×

OMG: इस गांव में नहीं होता है किसी के घर का ADDRESS, ऐसे होती है पहचान

किसी भी घर की पहचान उसके एड्रेस या उस घर पर लिखे नाम से कि जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं पंजाब में एक ऐसा गाँव हैं जहाँ के घरों कि पहचान उनके पानी कि टंकियों से की जाती हैं। बात सुनने में अजीब हैं लेकिन सच हैं। क्योंकि ये पानी कि टंकियां होती ही इतनी विशेष हैं जो कि आम टंकियों से बिल्कुल अलग होती हैं। तो आइये जानते हैं इसके विशेष टंकी के बारे में।

suman
Published on: 8 May 2020 6:20 PM GMT
OMG: इस गांव में नहीं होता है किसी के घर का ADDRESS, ऐसे होती है पहचान
X

जयपुर:किसी भी घर की पहचान उसके एड्रेस या उस घर पर लिखे नाम से कि जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं पंजाब में एक ऐसा गाँव हैं जहाँ के घरों कि पहचान उनके पानी कि टंकियों से की जाती हैं। बात सुनने में अजीब हैं लेकिन सच हैं। क्योंकि ये पानी कि टंकियां होती ही इतनी विशेष हैं जो कि आम टंकियों से बिल्कुल अलग होती हैं। तो आइये जानते हैं इसके विशेष टंकी के बारे में।

यह पढ़ें...इस गांव में है रहस्य की गुफा, महाभारत से जुड़ा है इतिहास

टंकियों वाला गांव

पंजाब के जालंधर के पास एक गांव है उप्पला गांव जिसे टंकियों वाला गांव कहा जाता है यहां के हर घर की पहचान उसके घरों पर बनी पानी की अजब गजब और नमूने दार टंकियां से होती है। और यहां के गांव में लोगों की भी पहचान उनके घरों पर बने पानी की टंकियों से होती है।इन गांव के अलावा कुछ आस पास के गांव में भी अब कुछ ऐसी ही अजीबो गरीब आकर की टंकियां आपको दिख जायेगी।

उप्पला गांव के मकानों की छतों पर आम वाटर टैंक नहीं है। बल्कि यहां पर हवाई जहाज, घोड़े, गुलाब, कार, बस आदि अनेक आकारों की टंकियां आपको दिखाई देगी। अगर किसी की छत पर आर्मी का टैंक दिख जाए तो समझिए उस घर से कोई न कोई सदस्य आर्मी में है। अगर आपको छत पर प्लेन दिखे तो समझिए उस घर के लोग एन आर आई हैं।

यह पढ़ें... गजब ! यहां है पाताल लोक, जहां बसते हैं आज भी हजारों लोग

शानो और शौकत

ये टंकियां सिर्फ अपने शानो और शौकत के लिए बस नहीं बनवा रखी है बल्कि घर में रहने वालों की प्यास भी बुझाती हैं। अधिकतर लोगों को पैसा कमाने के लिए विदेशों में बस गए हैं। गांव की में खास तौर पर एन आर आई की कोठियों की छत पर इस तरह की टंकियां बनाई गई है। कोठियों पर रखी नाना प्रकार की टंकियों से ही उसकी पहचान है। इसकी शुरुआत करीब 70 साल पहले हांगकांग जाने वाले तरसेम सिंह ने की थी। अपनी कोठी के ऊपर पानी जहाज के आकर की टंकियां बनवाया जिसे लोगों ने खूब पसंद किया और अब तो यहां पर करीब 200 से अधिक कोठियों में अलग अलग तरीके की टंकियां आपको दिखाई देगी।

suman

suman

Next Story