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सचिवालय के अंदर खुला फर्जी कार्यालय और सरकार बेखबर: अखिलेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भ्रष्टाचार के प्रति जीरों टालरेंस नीति पर सवाल उठाते हुए कहा...
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भ्रष्टाचार के प्रति जीरों टालरेंस नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सचिवालय के अन्दर एक फर्जी कार्यालय भी खुल गया और सरकार को खबर नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सचिवालय के अंदर बड़े चेहरे और बड़े अफसर भी नौकरियां और बड़े ठेके दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने का धंधा चला रहे हैं। भाजपा मंत्रियों के स्टाफ के लोगों के इस खेल में संलिप्त रहने की पहले भी सूचनाएं थीं। बिना ऊपरी सांठगांठ के ऐसा घोटाला संभव नहीं। छल-बल, धन-बल से सत्ता का दुरूपयोग करना भाजपा का आचरण है।
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शिक्षक भर्ती पर कही ये बात
सपा अध्यक्ष ने सोमवार को 69000 शिक्षक भर्ती को सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए कहा है कि इसका मास्टर माइंड भाजपा से जुड़ा बताया जा रहा है। अखिलेश ने कहा कि बेसिक शिक्षा में अनामिका और प्रियंका जैसी कितनी ही फर्जी शिक्षिकाओं की भर्ती है और खबर है कि लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध काॅलेजों में भी कुछ अनामिकाएं हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल, भाजपा सरकार अपनी सत्ता गंवाने के अंदेशे से मानसिक संतुलन खो बैठी है और जाते-जाते भ्रष्टाचार से अपनी थैलियां भर लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि जहां तक भाजपा राज में भ्रष्टाचार की बात है तो वह उनका घरेलू उद्योग बन गया है।
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प्रदेश में हालात मुख्यमंत्री के नियंत्रण से बाहर
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हालात मुख्यमंत्री के नियंत्रण से बाहर हो चले हैं। पुलिस तंत्र में अराजकता जैसी स्थिति बन रही है तो सचिवालय भ्रष्टाचार का केन्द्र बन गया है। किसान और छोटे कारीगर परेशानी से उबर नहीं पा रहे हैं। कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। भाजपा राज में अब हालात सुधरने के आसार नहीं दिख रहे हैं तो ऐसे में प्रदेश की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी छोड़कर प्रस्थान कर जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा के जंगलराज में पुलिस थाने अराजकता, हिरासत में मौत और बर्बर पिटाई के अड्डे बन गए हैं। पुलिस थाने के अन्दर ही एक दूसरे पर हमले की वारदात होना पुलिस व्यवस्था पर सवालिया निशान है। भाजपा राज में मंडियों एवं दलहन केन्द्रों पर व्याप्त भ्रष्टाचार एवं मनमानी से किसान बेहाल और परेशान है। कई क्रय केन्द्रों में ताले लगे होने की सूचनाएं हैं। आखिर किसान अपनी फसल बेचने कहां जाए?
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महिला सशक्तिकरण पर सिर्फ भाषणबाजी
सपा मुखिया ने कहा कि अमरोहा का ढोलक कारोबार चैपट हो गया है। यहां निर्मित ढोलक देश ही नहीं विदेश में भी प्रसिद्ध है। कारीगरों का काम सुचारू रूप से न चलने से उनके घर का खर्च चलना मुश्किल हो गया है। उनकों आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री एक जिला एक उद्योग की ढोल तो खूब पीटते हैं परन्तु जहां ढोलक से ही सैकड़ों लोगों की आजीविका चलती है उधर उनका ध्यान नहीं जाता है। तुकबंदी वाले बयानों का यही तो नतीजा होता है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर सिर्फ भाषणबाजी करने वाले मुख्यमंत्री वूमेन पावर लाइन 181 तक नहीं चला सके। वैश्विक महामारी के दौर में भाजपा सरकार की नीतियों से हजारों मददगार सेविका, महिलाएं भी बेरोजगार हो गई हैं। आशा ज्योति केन्द्रों में एक साल का वेतन बकाया है।
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