते हैं। और यहां एक समारोह मनाया जाता है जिसमें जो व्यक्ति मोटा होता है उसे अपनी पसंद की लड़की से शादी करने की अनुमति होती है।

पशु बलि का उपयोग करते हैं

बोदी समाज के लोग अपनी कमर के चारों ओर कपास की पट्टी पहनते हैं। यह समाज पूरी तरह से पशुपालन पर आधारित है। इस समाज में जब कोई बच्चा पैदा होता है तो इस समाज के पिता अपने बच्चे को एक गाय या एक बैल उपहार में देते हैं। बोदी समाज के लोगों की अपनी अलग भाषा और परंपरा है। यहां के लोग काफी मिलनसार होते हैं। इस जनजाति की आबादी कम से कम 10,000 के आस पास है। आपको बता दें कि यह समाज अपने कई समारोह में पशु बलि का उपयोग करते हैं।

काएल समारोह का आयोजन जून के महीने

यहां के लोग हर साल जून या जुलाई के महीने में काएल समारोह का आयोजन करते हैं। इस समारोह में मोटे व्यक्ति के साथ हीरो जैसा बरताव किया जाता है। यहां के लोग इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 6 महीने पहले हर एक घर से एक कुंवारे मर्द को इस प्रतिस्पर्धा के चुना जाता है। आपको बता दें कि इस प्रतिस्पर्धा में मोटे होने के लिए इन मर्दो को 6 महीने तक गाय का रक्त और दूध मिलाकर दिया जाता है। और यह 6 महीने तक कोई शारीरिक संबंध नहीं रख सकते हैं। इन जनजाति के लोगों के लिए गाय काफी पवित्र मानी जाती है।

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30 से 36 गाय दहेज में दी जाती है

इस प्रतियोगिता में जितने वाले को एक हेडबैंड भी पहनाया जाता है। इसके साथ एक पंख भी लगाया जाता है। बोदी समाज की महिलाएं बकरी की स्कर्ट पहनती है। आपको बता दें कि इस समारोह को जीतने वाले पुरुष को अपनी पसंद की लड़की से शादी करने की अनुमति मिल जाती है। इस समाज में लंबी कमर वाली लड़की को खूबसूरत समझा जाता है। इस समारोह के अंत में गाय की बलि दी जाती है। इस कार्यक्रम के दौरान यहां के पुरुषों को राख और मिटटी से नहलाया जाता है। बोदी समाज के लोग शादी के समय अपने बेटों को दस गाय और दुल्हन को 30 से 36 गाय दहेज में देते हैं।

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