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मितरों! इन 6 नेताओं के लिए कभी ख़ुशी कभी गम वाला रहा जाता हुआ साल

जाते हुए साल ने देश में कई नेताओं की छवि को जहां और अधिक मजबूत किया। वहीं कुछ को उनके जीवन का सबसे बुरा समय भी दिखा दिया। हम आपको बताते हैं उन 6 नेताओं का हाल जो रहे साल भर चर्चा में।  

Rishi
Published on: 31 Dec 2018 5:57 PM IST
मितरों! इन 6 नेताओं के लिए कभी ख़ुशी कभी गम वाला रहा जाता हुआ साल
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लखनऊ : जाते हुए साल ने देश में कई नेताओं की छवि को जहां और अधिक मजबूत किया। वहीं कुछ को उनके जीवन का सबसे बुरा समय भी दिखा दिया। हम आपको बताते हैं उन 6 नेताओं का हाल जो रहे साल भर चर्चा में।

Image result for emojiग्लोबल लीडर

पीएम नरेंद्र ने दुनिया के अलग अलग देशों का दौरा किया और वहां के पीएम और प्रेसिडेंट से मुलाकात कर अपनी ग्‍लोबल लीडर की छवि को और अधिक मजबूत किया। दुनिया ने उन्हें क्‍लाइमेट चेंज को लेकर काम करने वाले प्रमुख नेता के रूप में पहचाना। जाता हुआ साल उन्हें विधानसभा चुनावों का भले ही गम दे गया हो। लेकिन मोदी आगामी वर्ष में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

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Image result for emojiकांग्रेस को मिला ज्योतिरादित्य के रूप में किंग मेकर

मध्य प्रदेश में चुनाव के दौरान से ही ज्योतिरादित्य माधव राव सिंधिया सीएम का दावेदार माना जाता रहा। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने कमलनाथ को सीएम बना दिया। इससे ज्योतिरादित्य की छवि कमजोर नहीं हुई, बल्कि वो किंग मेकर बन कर सामने आए। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके समर्थन से जीते अधिकांश विधायकों को सरकार में हिस्सेदारी मिल रही है। इससे उनका कद प्रदेश की राजनीति में बढ़ा है।

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Related imageराहुल गांधी द हीरो

राहुल गांधी ने इस वर्ष की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में की। बीते चार वर्षो में भी पार्टी ने सत्ताधारी बीजेपी को सीधे लड़ाई में मात नहीं दी थी। लेकिन जाते हुए साल ने कांग्रेस की झोली में छत्तीसगढ़, राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश डाल राहुल को देश के अंदर बड़ा नेता बना दिया। इससे इलाकाई दलों में भी उनकी और कांग्रेस की छवि मजबूत हुई है। इसका फायदा लोकसभा में राहुल उठा पाते हैं या नहीं ये तो अगला साल बताएगा।

फिलहाल राहुल ने बीजेपी को उसके ही मूल मुद्दों राष्ट्रवाद पर जमकर घेरा हुआ है। राहुल ने राफेल सौदे पर नरेंद्र मोदी पर निशाना साध उनकी इस छवि को तोड़ने की कोशिश की है।

उन्होंने कांग्रेस के अंदर संगठनात्मक मुद्दों को सुलझाया और कांग्रेस समिति में अनुभव और युवाओं को समायोजन कर प्रभावशाली तरीके से बदलाव लाया। पार्टी अध्यक्ष के नाते, राहुल ने सोनिया गांधी के मुकाबले ज्यादा विस्तृत और निरंतर चुनाव अभियान चलाया।

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Image result for emojiसुषमा स्वराज

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया और दुनियाभर में कहीं भी फंसे भारतीयों के लिए देवदूत का काम किया। इससे उनकी छवि मुखर नेता से बदल ममतामयी बहन और मां सरीखी भी बन गई। सिर्फ इतना ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय मंचों से उन्होंने दुश्मनों को कड़ा संदेश भी दिया।

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Related imageलालू यादव

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के लिए ये साल दुश्वारी भरा रहा। जहां सत्ता हाथ से फिसली। वहीं जेल यात्रा भी करनी पड़ी। बेटे की शादी से जहां परिवार में खुशियां आईं वहीं तलाक विवाद ने परिवार के साथ ही पार्टी में भी दीवार खड़ी हो गई।

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Image result for emojiशिवपाल यादव

सपा संरक्षक मुलायम सिंह के अनुज के लिए ये साल जब आया तब टेंशन लेकर आया। लेकिन जाते जाते उन्हें सपा का विकल्प बना विदा हो रहा है। आज शिवपाल अपनी पार्टी के साथ सूबे में अपनी जमीन तलाश रहे हैं। उन्हें इस बात का भी गम नहीं होगा कि भतीजे ने उनकी जमीन खीँच ली है, क्योंकि उनकी पार्टी में कई बड़े चेहरे सपा के ही हैं जो उनके साथ मजबूत कर रहे हैं।

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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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