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World Longest Trains: दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैन, 2 किलोमीटर है इसकी लंबाई, जाने इसकी पूरी जानकारी

Switzerland Longest Train: स्विट्जरलैंड अपने पहाड़ों के लिए बहुत फेमस है। ऐसे में यहां ट्रेनों का चलना काफी मुश्किल भी है पर इंजीनियरिंग के वजह से यह सब आसान हो चूका है।

Anjali Soni
Written By Anjali Soni
Published on: 12 Nov 2022 6:06 AM IST
Switzerland Longest Train
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Switzerland Longest Train(photo-social media)

World Longest Train in Switzerland: भारत में ज्तदतार लोगों को ट्रैन का सफर करना पसंद होता है। क्योंकि ट्रैन में सफर का कुछ पता ही नहीं चलता है कि कब सफर खत्म हो गया है। ट्रैन के बाहार की तरफ बहुत ही खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते हैं। अलग-अलग जगह पर नज़ारे भी अलग देखने को मिलते हैं। कहीं पेड़-पौधे ज्यादा होते हैं। तो कहीं पहाड़ हर जगह अलग सीन दिखता है। भारत की हर जगह बहुत खूबसूरत है। लेकिन इसे खूबसूरत बनाती है प्राकृति, भारत की तरह स्विट्जरलैंड बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है। हाल ही में स्विस रेलवे के 175 साल पूरे हुए हैं। इस वजह से रेल कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी ट्रेन बना दी, जिसमें एक साथ 3000 यात्री सफर कर सकते हैं।

स्विट्जरलैंड में बनी 100 डिब्बों वाली ट्रेन, एक साथ 3000 यात्रियों को कराती है सफर

स्विट्जरलैंड अपने पहाड़ों के लिए बहुत फेमस है। ऐसे में यहां ट्रेनों का चलना काफी मुश्किल भी है पर इंजीनियरिंग के वजह से यह सब आसान हो चूका है। स्विट्जरलैंड में इस ट्रैन को जब पहली बार चलाया गया तो इसमें 3000 लोगों ने सफर किया था। इस ट्रैन का निर्माण रेहटीशियन रेलवे एक स्विस ट्रांसपोर्ट कंपनी है जिसने इसे बनाया है। इस ट्रेन को कुल 25 ट्रेनें मिलाकर बनाया गया था जिसमें 100 डिब्बे थे, ट्रैन की लंबाई 2 किलोमीटर हैं। बताया जा रहा है कि इस पूरी ट्रैन का वजन 2990 टन है। इस ट्रैन को जब पहली बार चलाया गया था तो वहां 19 कैमरा, ड्रोन और हेलीकॉप्टर में फिट कर के तैयार किए गए थे जिससे इसकी पूरी यात्रा को रिकॉर्ड किया जा सके।

यह ट्रैन जिस रुट पर चलती है उसे एलबुला लाइन कहते हैं। ये लाइन पूर्वी स्विट्जरलैंड के प्रेडा से एलवान्यू तक चलती है. आल्प्स पर्वतमाला से गुजरने वाली ये रेलवे लाइन काफी मुश्किल है। इस ट्रैन की वजह से दुर्घटना भी हो सकती है। क्योंकि टरियां 1 मीटर चौड़ी हैं जबकि स्टैंडर्ड नैरो गेज 1.4 मीटर का होता है। इसके अलावा रास्ते में 22 टनल, 48 ब्रिज आते हैं. जिसके दोनों तरफ गहरी खाई होती है। पटरियां बार-बार मुड़ती हैं इस वजह से ट्रेन को तेज नहीं चलाया जा सकता, इस ट्रैन को चलाने के लिए 7 ड्राइवर होते हैं। वह एक साथ 25 ट्रेनों को चलाते है। इस ट्रैन की वजह से कभी भी कोई हादसा हो सकता है।



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