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अय्यर ने ‘नीच’ वाली टिप्पणी को सही ठहराया, मोदी ने कहा - उपहार हैं गालियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक चुनावी रैली में अय्यर और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ऐसी गालियों को ‘‘उपहार’’ की तरह लेते हैं और जनता भाजपा को चुनकर हर एक गाली का जवाब देगी।
नयी दिल्ली/ शिमला: कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने महीनों की चुप्पी तोड़ते हुए लोकसभा चुनाव के अखिरी चरण के मतदान से पहले मंगलवार को अपने एक लेख के जरिए नया सियासी बवाल खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी ‘नीच’ वाली एक पुरानी टिप्पणी को सही ठहराया और उन्हें देश का सबसे “बदजुबान” प्रधानमंत्री बताया।
‘राइजिंग कश्मीर’ एवं ‘द प्रिंट’ में प्रकाशित इस लेख की कांग्रेस एवं भाजपा ने निंदा की है। भाजपा ने अय्यर को अपशब्द कहने में महारथी (एब्यूजर इन चीफ) और उनकी पार्टी को घमंडी बताया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक चुनावी रैली में अय्यर और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह ऐसी गालियों को ‘‘उपहार’’ की तरह लेते हैं और जनता भाजपा को चुनकर हर एक गाली का जवाब देगी।
शिमला में अय्यर को उस समय गुस्सा आ गया जब संवाददाताओं ने उनसे लेख पर सवाल पूछे। उन्होंने माइक्रोफोन को अलग रख उनकी तरफ मुट्ठी दिखाई और उन्हें वहां से जाने के लिए कहते हुए चिल्लाए।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर प्रधानमंत्री की तरह हाथ लहराने की नकल की और मोदी को “कायर” बताया।
लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण से कुछ दिन पहले इस लेख में अय्यर ने कहा, “ याद है 2017 में मैंने मोदी को क्या कहा था? क्या मैंने सही भविष्यवाणी नहीं की थी?’’
दरअसल, अय्यर ने 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री मोदी को 'नीच किस्म का आदमी' कहा था। इस बयान पर खासा बवाल मचा था और बाद में कांग्रेस नेता को माफी मांगनी पड़ी थी। कांग्रेस ने उन्हें निलंबित कर दिया था, हालांकि कुछ महीनों के बाद उनका निलंबन निरस्त हो गया था।
इस अपशब्द को दोहराते हुए अय्यर ने कहा, ‘‘देश की जनता किसी भी सूरत में 23 मई को मोदी को सत्ता से हटा देगी। अब तक के सबसे ज्यादा ऊटपटांग बयान देने वाले प्रधानमंत्री की यह माकूल विदाई होगी।”
अय्यर की टिप्पणी की निंदा करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अय्यर के खिलाफ कार्रवाई के संदर्भ में कहा कि उचित मंच पर इस विषय को रखा जाएगा और उचित कदम उठाया जाएगा।
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सुरजेवाला ने मोदी पर भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने खुद राजनीतिक संवाद का स्तर गिराया है।
उन्होंने कहा, 'हम मणिशंकर अय्यर सहित उन सभी की निंदा करते हैं जो अपने शब्दों की मर्यादा भूल गए। ऐसा लगता है कि कुछ लोग सुर्खियों में रहने के लिए ऐसा करते हैं। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे हम दण्डित करते हैं। ऐसी भाषा कांग्रेस की परंपरा नहीं है।'
उन्होंने आरोप लगाया कि सच तो यह है कि मोदी ने “अपने शब्दों, आक्रोश, अनियंत्रित गुस्से और विपक्षी नेताओं से बदला लेने की उनकी चाह के जरिए प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम की है।”
बाद में मोदी ने अय्यर और कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए अपनी रैलियों का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा, ‘‘कल उन्होंने (अय्यर ने) फिर वही बात कही है जो पहले भी कही थी। लेकिन कांग्रेस ने उन्हें निलंबित करने का ड्रामा किया था और बाद में उन्हें पार्टी में फिर से ले आए थे। लेकिन कांग्रेस ने उनकी कही बातों को गलत नहीं माना और यह उसी का नतीजा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वह एक बार फिर कह रहे हैं और जोर देकर कह रहे हैं कि मेरे खिलाफ अभद्र शब्दों के प्रयोग में कुछ भी गलत नहीं है। नामदार और उनके परिवार और उनके लोगों ने अहंकार के साथ इस देश पर वर्षों तक शासन किया...मैं ऐसी गालियों को उपहार की तरह लेता हूं। मोदी को इन गालियों पर जवाब देने की जरूरत नहीं है, भाजपा को चुनकर जनता हर एक गाली का जवाब देगी।’’
भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘‘ अपशब्द कहने में महारथी (एब्यूजर इन चीफ)’’ 2017 की अपनी ‘नीच’ टिप्पणी को उचित ठहराने लौटे।
उन्होंने कहा, ‘‘अय्यर ने तब अपनी खराब हिन्दी का बहाना बनाकर माफी मांगी थी । अब वे कह रहे हैं कि उनका आकलन सही था । कांग्रेस ने पिछले साल उनके निलंबन को वापस ले लिया था । कांग्रेस का दोहरा चरित्र और अहंकार फिर सामने आया । ’’
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अय्यर की ताजा टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि मणिशंकर अय्यर ने जो कहा है वह एक वेबसाइट पर लेख में कहा है, उस पर कांग्रेस का क्या कहना है?
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान भाषा की मर्यादा के उल्लंघन पर एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि यह रूकना चाहिए, इसे रोका जाना चाहिए क्योंकि किसी भी जिम्मेदार नेता को इस प्रकार की बातें नहीं करनी चाहिए।
(भाषा)