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जिसे गोद में खिलाया उसी भतीजे की राहों में कांटा बन चुभेंगे शिवपाल, निशाने पर कन्नौज

Rishi
Published on: 29 Aug 2018 4:39 PM GMT
जिसे गोद में खिलाया उसी भतीजे की राहों में कांटा बन चुभेंगे शिवपाल, निशाने पर कन्नौज
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लखनऊ : समाजवादी पार्टी में लगातार उपेक्षा के बाद पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन कर दिया है। उन्होंने दावा किया है कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चा यूपी में नया सियासी विकल्प होगा। इसके जरिए मैं छोटे दलों को जोड़ूंगा। शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह यादव की भी उपेक्षा हो रही है। बताया जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव कन्नौज से सपा मुखिया अखिलेश यादव के सामने लोकसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

समाजवादी घराने में लोकसभा चुनावों की सुगबुगाहट के बीच विवाद फिर गहरा गया है पार्टी में अलग थलग पड़ चुके शिवपाल सिंह यादव समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे के संगठन को मज़बूत करने का एलान कर दिया है। पार्टी में अनदेखी से नाराज शिवपाल सिंह यादव ने कहा, सपा में अपनी इज्जत न होने से मैं आहत हूँ। मुझे किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया जाता था। उन्होंने ये भी कहा कि उस पार्टी में अब नेताजी का भी सम्मान नहीं किया जाता है। इससे मैं बहुत दुखी हूँ।

इससे पहले मंगलवार को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बीच लंबी गुफ्तगू हुई। दोनों नेताओं के बीच सेक्युलर मोर्चे को लेकर लंबी मंत्रणा हुई जिस के बाद शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे का एलान कर दिया। इससे पहले लोहिया ट्रस्ट की बैठक में भी सोमवार को मुलायम और शिवपाल ने ट्रस्ट के कार्यों की समीक्षा और आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा की थी। इसके अगले ही दिन दोनों एक साथ फिर बैठे। इस दौरान एक शिवपाल समर्थक नेता की ओर से गठित सेक्युलर मोर्चे को लेकर रणनीति बनाई गई।

लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। विधान सभा चुनाव 2017 से ठीक पहले पार्टी में मचे घमासान की तरह ही एक बार फिर पार्टी में खींचतान शुरू हो गई है। लोक सभा चुनाव से पहले शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग ही पार्टी बना ली है। शिवपाल समर्थकों का मानना है कि राजनीतिक क्षेत्र में दखल बरकरार रखने के लिए इस मोर्चे का बनना जरूरी था। शिवपाल समर्थकों का मानना है कि उन्हें चुनाव की रणनीति बनाने में महारत हासिल है। 2012 के चुनाव में सपा की जीत में उनकी भूमिका अहम थी चर्चा यह भी है कि 2019 के लोक सभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के सामने ताल ठोकते नज़र आएंगे।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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