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हवाई यात्रा: मन में है बहुत एक्साइटमेंट तो जान लिए उससे जुड़ें ये सारे FACTS

अगर आपने हवाई जहाज में जर्नी की है तो एक नई कई सवाल मन में आते होंगे और ना जाने कितनी सारी क्यूरिसिटी होती होगी। पर क्या आपने कभी हवाई जहाज में यात्रा करते हुए ये  सोचा है कि आखिर विमान की खिड़की गोल क्यों होती हैं? नहीं सोचा तो अब सोच लें। इसका जवाब भी आपको मिलेगा।  जानिए विमान से जुड़ें इंटरेस्टिंग फैक्ट्स...

suman
Published on: 20 Feb 2020 9:00 AM IST
हवाई यात्रा: मन में है बहुत एक्साइटमेंट तो जान लिए उससे जुड़ें ये सारे FACTS
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जयपुर: अगर आपने हवाई जहाज में जर्नी की है तो एक नई कई सवाल मन में आते होंगे और ना जाने कितनी सारी क्यूरिसिटी होती होगी। पर क्या आपने कभी हवाई जहाज में यात्रा करते हुए ये सोचा है कि आखिर विमान की खिड़की गोल क्यों होती हैं? नहीं सोचा तो अब सोच लें। इसका जवाब भी आपको मिलेगा। जानिए विमान से जुड़ें इंटरेस्टिंग फैक्ट्स...

क्यों होती गोल खिड़कियां

1950 के दशक में विमानों में पहले चौकोर खिड़कियां लगती थीं, लेकिन उससे दुर्घटनाओं में बढ़ने लगी थी। तब से ही विमानों में गोल खिड़कियां बनाई जाने लगी। गोल खिड़कियां एयर दबाव को संतुलित करती हैं, इससे दुर्घटना होने की संभावना कम रहती है।

विमान में आप जो भी खिड़की देखते हैं उनमें तीन फ्रेम होते हैं पहला दबाव का बोझ सहन करने, दूसरा बाहरी फ्रेम फेल होने पर सुरक्षा देता है, लेकिन ऐसा शायद ही कभी होता है, जबकि तीसरा आपके सामने होता है जिसे आप दिल भर कर गंदा कर सकते हैं। तो ये हुई गोल खिड़कियों की वजह।

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वेस्ट टैंक होता है विमान में

अब जाने विमान के टॉयलेट के बारे में ट्रेनों में तो टॉयलेट के लिए कोई स्टोरेज टैंक नहीं होता, लेकिन उड़ते विमान में तो दी ही नहीं जा सकती। वहां वेस्ट एक टैंक में स्टोर होता है। इस टैंक को प्लेन के लैंड करने से पहले नहीं खाली किया जाता।

नशा नहीं होता ऑक्सीजन लेबल कम होता है

ऐसा कई लोगों का मानना है कि 35 हजार फुट की ऊंचाई पर विमान में लोगों को पीने के बाद नशा तेजी से होता है। लेकिन ये गलत है। असल में पीने से ऊंचाई का कोई लेना-देना ही नहीं है। कम ऑक्सीजन की मात्रा की वजह से लोग हांफने लगते हैं।

चाबी नहीं, स्टार्ट मोटर से चलता है

आपको ये भी बता दें कि विमान को किसी चाबी से स्टार्ट नहीं किया जाता है। इसको शुरू करने के लिए एक एयर स्टार्ट मोटर की जरूरत पड़ती है। इसके चलने के साथ ही जेट इंजन चलता है और इग्निशन ऑन हो जाता है।

शांति के लिए फोन बंद

विमान में फोन बंद करने का चलन है, लेकिन इसका उड़ान से कोई मतलब नहीं होता, बल्कि उड़ान के समय किसी यात्री के फोन ऑन होने या ना होने का मतलब केबिन क्रू के शांति और फोकस को बनाए रखने के लिए किया जाता है। अगर फोन को फ्लाइट मोड़ में नहीं डाला जाए, तो इससे एयर ट्रैफिक कंट्रोल करने वाले केबिन क्रू के अधिकारी आवाज से परेशान होते हैं। ये उनके रेडियो कंम्यूनिकेशन के बीच में आता है और उन्हें भ्रमित कर सकता है।

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कर सकते हैं स्मोक

विमानों में तो स्मोक करने की मनाही है, लेकिन ‌फिर भी ऐशट्रे उपलब्‍ध रहते हैं। कभी सोचा क्यों? क्योंकि बाथरूम में मौजूद रहने वाली कुछ सुविधाओं में से ऐशट्रे का होना भी जरूरी होता है। कई बार यात्री लंबी दूरियों के दौरान बिना स्मोक किए नहीं रह सकते। उन्हें स्मोक करने के लिए लैवॉटरी या टॉयलेट में जाने दिया जाता है।

अंदर का प्रेशर लेबल हाई

क्या उड़ते विमान के दरवाजे को खोला जा सकता है? कभी भी नहीं खोल सकते है। ऐसा इसलिए क्योंकि विमान के अंदर का प्रेशर बाहर से कहीं ज्यादा होता है। ऐसे में दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान भी इसे नहीं खोल सकता।

गिरफ्तार हो सकती हैं एयर-होस्टेस

विमान के अंदर फ्लाइट अटेंडेंट्स आपको गिरफ्तार कर सकती हैं। जी हां, कई बार ऐसे यात्री विमान में आ जाते हैं जो उपद्रवी होते हैं। कई बार मना करने के बाद भी जब वो नहीं सुनते, तो उन्हें एयर-होस्टेस विमान के लैंड करने तक गिरफ्तार कर सकती है।

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