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हार के बाद अखिलेश बोले- समझाने से नहीं, बहकाने से मिलता है वोट, फैसला स्वीकार

Rishi
Published on: 11 March 2017 11:42 AM GMT
हार के बाद अखिलेश बोले- समझाने से नहीं, बहकाने से मिलता है वोट, फैसला स्वीकार
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजों में साइकिल पंचर हो गई और कमल खिल गया। समाजवादी पार्टी के सारे दावे धरे के धरे रहे गए। शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने हार का ठीकरा जनता के सिर ही फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि समझाने से नहीं, बहकाने से वोट मिलता है। बीजेपी ने जनता को बहकाकर बहुमत हासिल किया है। शायद जनता कुछ और सुनना चाहती होगी। कभी-कभी गरीब को भी नहीं पता होता कि वो आखिर चाहता क्या है।

समाजवादी पार्टी ने पांच साल तक पूरी ईमानदारी के साथ काम किया। अब हार की समीक्षा करने के बाद ही कोई नई जिम्मेदारी लूंगा। हार की हताशा अखिलेश के चेहरे से साफ झलक रही थी।प्रेस कांफ्रेंस के बीच में जब पत्रकारों ने सवाल पूछने बंद कर दिए तो उन्होंने कहा कि लगता है मेरा वक्त हो गया जाने का।

'स्वीकार है जनता का फैसला'

अखिलेश ने कहा कि जनता का फैसला हमें स्वीकार है। मैं मुख्यमंत्री था और हार की जिम्मेदारी लूंगा। शायद यूपी की जनता को एक्सप्रेस-वे पसंद नहीं आया। उन्हें इससे भी ज्यादा विकास चाहिए। हो सकता है कि बुलेट ट्रेन के लिए बीजेपी को वोट दिया। हमारी साइकिल ट्यूबलेस साइकिल थी, लेकिन यह राजनीति है और पता नहीं यहां कब-क्या हो जाए। जब तक कोई हमसे अच्छा काम नहीं करेगा, तब तक काम बोलता रहेगा। नोटबंदी का पैसा गरीबों तक कितना पहुंचता है, यह मैं भी देखता हूं।

वहीं, मायावती के ईवीएम मशीन में बीजेपी के गड़बड़ी करने वाले बयान पर अखिलेश ने कहा कि अगर सवाल उठा है, तो सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए।

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आगे भी जारी रहेगा गठबंधन: अखिलेश

अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल के खिलाफ जाकर कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, लेकिन यूपी को यह साथ पसंद नहीं आया। कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अखिलेश ने कहा, 'मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आने वाली सरकार हमने अच्छा काम करे। समाजवादी पार्टी ने यूपी को आगे बढ़ाने का काम किया है। कांग्रेस के साथ गठबंधन आगे भी जारी रहेगा। इसी बहाने दो युवा नेता साथ आए।'

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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