अयोध्या केस पर मदनी बोले-साक्ष्यों के आधार पर SC का हर फैसला मान्य होगा

अयोध्या प्रकरण में साक्ष्यों और सबूतों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, हमें मान्य होगा। ये बातें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कही है।

Aditya Mishra
Published on: 6 Nov 2019 9:20 AM GMT
अयोध्या केस पर मदनी बोले-साक्ष्यों के आधार पर SC का हर फैसला मान्य होगा
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फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: अयोध्या प्रकरण में साक्ष्यों और सबूतों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, हमें मान्य होगा। ये बातें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कही है।

मदनी ने कहा कि मुसलमानों का मस्जिद पर दावा एतिहासिक तथ्यों पर आधारित है। मस्जिद का निर्माण बिना किसी हिंदू मंदिर को नुकसान पहुंचाए बगैर किया गया है। हम अपने इस दावे के साथ खड़े हैं। अब सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला सुनाएगा हम उसके साथ हैं।

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अरशद मदनी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएं, उसे लोग माने। देश में शांति और आपसी भाईचारा बनाएं रखें। इस मसले पर संघ, सरकार और जमीयत एक साथ है।

उन्होंने कहा कि हम मुस्लिमों के साथ भारत के हर नागरिक से अपील करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट आने वाले फैसले का सम्मान करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह लोग मस्जिद पर दावा नहीं छोड़ने वाले, पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे।

इतना ही नहीं, यह भी जानकारी मिली है कि शाम को वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से अरशद मदनी मुलाकात कर सकते हैं।

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बता दे कि अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला नजदीक होने के चलते राजनीतिक के साथ सामाजिक गहमागहमी भी बढ़ती जा रही है।

जहां पूरे देशभर की निगाहें इस फैसले पर टिकी हैं, वहीं जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इस मसले पर बयान देकर मामले को गरमा दिया है।

रशीद फिरंगी महली ने की अपील

इससे पहले शुक्रवार को ही मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि अयोध्या मसले के फैसले से पहले जुमे की नमाज में मस्जिदों में आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की जाएगी।

उन्होंने कहा कि मौलाना अपील करेंगे कि कोर्ट से चाहे जो भी फैसला आए समाज में अमन-चैन बनी रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी शख्स को घबराने की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सबको भरोसा होना चाहिए। किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोई बात न करे।

सीएम योगी ने मंत्रियों को दी नसीहत

उधर फैसले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को बैठक में खास तौर से ये निर्देश दिया कि अयोध्या मामले के संभावित फैसले से पहले से वो अपने प्रभार वाले जिलों में जाएं और वहां सुरक्षा को लेकर बैठक करें। साथ ही सीएम योगी ने उनसे इस विषय पर किसी भी तरह की बयानबाजी से बचने की भी सलाह दी।

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